योगी सरकार के मंत्री सीखेंगे मैनेजमेंट के गुर, आज IIM में लगेगी क्लास, परीक्षा भी होगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों को आज सवेरे आठ बजे अपने घर पर बुलाया है. नाश्ते के टेबल पर वे बतायेंगे कि ट्रेनिंग क्यों ज़रूरी है ? आईआईएम को सरकार हर मंत्री की कोचिंग के बदले 12 हज़ार रूपये देगी.

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नई दिल्ली: योगी सरकार के मंत्रियों को लीडरशिप की ट्रेनिंग दी जाएगी, उन्हें मैनेजमेंट के टिप्स बताये जायेंगे. इसके लिए बाकायदा तीन दिनों तक क्लास चलेगी. लखनऊ के आईआईएम में मंत्रियों को हर दिन नौ घंटे तक पढ़ाया जायेगा. क्लास से पहले योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह सबको अपने घर पर बुलाया है. आईआईएम की ट्रेनिंग से पहले राजभवन में भी मंत्रियों को कोचिंग दी गई. मुख्यमंत्री के साथ साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी अच्छे मंत्री बनने के गुण बताए और समझाए.

 

सीएम ने आज सुबह सभी मंत्री को नाश्ते पर बुलाया
क़रीब ढाई साल पुरानी योगी सरकार के मंत्रियों को अब और बेहतर बनाने का फैसला हुआ है. कहते हैं कि मंत्रियों को ट्रेनिंग देने का आयडिया खुद मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का है. मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद ही उन्होंने इसके बारे में फ़ैसला कर लिया था. उन्होंने सभी मंत्रियों को रविवार सवेरे आठ बजे अपने घर पर बुलाया है. नाश्ते के टेबल पर वे बतायेंगे कि ट्रेनिंग क्यों ज़रूरी है ? योगी अपने मंत्रियों को ईमानदारी और लगन से मैनेजमेंट के गुर सीखने को कहेंगे.

 

एक मंत्री की ट्रेनिंग पर खर्च होंगे 12 हजार रुपये
नाश्ते के बाद सभी मंत्री एक ही बस में बैठ कर आईआईएम यानी इंडियन इंस्टिच्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट जायेंगे. जिसके बाद सवेरे 9 बजे से क्लास शुरू हो जाएगी. सबसे पहले सीएम योगी पांच मिनट में अपने मन की बात रखेंगे फिर आईआईएम के डायरेक्टर ट्रेनिंग के कोर्स के बारे में बतायेंगे. मंत्रियों को अलग अलग ग्रुप में बांटा जायेगा फिर उन्हें टास्क दिया जायेगा, लिखित परीक्षा का भी इंतज़ाम है. रविवार 8 सितंबर को पहली क्लास होगी. दूसरी क्लास रविवार 15 और आख़िरी ट्रेनिंग 22 सितंबर को होगी. सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी शामिल होंगे. आईआईएम को सरकार हर मंत्री की कोचिंग के बदले 12 हज़ार रूपये देगी.

 

मंत्रियों को आईआईएम में क्या पढ़ाया जाएगा?
आपको ये भी बता दें कि आख़िर योगी सरकार के मंत्रियों को क्या क्या पढ़ाया जायेगा? सबसे पहले देश की अर्थ व्यवस्था के बारे में समझाया जायेगा. दुनिया में भारत आज कहां खड़ा है ? देश के बाक़ी राज्यों के मुक़ाबले यूपी की आर्थिक हालत कैसी है ? इसे और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है ? इस पर लंबी चर्चा होगी. इसी मुद्दे पर लिखित परीक्षा होगी. स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण जैसे पैमानों पर यूपी का हाल कैसा है ? देश के चार टॉंप राज्यों से तुलनात्मक अध्ययन होगा.

 

विशेष रूप से तैयार किया गया है सिलेबस
एक पूरा सत्र लीडरशिप पर होगा, नेतृत्व को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए ? अपने अपने विभागों में तकनीक के इस्तेमाल से बेहतर काम कैसे हो ? योजनाओं पर जनता से मिले फ़ीडबैक का विश्लेषण कैसे करें ? इन सब पर भी ख़ास फ़ोकस रहेगा. मंत्रियों के लिए विशेष रूप से सिलेबस डिज़ाइन किया गया है. प्रो संजय सिंह, प्रो सुशील कुमार, प्रो अर्चना शुक्ल और प्रो निशांत उप्पल ने मिल कर इसे तैयार किया है. ट्रेनिंग को लेकर जितने मुंह, उतनी बातें हो रही हैं. कुछ मंत्री ऐसे भी हैं जो मन ही मन इस वर्कशॉप से नाराज़ हैं. वहीं कई मंत्री जो क्लास को लेकर बहुत उत्सुक हैं.

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