इतिहास रचने से एक कदम दूर राष्‍ट्रपति बाइडन, अपनी ही पार्टी ने खड़ी की बाधाएं, नीरा टंडन पर भारत की नजर

राष्‍ट्रपति बाइडन को अपनी ही पार्टी में गतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। नीरा टंडन भारतीय मूल की हैं इसलिए भारत भी उनके नाम को लेकर गदगद है। आखिर अपनी साख बचाने के लिए अब क्‍या करेंगे बाइडन। क्‍या है बड़ा गतिरोध।

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वाशिंगटन। इन दिनों अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन के समक्ष उनकी ही पार्टी डेमोक्रेटिक ने मुश्किल खड़ी कर दी है। यह सब त‍ब हो रहा है, जब बाइडन अमेरिकी राष्‍ट्रपति इतिहास रचने से महज एक कदम दूर हैं। बता दें कि अमेरिका के नव‍निर्वाचित राष्‍ट्रपति बाइडन ने नीरा टंडन को अपने बजट कार्यालय का जिम्‍मा संभालने के लिए नामित किया है। अमेरिका के राष्‍ट्रपति इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि बजट कार्यालय का जिम्‍मा किसी अश्‍वेत के पास है। अगर व्‍हाइट हाउस सीनेट में नीरा टंडन के नाम पर मोहर लगवाने में सफल हो जाता है तो बाइडन प्रशासन अमेरिका में एक नया इतिहास रचने में सफल हो सकता है, लेकिन इसके लिए राष्‍ट्रपति बाइडन को अपनी ही पार्टी में गतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। नीरा टंडन भारतीय मूल की हैं, इसलिए भारत भी उनके नाम को लेकर गदगद है। आखिर अपनी साख बचाने के लिए अब क्‍या करेंगे बाइडन। क्‍या है बड़ा गतिरोध।

जाने बाइडन के समक्ष किसने खड़ी की बड़ी बाधा 

नीरा टंडन को इस सप्‍ताह सीनेट में सुनवाई के बाद बाइडन प्रशासन में विधिवत नियुक्‍त होनी है, लेकिन इस पर संशय बना हुआ है। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के तीन सांसदों के साथ एक डेमोक्रेटिक सीनेटर उनकी नियुक्‍ति में एक बड़ी बाधा बने हुए हैं। इन सीनेटरों ने बाइडन प्रशासन के समक्ष एक बड़ी मुश्किल खड़ी कर रखी है। हालांकि, व्‍हाइट हाउस ने इस विरोध के बावजूद नीरा पर अपनी पूरी आस्‍था जताई है, लेकिन अब गेंद सीनेट के पाले में है। प्रो हर्ष पंत का कहना है कि यह उम्‍मीद की जानी चाहिए कि अगर व्‍हाइट हाउस चाहेगा तो नीरा टंडन के नाम पर मोहर लगवाने में कामयाब हो सकता है। उन्‍होंने आगे कहा कि बाइडन प्रशासन ऐसा करने में विफल होता है तो यह बाइडन प्रशासन के समक्ष एक बड़ी मुश्किल होगी। उन्‍होंने कहा कि सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक के बराबर सीनेटर होने के कारण यह स्थिति जटिल हुई है। प्रो पंत का कहना है कि नीरा टंडन की नियुक्‍ति के लिए सीनेट में कम से कम एक वोट ज्‍यादा चाहिए। उन्‍होंने कहा कि अगर ऐसे हालात उत्‍पन्‍न होते हैं कि अगर नीरा के पक्ष और विपक्ष में बराबर के वोट पड़े तो उप राष्‍ट्रपति कमला हैरिस को अपना अहम वोट देना पड़ सकता है।

व्हाइट हाउस ने नीरा टंडन के लिए झोंकी ताकत

उधर, अमेरिका में व्हाइट हाउस के ओबीएम के पद पर नीरा टंडन की नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडन ने जबर्दस्त पैरवी शुरू कर दी है। नीरा के समर्थन में उतरे बाइडन ने कहा है कि बजट विभाग का नेतृत्व करने के लिए नीरा टंडन सक्षम प्रत्याशी हैं। हम मानते हैं कि हमारा चयन सबसे अच्छा है। अगर सीनेट 50 वर्षीय टंडन के नाम की पुष्टि कर देते है, तो वह अमेरिकी सरकार के वार्षिक बजट को तैयार करने वाली पहली अश्वेत महिला बन जाएंगी। इस सबंध में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बाइडन की बात को मजबूती से दोहराया और कहा, केवल एक ही प्रत्याशी है, जो बजट विभाग का नेतृत्व करेगा और वह हैं नीरा टंडन।

सीनेटरों को रास नहीं आई नीरा की माफी

नीरा का विरोध कर रहे रिपब्लिकन सीनेटर सूसन कॉलिन्‍स, टेड क्रूज और टॉम कॉटन ने सीनेट में भी उनका विरोध किया। कॉलिन्‍स ने नीरा से सीनेट में सवाल किया कि नीरा ने नामित होने से पहले अपने एक हजार ट्वीट को उड़ा दिए। दरअसल, ट्वीट के जरिए ही नीरा ने सीनेटरों पर कई तरह की ट‍िप्‍पणियां की थीं। केनेडी ने तो सीनेट में नीरा से लगातार सवाल किए यह ट्वीट क्‍यों किए गए। नीरा ने कहा कि हां मुझे अफसोस है। मैंने जिस भाषा का इस्‍तेमाल किया उसके लिए मैं आप लोगों से माफी चाहती हूं, लेकिन उनकी माफी के बाद भी रिपब्किन सीनेटरों ने कहा है कि वह नीरा के खिलाफ मतदान करेंगे।

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