गोल्‍ड की रिकॉर्ड कीमत ने खरीदारों की मुश्किलें बढ़ा दी 12 दिन में 2750 रुपये महंगा, 40 हजार के करीब भाव

हर बार की तरह इस त्‍योहारी सीजन में भी लोग ज्‍वेलरी खरीदने की तैयारी में हैं. हालांकि इस बार गोल्‍ड की रिकॉर्ड कीमत ने खरीदारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.

नई दिल्ली।  त्‍योहारी सीजन में हर कोई गोल्‍ड खरीदना चाहता है लेकिन इस बार आपकी यह चाहत थोड़ी महंगी पड़ सकती है. दरअसल, हर दिन गोल्‍ड की कीमत एक नया रिकॉर्ड बना रही है. वर्तमान में भारतीय बुलियन मार्केट में गोल्‍ड 38 हजार 450 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर है. लेकिन बाजार के जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह भाव 40 हजार रुपये प्रति दस ग्राम के स्‍तर को पार कर सकता है. अगर सिर्फ साल 2019 की बात करें तो गोल्‍ड के भाव में 20 फीसदी से अधिक की तेजी देखने को मिली है.

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12 दिन में गोल्‍ड की कीमत

बीते 12 दिन के गोल्‍ड की कीमत की बात करें तो 2750 रुपये से अधिक की तेजी आई है. 1 अगस्‍त को गोल्‍ड 35 हजार 710 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर था. इसके 12 दिन बाद सोमवार को यह 38 हजार 470 रुपये के स्‍तर पर पहुंच गया. लेकिन सवाल है कि गोल्‍ड की कीमत में इतनी बड़ी तेजी क्‍यों देखने को मिल रही है. आइए जानते हैं इसका जवाब..

1. गोल्‍ड की कीमत में तेजी की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल राजनीतिक संकट है. दरअसल, वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर गहराता जा रहा है. हाल ही में अमेरिका की ओर से चीन की वस्‍तुओं पर आयात शुल्‍क लगा दिया गया है. अमेरिका के मुताबिक चीन अपनी करेंसी युआन के साथ छेड़छाड़ कर रहा है. यही वजह है कि अमेरिका ने चीन की युआन को ‘करेंसी मैनिपुलेटर’ करार दिया है. यही नहीं, अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने चीन से वार्ता खत्‍म करने के भी संकेत दिए हैं. इन फैसलों के बाद अब दुनिया को चीन की प्रतिक्रिया का इंतजार है. दोनों देशों के बीच बन रहे इन हालातों में निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए गोल्‍ड के विकल्प को अपना रहे हैं. गोल्‍ड की डिमांड होने की वजह से कीमतों में तेजी आ रही है.

2. इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताओं की वजह से दुनियाभर के अधिकतर केंद्रीय बैंकों द्वारा गोल्‍ड की खरीदारी जारी है. बाजार के जानकारों की मानें तो यह सिलसिला आगे भी जारी रहने की आशंका है. बता दें कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी का संकेत दिया है.

3. बीते जुलाई महीने में आम बजट पेश करते हुए भारत सरकार ने गोल्‍ड पर इंपोर्ट ड्यूटी ढाई फीसदी बढ़ा दी है. इसके बाद गोल्‍ड पर ड्यूटी 12.5 फीसदी हो गई है. इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से गोल्ड का कारोबार तेजी से घटा है. बता दें कि भारत सोने का बहुत बड़ा आयातक है. यह अपनी जरूरत का ज्यादा हिस्सा आयात करता है.

4. बीते कुछ हफ्ते में अलग-अलग कारणों से भारतीय शेयर बाजार की चाल सुस्‍त नजर आई. बाजार के जानकारों के मुताबिक इस सुस्‍ती की वजह से निवेशक शेयर बिकवाली कर गोल्‍ड में निवेश पर जोर दे रहे हैं. बता दें कि आम बजट में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विदेशी निवेश पर सरचार्ज लगाने का ऐलान किया था. इसके बाद से शेयर बाजार में जबरदस्‍त गिरावट देखने को मिली.

5. अगर किसी देश का सेंट्रल बैंक रेट कट करता है तो सोने की कीमत में उछाल आता है. भारतीय रिजर्व बैंक बीते 8 महीने में अब तक चार बार रेट कट कर चुका है. ऐसे में गोल्‍ड की कीमतों में भी तेजी आई है. इसके अलावा अमेरिकी फेड के ब्‍याज दरों में कटौती भी गोल्‍ड में तेजी की वजह बनी है.

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