कोरोनावायरस / चीन में अब तक 107 की मौत, 24 घंटे में 1300 नए मामलों की पुष्टि; दिल्ली में 3 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया
खतरनाक कोरोना वायरल चीन के बाद बाकी देशों में अपने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। इसे लेकर हर देश सतर्क है। वहीं चीन के वुहान प्रांत में फैले जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर चंडीगढ़ में भी एडवाइजरी जारी कर दी गई है। यूटी प्रशासन ने इससे बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए खास तौर पर होटल संचालकों को सतर्क रहने को कहा है। आइए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव के बारे में...
- चीन जाने वाले सभी भारतीय काउंसलेट में रजिस्ट्रेशन नहीं कराते, ऐसे में उनकी सही संख्या पता लगाना मुश्किल: विदेश मंत्रालय
- सूरत लौटीं सिद्धि पंड्या ने बताया- चीन में 20 से 30 रु. कीमत की पानी की बोतल 150 युआन यानी करीब 1500 रुपए में मिल रही
- दुनियाभर में कोरोनावायरस के 4515 मामलों की पुष्टि, 4409 सिर्फ चीन के; श्रीलंका, कनाडा और जर्मनी में भी पहला केस मिला
नई दिल्ली/बीजिंग.चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या मंगलवार को107 हो गई। बीते 24 घंटे में1300 नए मामले सामने आए। मंगलवार कोसंक्रमण की आशंका के बाद दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में 3 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया। चीन के हेल्थ कमीशन ने सोमवार को बताया कि हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा 100 लोगों की जान गई है। दुनियाभर में अब तक कोरोनावायरस से संक्रमण के4515 मामलोंकी पुष्टि हुई। इनमें 4409 सिर्फ चीन में हैं। विदेश मंत्रालय कोसबसे ज्यादा असर वालेवुहान शहरमें फंसे भारतीयों की सही संख्या पता नहीं है। हालांकि, इन्हें निकालने के लिए एयर इंडिया का जंबो जेट तैयार है। बससरकार से निर्देश मिलने का इंतजार है।
म्यांमार ने भारतीय सीमा परकोरोनावायरस स्क्रीनिंग डिवाइस लगाई
म्यांमार ने भारत के साथ लगने वाली सीमा पर कोरोनावायरस स्क्रीनिंग डिवाइस लगाई है। मंगलवार को म्यांमार के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नागरिकों की स्क्रीनिंग के लिए सीमा पर संक्रमण जांचने के लिए डिवाइस लगाई गई है। मणिपुर के मोरेह के जरिए लोग म्यांमार में प्रवेश करते हैं। मोरेह भारत और म्यांमार के बीच व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है। अधिकारी ने कहा कि भारतीय नागरिकों को व्यापार के लिए हर दिन म्यांमार के अंदर 16 किमी अंदर जाने की अनुमति है। हालांकि, उन्हें शाम 4 बजे तक भारत लौटना होता है।
वुहान में 600 से ज्यादा भारतीय पढ़ते हैं। लेकिन नववर्ष की छुट्टियाें के कारण उनमें से ज्यादातर भारत लौट चुके हैं। 250 से 300 के अब भी वहां होने की आशंका है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि चीन जाने वाले सभी भारतीय काउंसलेट में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते। ऐसे में लोगों कीसही संख्या पता लगाना मुश्किल है। हर छात्र को फोन कर जानकारी ले रहे हैं। वहीं, अमेरिका आज विशेष विमानसे वुहान में फंसे अपने नागरिकाें काे एयरलिफ्ट करेगा।
‘पानी की बोतल1500 रुपए में मिल रही’
चीन से लौटीं सूरत की सिद्धि पंड्या ने सोमवार को बताया, ‘‘मैं 12 जनवरी को चीन से दिल्ली रवाना हुई थी। 16-17 को वहां कोरोनावायरस फैलने की सूचना मिली। वुहान में मेरे दोस्त काफी मुश्किल में हैं। उन्हें अभी घर से निकलने की अनुमति नहीं है। चीन में एक सप्ताह लायक राशन से ज्यादा संग्रह नहीं कर सकते। ऐसे में स्टॉक खत्म होना स्वाभाविक है। खाने की चीजें दोगुने से भी ज्यादा महंगी हो गई हैं। दोस्तों ने बताया कि दो से तीन युआन वाली पानी की बोतल 150 युआन यानी करीब 1500 रुपए में मिल रही है। सूरत लौटने के बाद विदेश मंत्रालय ने फोन करके मेरी तबीयत के बारे में पूछा। अब मेरी नियमित रूप से जांच हो रही है।’’
एयर इंडिया का बाेइंग 747 विमान तैयार
चीन से जयपुरलौटे एमबीबीएस के एक छात्र, हैदराबाद में चार और बिहार में एक युवती को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 13 जनवरी को वुहान से लौटे उज्जैन के एक छात्र को मां के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में दिल्ली, मुबई, कोलकाता समेत 7 हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं, चीन ने वुहान समेत 13 शहराें से लाेगाें के निकलने पर पाबंदी लगा रखी है। गुजरात और केरल के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से भारतीयों काे निकालने की मांग की है। सोमवार देर शाम भारतीयाें काे वुहान से निकालने का फैसला किया गया। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन के लिए एक बाेइंग 747 विमान तैयार है।
दक्षिण एशिया से यूरोप तक पहुंचा कोरोनावायरस
श्रीलंका, कनाडा और जर्मनी में कोरोनावायरस से संक्रमण का पहलामामलासामने आयाहै। सोमवार तक थाईलैंड में 8, दक्षिण कोरिया और जापान में 4-4, अमेरिका,सिंगापुरऔरऑस्ट्रेलिया में 5-5, वियतनाम में 2, मलेशिया में 3,फ्रांस में 3, मकाऊ में 6मामलों की पुष्टि हुई थी।
जैविक हथियारों की रिसर्च से तो नहीं जुड़ा यह वायरस?
इजराइल के पूर्व मिलिट्री इंटेलिजेंस अधिकारी डैनी शोहम ने आशंका जताई है कि वुहान की लैबोरेट्री में जैविक हथियारों पर चोरी-छिपे चल रही रिसर्च में ही कोरोनावायरस पैदा हुआ होगा। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी चीन का सबसे उन्नत वायरस रिसर्च संस्थान है।
चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में हाहाकार मचा दिया है। यह वायरस भारत, अमेरिका, तिब्बत, थाइलैंड, जापान और मंगोलिया में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मुंबई के बाद राजस्थान और बिहार में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। बिहार में इस वायरस से संक्रमित मरीज मिला है। चीन से लौटी एक लड़की में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रविवार को जयपुर में भी चीन से लौटे एक स्टूडेंट में कोरोना वायरस के लक्षण मिले थे, जिसका इलाज चल रहा है। इस खतरनाक वायरस की वजह से चीन में 80 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,744 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 461 मरीजों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर महीने में सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैला। यहां से यह वायरस तेजी से पूरे चीन में फैलने लगा और लोगों को चपेट में लेने लगा। वुहान के बाद यह वायरस बीजिंग, शंघाई, मकाओ और हांगकांग पहुंचा और लोग इससे संक्रमित होने लगे। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग का कहना है कि इस वायरस का संक्रमण काल 10 दिन होता है और इन दिनों में इससे बचाव के लिए विशेष ख्याल रखना पड़ता है। जापान में पहले ही इस वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। दरअसल, चीन या फिर वहां के वुहान शहर से दूसरे देशों में आने वाले यात्रियों के जरिए ही यह वायरस अन्य देशों में कदम रख रहा है। हॉगकॉग और भारत में चीन से लौटे यात्रियों के जरिए ही इस वायरस ने कदम रखा है। इसी वजह से चीन पहले ही अपने 12 शहरों के 3.5 करोड़ से ज्यादा निवासियों के यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुका है।
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस एक तरह का संक्रमित होने वाला वायरस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस को लेकर लोगों को चेता चुका है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है। दुनिया के तमाम देशों में यह वायरस चीन से आने वाले यात्रियों के जरिए ही पहुंच रहा है। इस वायरस के लक्षण निमोनिया की ही तरह हैं। यह वायरस कोरोनो वायरस परिवार से संबंध रखने वाला वायरस है।
कोरना वायरस जानवरों में भी पाया जाता है। समुद्री जीव-जंतुओं के जरिए यह वायरस चीन के लोगों में फैला। दक्षिण चीन में समुद्र के आसपास रहने वाले लोगों को सबसे पहले इस वायरस ने चपेट में लिया, जिनमें वुहान शहर है। दक्षिण चीन के बाजार जहां काफी मात्रा में समुद्री जीव मिलते हैं, उनके जरिए यह वायरस लोगों में फैला। इस बाजार में समुद्री जीव जिंदा भी मिलते हैं और उनका मांस भी मिलता है। यहीं से इस वायरस ने चीन के निवासियों को अपनी चपेट में लिया।