वायुसेना प्रमुख बोले, पाक की किसी भी चूक का एयरस्ट्राइक से दे सकते हैं जवाब, न मौसम बाधा बनेगा, न बादल

इंडियन एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ ने कहा कि एयरस्ट्राइक की जरूरत पड़ने पर भारतीय वायुसेना किसी भी मौसम में और बादलों के बावजूद सटीकता से बम गिरा सकती है.

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नई दिल्ली।  करीब 20 साल पहले करगिल की पहाड़ियों पर भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी. इसे करगिल की लड़ाई के नाम से जाना जाता है.

भारत ने करगिल के इस युद्ध में पाकिस्तानी घुसपैठियों को मारकर भगा दिया था और करगिल पर कब्जे के पाकिस्तानी मंसूबे को नाकाम कर दिया था. हर साल इसकी याद में कई कार्यक्रम भारत में आयोजित किये जाते हैं. ऐसे ही एक कार्यक्रम में भारतीय एयरफोर्स के चीफ बीएस धनोआ ने कहा है कि भारतीय वायुसेना किसी भी मौसम में और कितने भी बादल होने के बावजूद पाकिस्तान पर हवाई हमले में सक्षम है.

लंबे वक्त से पाकिस्तान, भारत के साथ बातचीत का प्रयास कर रहा है लेकिन इसके बावजूद वो अपनी सरजमीं पर पनपने वाले आतंकवाद को लगाम नहीं लगा पा रहा है. पाकिस्तान के साथ संबंधों के बारे में भारत सरकार का रुख साफ है कि जब तक पाकिस्तान पूरी तरह से आतंकवाद को रोकने का वादा नहीं करता, उसके साथ कोई भी बात नहीं की जाएगी.

हाफिज सईद पर पाक के ढुलमुल रवैये ने खोल दी है उसकी पोल
हाल ही में FATF से फटकार के बाद पाकिस्तान ने अपने यहां छिपे मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद पर कार्रवाई की थी लेकिन यह भी सिर्फ पाकिस्तान का दिखावा साबित हुआ है. देश इस वक्त करगिल की लड़ाई और उसमें काम आए जांबाज भारतीय सैनिकों की 20वीं बरसी पर उन्हें याद कर रहा है. ऐसे में भारतीय वायुसेना प्रमुख का यह बयान पाकिस्तान को भारत की ओर से साफ संदेश है.

कैसे शुरू हुई थी करगिल की लड़ाई?
इस लड़ाई की शुरुआत तब हुई थी जब पाकिस्तानी सैनिकों ने करगिल की ऊंची पहाड़ियों पर घुसपैठ करके अपने ठिकाने बना लिए थे. भारत ने पाकिस्तान के साथ इस लड़ाई में उनके 2700 से ज्यादा सैनिकों को ढेर कर दिया था. इस लड़ाई में भारत के 527 जवान शहीद हुए थे. आखिरी दौर में जब भारत से जीत के कोई आसार न रह गए तो तत्कालीन पाकिस्तानी राष्ट्रपति जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने भारत पर परमाणु हमले की बात भी सोची थी लेकिन भारत की एडवांस परमाणु क्षमता से वो डर गए थे.

धनोआ ने कहा, भारत के ऑपरेशन में मौसम नहीं बनेगा बाधा
अब भारतीय एयरफोर्स के चीफ बीएस धनोआ ने करगिल युद्ध की 20वीं बरसी पर कहा है कि सारे ही अच्छे जनरल की तरह हम आखिरी युद्ध लड़ने के लिए तैयार हैं. अगर फिर से करगिल हुआ, तो हम उसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

भारतीय वायुसेना के प्रमुख बीएस धनोआ ने यह भी कहा है कि अगर जरूरत पड़ती है तो हम किसी भी मौसम में (पाकिस्तान में) सटीकता से बम गिरा सकते हैं, चाहे कितने भी बादल हों. हमने 26 फरवरी को एक हमला (बालाकोट एयरस्ट्राइक) किया था और हम काफी दूरी से ही बिल्कुल सटीक स्ट्राइक करने की क्षमता रखते हैं.

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