त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया इस्तीफा:दर्द छिपाते हुए मीडिया से कहा- कारण जानने आपको दिल्ली जाना होगा, कभी कल्पना नहीं थी इतना बड़ा पद मिलेगा
धन सिंह रावत हो सकते हैं उत्तराखंड के नए CM , सरकारी हेलिकॉप्टर से देहरादून पहुंचे, कल सुबह 10 बजे विधायक दल की बैठक
उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से जारी सियासी उठापटक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कुछ देर पहले राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। पार्टी विधायक दल की कल सुबह 10 बजे बैठक बुलाई गई है। धन सिंह रावत वर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री हैं। धन सिंह को राजधानी देहरादून लाने के लिए सरकारी हेलिकॉप्टर भी भेजा गया था।
रावत के इस्तीफे के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी मान लिया है कि मौजूदा सरकार कुछ कर नहीं सकी है।अब मैं राज्य की सत्ता में बदलाव देख रहा हूं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे अब किसे लाएंगे, लेकिन 2022 में सत्ता में नहीं लौटेंगे।
त्रिवेंद्र सिंह बोले- सोचा नहीं था कभी सीएम बनूंगा
9वेंद्र सिंह रावत राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर सीधे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति में काम कर रहा हूं। मेरे जीवन का यह स्वर्णिम अवसर मुझे दिया था। छोटे से गांव में जन्म लिया, पिताजी पूर्व सैनिक थे। कभी कल्पना भी नहीं की थी कि पार्टी मुझे इतना बड़ा सम्मान देगी। भाजपा में ही यह संभव था।
छोटे से गांव के कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान दिया। 4 साल मुझे सेवा करने का मौका दिया। पार्टी ने विचार किया और सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया कि मुझे अब किसी और को यह मौका देना चाहिए। 9 दिन बाकी हैं चार साल पूरे होने में। मैं प्रदेशवासियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। 4 साल का मौका पार्टी नहीं देती तो महिलाओं और युवाओं के लिए योजनाएं मैं नहीं ला सकता था। जो भी जिम्मेदारी लेगा उन्हें मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं।
पार्टी के अंदर था रावत का विरोध
इधर, पार्टी आलाकमान ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, महासचिव और राज्य के प्रभारी दुष्यंत गौतम को विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाया है। दोनों विधायक दल के नए नेता का चुनाव कराने के लिए आज शाम को ही देहरादून पहुंचेंगे। इसे पहले शनिवार को पार्टी ने इन्हीं दो नेताओं को ऑब्जर्वर बनाकर उत्तराखंड भेजा था। दोनों ने नाराज धड़े से बातचीत कर रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को दी थी। राज्य में मंत्रियों और विधायकों के एक धड़े ने केंद्रीय नेतृत्व से राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की मांग की थी। पार्टी के इस गुट का कहना था कि अगर CM फेस नहीं बदला गया तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। पार्टी विधायकों ने उत्तराखंड पहुंच पर्यवेक्षकों से तीन दिन पहले यह आशंका जताई थी कि अगर त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री रहे तो अगला चुनाव पार्टी हार सकती है। पार्टी पर्यवेक्षक के रूप में दुष्यंत कुमार गौतम और रमन सिंह ने देहरादून जाकर पार्टी विधायकों से बात की थी। दोनों रविवार को दिल्ली लौट आए और अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को दी थी।
रावत सोमवार को दिल्ली गए थे
राजनीतिक सरगर्मी के बीच CM रावत को भी पार्टी ने सोमवार को दिल्ली तलब कर लिया था। रावत राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण जाने वाले थे, लेकिन वे अपना दौरा रद्द कर दिल्ली पहुंच गए। उन्होंने दोपहर में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस बीच, देर शाम तक नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के बीच महत्वपूर्ण बैठक चली। इसमें संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल हुए। रावत को फिर एक बार नड्डा ने रात 9:15 बजे अपने आवास पर बुलाया। इसके पहले खबर आई कि उत्तराखंड में पार्टी विधायक दल की एक बैठक मंगलवार को बुलाई गई है। यह बैठक देहरादून में सीएम हाउस में होने वाली है। अगले CM के लिए सतपाल महाराज, अनिल बलूनी, धन सिंह रावत और अजय भट्ट का नाम आगे चल रहा था।