लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने की अयोध्या पर संयम बरतने की अपील, बोले- फैसले का हो सम्मान
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर 16 अक्टूबर को सुनवाई पूरी कर ली थी. मामले की सुनवाई करने वाली बेंच (पीठ) के अध्यक्ष चीफ जस्टिस (सीजेआई) रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं.
लखनऊ: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले मुख्यमंत्री योगी आगदित्यनाथ ने संयम बरतने और अदालत के फैसले का सम्मान करने की अपील की है. सीएम योगी ने यह बाद साधु- संतों से मुलाकात के बाद कही. सीएम आदित्यनाथ ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष से की अपील के बाद महंत नरेंद्र गिरि ने सीएम योगी को भरोसा दिलाया कि साधु संत भी राम मंदिर के फैसले का सम्मान करेंगे. सीएम योगी ने आज सुबह अपने आवास पर साधु संतों से मुलाकात की थी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर 16 अक्टूबर को सुनवाई पूरी कर ली थी. सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संवैधानिक पीठ ने इस पर सुनवाई की है और ज्यादा संभावना है कि यह पीठ 15 नवंबर तक फैसला सुना देगी. चीफ जस्टिस गोगोई ने दो अलग-अलग केस की सुनवाई के दौरान अयोध्या मामले में फैसला लिखने में अपनी व्यस्तता की ओर इशारा कर चुके हैं.
मुंबई कोस्टल रोड पर जल्द सुनवाई की मांग करते हुए सॉलिसिटर जनरल ने कहा था कि पहले आपलोग व्यस्त थे. जिसपर सीजेआई ने बोले कि हम अभी भी व्यस्त हैं. वहीं अदालती कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग के मामले में जब वकील ने कहा कि सूरज की रोशनी रोग दूर करती है. तो सीजेआई ने कहा कि रोशनी हो या नहीं, हम काम करते हैं. कल रविवार था. मैं रात 9.30 तक अपनी टेबल पर था.
मामले की सुनवाई करने वाली बेंच (पीठ) के अध्यक्ष चीफ जस्टिस (सीजेआई) रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं. 16 नवंबर को शनिवार है और 17 नवंबर को रविवार है. ऐसे में फैसला इन दो तारीखों से पहले आ सकता है.