1 जुलाई से FIR दर्ज कराने के लिए आपको थाना नहीं जाना पड़ेगा, पुलिस खुद चल कर आपके द्वार आएगी

‘डायल एफआईआर’ पद्धति में सड़क अपराध में चेन, मोबाइल, पर्स, बैग छीनने, दो से लेकर चार पहिया वाहनों की चोरी, घर और कारखाने की चोरी और वाहनों की खुली खिड़कियों को तोड़कर चोरी की एफआईआर दर्ज की जाएगी.’

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नोएडा. नोएडा में 1 जुलाई से साइबर और स्ट्रीट क्राइम के पीड़ितों के लिए एफआईआर दर्ज कराना आसान हो जाएगा, क्योंकि नोएडा पुलिस खुद चल कर उनके घर पहुंचेगी. यूपी पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर जिले में 1 जुलाई से ‘डायल एफआईआर’ के नाम से एक योजना लांच की है. गौतमबुद्ध नगर जिले के एसएसपी वैभव कृष्ण के मुताबिक, ‘डायल एफआईआर’ पद्धति में सड़क अपराध से संबंधित केस जैसे चेन, मोबाइल, पर्स, बैग छीनने, दो से लेकर चार पहिया वाहनों की चोरी, घर और कारखाने की चोरी और वाहनों की खुली खिड़कियों को तोड़कर चोरी की एफआईआर दर्ज की जाएगी. इससे पुलिस को ऐसे अपराधों के ‘हॉट स्पॉट’ की पहचान करने में मदद मिलेगी.’

जिले के अधिकांश पुलिस थानों में दर्ज किए गए मामलों में चेन, मोबाइल फोन और पर्स छीनने की घटनाएं ज्यादा आ रही हैं

बीते शनिवार को गौतमबुद्ध जिले के एसएसपी वैभव कृष्ण ने मीडिया से बात करते हए कहा, ‘जिले के अधिकांश पुलिस थानों में दर्ज किए गए मामलों में चेन, मोबाइल फोन और पर्स छीनने की घटनाएं ज्यादा आ रही हैं. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दर्ज अधिकांश मामलों में साइबर अपराध से संबंधित मामलों में भी काफी तेजी आई है. ऐसे में अब कोई भी व्यक्ति 1 जुलाई से खुद ‘डायल 100’ पर फोन कर अपराध की रिपोर्ट दर्ज करा सकता है. पीड़ित के शिकायत करने पर पीआरवी टीम (पुलिस प्रतिक्रिया वाहन – अपराध की घटना के लिए पहले उत्तरदाता) पीड़ित तक पहुंचेगी. पुलिस टीम जरूरी कागज लेने के बाद वहीं पर एफआईआर दर्ज कर लेगी. अब पीड़ित को एक थाने से दूसरे थाने तक भागना नहीं पड़ेगा.’

साइबर अपराध के मामलों में भी हमने दो पुलिस स्टेशनों की पहचान की है जहां पर पीड़ित अपना मामला दर्ज करवा सकता है

वैभव कृष्ण के मुताबिक, ‘इसी तरह साइबर अपराध के मामलों में भी हमने दो पुलिस स्टेशनों की पहचान की है जहां पर पीड़ित अपना मामला दर्ज करवा सकता है. अभी तक साइबर अपराध की प्रकृति के कारण यह जानना मुश्किल होता है कि पैसा कहां से गया और पीड़ित की शिकायत कहां करनी है. साइबर अपराध पर रिपोर्ट करने के लिए लोग नोएडा सेक्टर 24 पुलिस स्टेशन और ग्रेटर नोएडा (ग्रामीण क्षेत्र) तक पहुंच सकते हैं, वे सूरजपुर पुलिस स्टेशन का रुख भी कर सकते हैं.

बता दें कि दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिला 1 हजार 400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है और इसमें 22 पुलिस स्टेशन हैं, जिनमें ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं. नोएडा और ग्रेटर नोएडा आईटी हब है और यहां साइबर क्राइम की घटनाओं में भी लगातार तेजी आ रही है. ऐसे में एफआई दर्ज कराने लिए अब आम आदमी को अब थाना का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.

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