रिटायर्ड फौजी ने ग्रेच्युटी-पेंशन के जोड़े हुए 15 लाख रु. प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दिए, कहा- देश का पैसा है, उसे ही लौटा रहा हूं
रिटायर्ड सैनिक मोहिंदर सिंह ने कहा- मेरी उम्र 85 साल हो चुकी, मुझे पैसा कहां लेकर जाना है, लोगों की भलाई में जा रहा है, मुझे इसकी खुशी है रायपुर में 9 साल के ऐश्वर्य और 7 साल की उसकी बहन ने अपने गुल्लक में जमा किए 1770 रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान किए
मेरठ. (एम रियाज हाशमी) कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सेना से रिटायर्ड जूनियर कमीशन ऑफिसर (जेसीओ) मोहिंदर सिंह ने ग्रेच्युटी, पेंशन और कमाई से जोड़ी गई 15.11 लाख रुपए की रकम प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी। उन्होंने कहा- मुझे जो भी मिला, इसी देश से मिला है। अब जरूरत है तो मैं देश का पैसा देश को लौटा रहा हूं। 1971 के भारत-पाक युद्ध में अपनी एक आंख गंवा चुका यह जांबाज पत्नी सुमन चौधरी के साथ गुरुवार को पंजाब और सिंध बैंक पहुंचे और मैनेजर को चेक सौंप दिया। इस दौरान उन्होंने भास्कर से कहा- मेरी उम्र 85 साल हो चुकी है। मुझे पैसा कहां लेकर जाना है। लोगों की भलाई में जा रहा है मुझे इसकी खुशी है। दंपति ने बताया कि उनके दो बेटे और एक बेटी विदेश में नौकरी करते हैं जबकि एक बेटी दिल्ली में है।
रायपुर के दो बच्चों ने 1770 रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए
रायपुर में 9 साल के ऐश्वर्य और 7 साल की बहन वीरा ने अपने गुल्लक में जमा किए 1770 रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान दिए हैं। दोनों रायपुर के तात्यापारा के रहने वाले हैं। बुधवार को इन्होंने अपनी गुल्लक पुरानी बस्ती थाने के प्रभारी को सौंप दी। थानेदार ने भी बच्चों की बचत को सहायता कोष में जमा करा दिया।
17 दिन में 4643 लोगों ने किया रक्तदान
सरोकार का एक उदाहरण रांची में भी देखने को मिला। यहां 17 दिन में ही 4643 यूनिट ब्लड इकठ्ठा हो गया। राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के राजीव रंजन के अनुसार, 22 मार्च से 7 अप्रैल के बीच हुआ ब्लड डोनेशन झारखंड के लोगों के हौसले को दिखाता है।