लखनऊ. पूर्व सांसद रमाकांत यादव और फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी निषाद रविवार सपा में शामिल हो गई। इसके साथ ही बसपा के पूर्व एमएलसी अतहर खां ने भी सपा की सदस्यता ली। रविवार को लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा, ‘आज अखबारों में देखने को मिला कि वह (योगी) कह रहे हैं कि जल्द ही खुशखबरी मिलेगी। सपा प्रमुख ने सवालिया लहजे में पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि आयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट का क्या फैसला आने वाला है?” अखिलेश ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीएम योगी के बयान का वीडियो भी दिखाया।
अखिलेश ने कहा, ‘गांधी जी की 150 जयंती मनाई गई, जिसमें विधानसभा का 36 घंटे का सत्र चला। लेकिन भाजपा सत्य और अहिंसा का पालन नहीं करती। सरकार विधानसभा में झूठ बोल रही है। मेट्रो से लेकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक हमारे (सपा सरकार) प्रोजेक्ट हैं।’
अपने परिवार में लौटा हूं: रमाकांत यादव
पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने कहा, ‘आज अपने घर में, अपने परिवार में आने की भावना पैदा हो रही है। बहुत ज्यादा बोल तो नहीं सकता। लेकिन देश के जो हालात हैं, जो देश का किसान, नौजवान परेशान हैं, वो अखिलेश जी की तरफ आशा की निगाह से देख रहे हैं। देश में सांपद्रायिकता बढ़ रही है।’
रमाकांत यादव ने 1996 और 99 में आजमगढ़ लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव जीता था। 2004 में रमाकांत बसपा में चले गए और फिर जीत दर्ज की। 2009 के चुनाव में रमाकांत ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की। 2014 में भी भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया, लेकिन मुलायम सिंह यादव ने उन्हें हरा दिया। 2019 के चुनाव में जब भाजपा ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को आजमगढ़ से मैदान में उतारा, तो रमाकांत कांग्रेस में चले गए। 3 अक्टूबर को कांग्रेस ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बर्खास्त कर दिया था।
एक-एक वोट बटोरने से जीत मिलेगी: रुक्मणी देवी
सपा में शामिल होने के दौरान फूलन देवी की बहन रुक्मणी देवी ने कहा, ‘ताली पीटने से नहीं एक-एक वोट बटोरने से जीत मिलेगी।’ रुक्मिणी की बहन फूलन देवी सपा के टिकट पर ही मिर्जापुर से सांसद बनी थीं। 2001 में उनकी हत्या कर दी गई थी।