27 साल बाद टेंट से निकलकर 24 मार्च को फाइबर के मंदिर में विराजेंगे रामलला; यह दिल्ली में बनकर तैयार होगा
ट्रस्ट के महासचिव चंपक राय ने कहा- 4 अप्रैल को अयोध्या में होगी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक, ‘मंदिर का निर्माण और इसे राम मंदिर परिसर में स्थापित करने का काम सुरक्षा एजेंसी के ऊपर है’
अयोध्या. दिसंबर 1992 से टेंट में विराजमान रामलला चैत्र नवरात्र से एक दिन पहले दिन यानी 24 मार्च को फाइबर के मंदिर में विराजमान होंगे। इसके बाद रामजन्मभूमि पर मंदिर बनने तक वह इसी मंदिर में रहेंगे। यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शनिवार को दी। उन्होंने बताया- रामलला के लिए फाइबर का मंदिर दिल्ली में तैयार हो रहा है। ट्रस्ट की दूसरी बैठक रामनवमी के बाद 4 अप्रैल को अयोध्या में ही होगी। बैठक की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बैठक में ट्रस्ट के सदस्य सदस्यों के साथ जिलाधिकारी एके झा और कमिश्नर गुप्ता भी मौजूद थे।
राय ने कहा- मंदिर का निर्माण और इसको राम मंदिर परिसर में स्थापित करने का काम सुरक्षा एजेंसी के ऊपर है। वह समय से फाइबर मंदिर बनवाकर यहां स्थापित कर देगी। ट्रस्ट के अयोध्या कार्यालय का भवन भी निश्चित कर लिया गया है, जो राम मंदिर के प्रवेश द्वार के चैकिंग प्वाइंट के पास में ही है। इसको भी पूरी तरह से व्यवस्थित किया जाएगा।
चढ़ावे के 8 लाख 4,982 रुपए जमा हुए
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में पहली बार 20 फरवरी से 5 मार्च तक की रामलला को चढ़ाई गई धनराशि जमा की गई। ट्रस्ट के खाता संचालन के लिए अधिकृत सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक, अयोध्या की भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में खोले गए ट्रस्ट के खाते में गुरुवार और शुक्रवार की काउंटिंग के बाद 8 लाख 4,982 रुपए जमा किए गए हैं।