पीएम मोदी ने कहा, दुन‍िया की सबसे बड़ी रेल फैक्‍ट्री होगी रायबरेली में

Live Lucknow University Centenary Year Celebration रक्षामंत्री राजनाथ स‍िंंह वीड‍ियो कांफ्रेंस‍िंग के माध्‍यम से कहा लखनऊ विश्वविद्यालय केे 100 साल भारतीय शिक्षा जगत की ऐतिहासिक घटना है। लखनऊ व‍िव‍ि भारत के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है।

0 999,071

लखनऊ। विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामनाएं। सौ वर्ष का समय एक आंकड़ा नहीं है। अपार उपलब्धियों का एक जीता जागता इतिहास है। यहांं देश दुनिया के लिए अनेक प्रतिभाओं को बनते हुए देखा है।

यहां के छात्र अनेक जगह पहुंचे। लखनऊ यूनिवर्सिटी के कला संकाय प्रांगण मेेें नेता सुभाष चन्द्र बोस की आवाज गूंजी थी। कल जब संविधान दिवस मनाएंगे तब नेता जी की याद आएगी। मैं सभी विभूतियों का अभिनन्दन करता हूँ। मैंने जब यहां से पढ़े लोगों से बात की उनकी आंखों चमक आ जाती है। लखनऊ हम पर फिदा और हम फिदा-ए-लखनऊ। टैगोर लाइब्रेरी और कैंटीन के समोसे और बन मक्खन याद रहता है। आज एकादशी है, देव जागरण का दिन है। यह बातें बुधवार को लखनऊ व‍िश्‍वव‍ि़द्यालय के शताब्‍दी वर्ष समारोह के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी ने कही। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि यूपी में बंद पड़े कारखानों को भी जल्‍द चालू क‍िया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, आज एकादशी है। देवगण सोने जाते हैं। आज देव जागरण का दिन है। जब सभी प्राणी के साथ देवता सो रहे होते हैं तब संयमी मानव लोक कल्याण के लिए काम करता है। देश को प्रेरित करने वाले नागरिकों का निर्माण ऐसे ही केंद्रों में होता है। कोरोना में अनेक संसाधन यहां जुटाएं गए हैं। मेरा सुझाव है जिन जिलों में आपका दायरा है वहां के लोकल कोर्स, वहां का स्किल विकास विश्वविद्यालय में किया जाए। रिसर्च, ब्रांडिंग, मार्केटिंग भी कोर्स का हिस्‍सा हो सकता है। लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का पीतल, अलीगढ़ के ताले, भदोही की कालीन इन पर नए सिरे से काम हो। यही नहीं आर्ट, कल्चर, हेरिटेज की ग्लोबल रीच पर काम किया जाए। कोई योग कहता है कोई योगा कहता है। मगर पूरी दुनिया को इसने जोड़ दिया है। पीएम मोदी ने कहा, लखनऊ विश्वविद्यालय ऊंचे लक्ष्‍य हासिल करने का केंद्र है। यहां के अधयापक अपने विद्यार्थी को निखारते हैं।

कहा, हम अपने सामर्थ्य का उपयोग ही नहीं कर पाए। रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री पर निवेश हुआ, घोषणा हुई, लेकिन यहाँ केवल बोगी रंग दिए जाते रहे। 2014 में हमने सोच बदली। आज सैकड़ो डिब्बे बन रहे हैं। इस पर यूपी को गर्व होगा। दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्ट्री बनेगी रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री। आत्मबल न हो तो सही नतीजा नहीं मिलता है। एक जमाने मे यूरिया उत्पादन के कई कारखाने फिर भी हम बाहर से मंगाते थे। हमारे कारखाने पूरी ताक़त से काम नहीं करते थे। हमने कड़े फैसले लिए। काम बढ़ गया। युरिया की 100 फीसद नीमकोटिंग किया। पहले भी कुछ मात्रा में होता था। हमने सौ फीसद नीमकोटिंग की।

पीएम ने कहा, पुराने और बन्द खाद कारखाने खुलेंगे। जिसके लिए गैस लाइन बिछाई जा रही है। आपके जीवन मे ऐसे लोग भी आएंगे जो हतोत्‍साहित करेंगे। लोग निराशा की बात करते हैं। आप खुद पर भरोसा कीजिये। जो ठीक है। जो उचित है वह कीजिये। उदहारण है कि खादी को लेकर हम गर्व करते हैं। खादी की प्रसिद्धि दुनिया में है। मैं जब गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैं इसको आगे बढ़ाया। लोग कहते थे कि युवाओं में कैसे बढ़ेगी। मैंने इन बातों को किनारे किया। 2002 को मैंने पोरबंदर में खादी का फैशन शो करवाया। उस दिन सारे पूर्वाग्रह ध्वस्त हुए। मैंने नारा दिया आजादी से पहले खाड़ी फ़ॉर नेशन आजादी के बाद खाड़ी फ़ॉर फैशन। सोच और संकल्प ने काम बना दिया । आज खादी स्टोर से एक करोड़ खादी बिक रही है। 2014 के बाद छह साल में जितनी खादी बिकी उससे कम 2014 से 20 साल में नहीं बिकी थी। डिजिटल गैजेट आपका समय छीन रहे हैं। आप अपने लिए समय निकालिए। मैं हर साल खुद मुझसे मिलने जाता था। ऐसी जगह पर जाता था, जहां बस पानी मिल जाए। आप भी ऐसे ही कुछ समय अपने आपको दीजिये। छात्र जीवन गुजर जाने के बाद फिर नहीं मिलता है। इसको एन्जॉय कीजिये। इनकरेज भी कीजिये। ये दोस्त हमेशा आपके साथ रहेंगे। दोस्ती कीजिये और दोस्ती निभाइए।

पीएम मोदी ने कहा, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मेंं अमूल चूल परिवर्तन किए गए हैं। बंधनोंं में दहला हुआ शरीर और खांचे मेंं रहनेे वाला व्यक्ति बढ़ नहीं सकता है। आप परिवर्तन के साथ रहें। नई शिक्षा नीति पर विमर्श करें। इसको लागू करें 75 साल व्यम राष्ट्रे जागृहम पुरोहितः।  कहा, 2047 का विजन बनाइए। तब आप कहाँ होंगे। देश के लिए आप क्या करेंगे। बीते दिनों की गाथाएं आने वाले दिनों की पगडंडी बन जाए। 25 साल का रोड मैप बनाएं। आप देश को सौ साल में क्या देंगे इसकी तैयारी करें।

इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ स‍िंंह ने कहा, लखनऊ विश्वविद्यालय केे 100 साल भारतीय शिक्षा जगत की ऐतिहासिक घटना है। भारत के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है। भारतीय राजनीति स्वतंत्रता आन्दोलन के समय ये विश्वविद्यालय बना। जब कोई संस्था सौ साल पूरे करती है, जब कोई संस्थान लम्बे समय तक टिका रहा तो तय है कि नींव मजबूत थी। डॉ बीरबल साहनी से पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकरदयाल शर्मा यहां रहे। स्टीव जॉब्स एपेल संस्थापक भी नीम करौरी बाबा के भक्त थे। बाबा नीम करौरी का मंदिर विश्वविद्यालय के सामने है। लविवि का इतिहास और भूगोल दोनों गौरवमयी हैंं। मैंं अपने शिक्षा मंत्री काल मे यहां आता था। आज कोविड की बड़ी चुनौती है। युवा कोरोनावारियर्स रहे हैं। हमने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है।

रक्षामंत्री नेे कहा, आत्म निर्भर भारत धनवान, ज्ञानवान और चरित्रवान भी होगा। स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि हमारे देश मे संस्कृति व्यक्ति को बनाती है। आप आगे बढ़ेंगे तो भारत आगे बढ़ेगा। आपके साथ भारत की संस्कृति है। हम बड़े सुधार कर रहे हैं। हम बड़े बदलाव कर रहे हैं। हम पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनेंगे। हम कई बड़े सुधार कर रहे हैं। लखनऊ के सांसद ने कहा, इस साल केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी है। हमारी शिक्षा नीति का उद्देश्य what to think था। अब हमारी नीति कहती है how to think।

लखनऊ के सांंसद राजनाथ स‍िंह वीड‍ियो कांफ्रेंस‍िंग के माध्‍यम से समारोह को संबांध‍ित क‍िया। एक हफ्तेे से चल रहे कार्यक्रम के अंत‍िम द‍िन पद्मश्री मालिनी अवस्थी, सुरेश कुमार खन्ना, क्रिकेटर सुरेश रैना, राजीव कुमार, जूही चतुर्वेदी, डॉ नरेश त्रेहन को सम्‍मान‍ित क‍िया गया। इस दौरान दैनिक जागरण के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक प्रशांत मिश्र को भी सम्मनित किया गया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.