तरनतारन . तरनतारन में बुधवार देर रात एक धमाके में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा है कि गड्ढा खोदते वक्त यह धमाका हुआ। इस घटना को आतंकी साजिश से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
यह शंका इसलिए हो रही है क्योंकि आधी रात को ये लोग सुनसान जगह पर गड्ढा क्यों खोद रहे थे। वहां विस्फोट कैसे हुआ? क्या यह विस्फोटक छिपाने या फिर निकालने गए थे? पुलिस इनके परिजनों से पूछताछ कर रही है। घटना क्लेर गांव में हुई।
बारूद से धमाका होने के सुराग
पुलिस ने बताया कि विस्फोट में हरप्रीत सिंह हैप्पी निवासी बछड़े, विक्रमजीत सिंह विक्की निवासी कदगिल की मौत हो गई, जबकि गुरजंट सिंह पुत्र रेशम सिंह गंभीर रूप से जख्मी है। फिलहाल गुरजंट सिंह को तरनतारन के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। मारे गए दोनों युवकों के शव घटनास्थल पर ही पड़े हुए हैं। जांच एजेंसियों के वहां पहुंचने के बाद ही वहां से शवों को पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा जाएगा। मौके से बारूद से धमाका होने के कुछ सुराग भी मिले हैं।
आईबी की टीम घटनास्थल पर पहुंची
आईजी बॉर्डर रेंज एसपीएस परमार, एसएसपी तरनतारन ध्रुव दहिया, काउंटर इंटेलीजेंस के एआईजी केतन पाटिल और आईबी की टीम घटनास्थल पर पहुंची। फारेंसिक, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाॅयड की टीम ने भी घटनास्थल की जांच कर कई अहम सुराग इकट्ठे किए। आईजी बॉर्डर रेंज एसपीएस परमार का कहना है कि घटना से जुड़े तीनों लोगों के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। बिना मामले की तह तक छानबीन किए कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
धमाके में मरने वाले हरप्रीत सिंह, विक्रम सिंह और घायल गुरजंट सिंह के परिवार सदमे मे हैं। उनके मुताबिक उन्हें इस घटना से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। हरप्रीत सिंह के पिता ने बताया कि उनका बेटा अलमारी बनाने का काम करता था। वह सुबह काम पर जाता था और रात को वापस आता था। उन्होंने कहा कि गुरजंट सिंह से उसके संबंध जरूर थे, लेकिन वह किसी साजिश में शामिल नहीं है।
सालभर पहले हो चुकी दो घटनाएं
नवंबर 2018 में अमृतसर के निरंकारी भवन में धमाके के बाद तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले की जब तह तक जांच की गई तो आरोपी खालिस्तान समर्थक निकले थे। इसके एक महीने बाद अजनाला में नाके पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की ताे बदमाश थैला फेंककर फरार हो गए थे। इस थैले में ग्रेनेड मिले थे।
बटाला बलास्ट में अब तक 24 लोगों की हो चुकी है मौत
वही दूसरी तरफ बटाला में गत दिवस बुधवार दोपहर बाद एक पटाखा फैक्ट्री में पटाखे में बारूद भरते वक्त निकली चिंगारी से पास मौजूद गैस सिलेंडर ने आग पकड़ी और जोरदार धमाके के साथ फैक्ट्री ढह गई। इस घटना में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पुलिस ने जिम्मेवार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें फैक्ट्री संचालक के परिवार से संबंधित 7 लोगों की भी मौत हुई है। वहीं घायल हुए 27 में से 6 गंभीर हालत में हैं। उन्हें अमृतसर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि पटाखा फैक्ट्री मालिक 4 भाई थे, जिनमें से 3 की मौत हो गई है। सांसद सनी देओल ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना। हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री कैटपन अमरिंदर सिंह शुक्रवार को आएंगे।
हादसा 10 हजार से ज्यादा की आबादी वाले गुरु तेग बहादुर काॅलोनी के इलाके में बुधवार दोपहर बाद बुधवार दोपहर 3:40 बजे हुआ। धमाका इतना जबरदस्त था कि लाशें कई मीटर दूर जाकर सड़क व नाले में जा गिरी। हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई, वहीं घायल हुए 27 में से 6 गंभीर हालत में हैं। उन्हें अमृतसर रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि पटाखा फैक्ट्री मालिक 4 भाई थे, जिनमें से 3 की मौत हो गई है। हादसे के वक्त फैक्ट्री में करीब 60 लोग मौजूद थे। विस्फोट पटाखे बनाते समय निकली चिंगारी से सिलेंडर को लगी आग के कारण हुआ।
धमाके से 500 मीटर तक का इलाका दहल गया। वहीं, 50 गज दूरी पर सेंट फ्रांसिस स्कूल भी है, जिसमें 3300 बच्चे पढ़ते हैं। आधे घंटे पहले छुट्टी हुई थी। करीब 1500 बच्चे यहीं से निकले थे। बगल के गुरुद्वारे में भी बाबे के ब्याह की तैयारियां चल रही थी, जहां करीब 200 लोग थे। वह भी बाल बाल बचे। हालांकि, दीवार टूट गई है। एनडीआरएफ, 7 वाटर कैनन मौके पर हैं। सीएम ने पीड़ित परिजनों को 2 लाख देने का एलान किया है। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं। फोरेंसिक टीम आज धमाके के कारण का पता लगाएगी।