- महाराष्ट्र के लिए बीजेपी से गठबंधन में कंप्रोमाइज किया- उद्धव
- शिवसेना का सीएम बनने तक शांत नहीं बैठूंगा- उद्धव
- उद्धव ने कहा- जरूरी नहीं आदित्य तुरंत CM या डिप्टी CM बनें
मुंबई। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन ऐसा है जिसमें हमेशा कुछ न कुछ खटपट सुनाई देती रही है. खासकर शिवसेना की तरफ से तमाम मसलों पर बीजेपी को आइना दिखाया जाता रहा है. अब जबकि दोनों पार्टियां महाराष्ट्र में मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं, ऐसे में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने फिर एक बार गठबंधन को लेकर बयान दिया है. ठाकरे ने कहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र की भलाई के लिए बीजेपी से गठबंधन में कंप्रोमाइज किया है.
सामना के एक्जीक्यूटिव एडिटर संजय राउत को दिए इंटरव्यू में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी से शिवसेना का गठबंधन हिंदुत्व पर आधारित है. ठाकरे ने यह भी कबूला कि उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन में आने के लिए कंप्रोमाइज किया है, जो सिर्फ महाराष्ट्र की भलाई के लिए है.
ठाकरे ने कहा, ‘हम कम सीटों पर लड़ रहे हैं, क्योंकि देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल ने मुझसे अपनी समस्या समझने की अपील की थी. भले ही शिवसेना कम सीटों पर लड़ रही है, लेकिन पार्टी ज्यादातर सीटों पर जीत दर्ज करेगी.’
सीएम और डिप्टी सीएम के सवाल भी उद्धव ठाकरे ने अपनी राय रखी. ठाकरे ने बताया कि उन्होंने अपने पिता (बालासाहेब ठाकरे) को जुबान दी थी कि एक दिन मैं शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाऊंगा. उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब तक मैं अपने पिता को दिया हुआ वचन पूरा नहीं करता, तब तक शांत नहीं बैठूंगा.
आदित्य ठाकरे बनेंगे सीएम या डिप्टी सीएम?
उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे और ठाकरे परिवार से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे आदित्य पर राय जाहिर की. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘आदित्य चुनाव लड़ रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वो तुरंत ही सीएम या डिप्टी सीएम बन जाएंगे. वो विधानसभा का तजुर्बा लेना चाहते हैं. यह कोई बुरा फील्ड है. युवाओं को आना चाहिए और राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए.’
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान है और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. उद्धव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन के वक्त यह बात तय हुई थी कि सत्ता और जिम्मेदारियों में बराबर की हिस्सेदारी होगी. उद्धव ने कहा कि मुझे विश्वास बीजेपी अपने शब्दों पर कायम रहेगी और 24 को लोग बराबर हिस्सेदारी के बारे में जानेंगे.