उद्धव ठाकरे को चुना गया गठबंधन का नेता, कहा- हम परिवार की तरह काम करेंगे
अब उद्धव ठाकरे 1 दिसबंर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. 1 दिसंबर को महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण होगा. रविवार की शाम पांच बजे मुंबई के शिवाजी पार्क में शपथग्रहण होगा. उद्धव ठाकरे ने कहा कि सपने में भी नहीं सोचा था कि सीएम बनूंगा.
मुंबई: एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस की बैठक में उद्धव ठाकरे को नेता चुना गया. मुंबई के होटल ट्राइडेंट में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को नेता चुना गया. एनसीपी, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नाम का प्रस्ताव रखा. अब उद्धव ठाकरे 1 दिसबंर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. 1 दिसंबर को महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण होगा. रविवार की शाम पांच बजे मुंबई के शिवाजी पार्क में शपथग्रहण होगा. तीनों दलों के गठबंधन का नाम ‘महाविकास अघाड़ी’ है. नेता चुने जाने के बाद ठाकरे ने कहा कि हम परिवार की तरह काम करेंगे.
शरद पवार ने किया बाल ठाकरे का जिक्र
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी के नेता चुने गए हैं. तीनों दलों ने उद्धव ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना है. जनता ने जो जिम्मेदारी दी है हम उसे निभाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए तीन नेता राजभवन जाएंगे. इसके साथ ही शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का जिक्र किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं से लेकर नेता तक बाला साहेब के अच्छे संबंध थे. वे हाजिर जवाबी थे और सभी नेताओं से उनके अच्छे संबंध थे.
सपने में भी नहीं सोचा था कि सीएम बनूंगा- उद्धव ठाकरे
इसके बाद उद्धव ठाकरे ने विधायकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘’कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा समय आएगा. सोनिया गांधी का धन्यवाद. एक दूसरे पर विश्वास कर हम एक साथ आएं हैं. तीस साल जिसके साथ हमने दोस्ती निभाई उन्होंने हम पर विश्वास नहीं रखा. संघर्ष के दिनों में बाला साहेब की याद आती है. कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि सीएम बनूंगा. इस सरकार में बहुत से लोग अनुभवी हैं. ये आम लोगों की सरकार है. हम सब परिवार की तरफ काम करेंगे. आप सब सीएम हैं. ’’
बता दें कि 23 नवंबर को अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस की जो सरकार अस्तित्व में आई थी वो आज गिर गई. महज 80 घंटों में फडणवीस सरकार गिर गई. आज पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस्तीफा दिया. इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी राज्यपाल को जाकर अपना इस्तीफा सौंप दिया. हालांकि राज्यपाल ने फडणवीस को नई सरकार बनने तक कार्यवाहक सीएम की भूमिका में रहने के लिए कहा है.
इस्तीफे के बाद फडणवीस ने शिवसेना पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता की भूख के लिए शिवसेना के नेता अब सोनिया गांधी के साथ हैं. हमने शिवसेना के लिए बहुत इंतजार किया लेकिन उन्होंने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया. दूसरी तरफ से कांग्रेस और एनसीपी से बातचीत करते रहे. जो लोग कभी मातोश्री से बाहर नहीं निकला करते थे वे सरकार बनाने के लिए दरवाजे-दरवाजे जा रहे थे. उन्होंने कहा, ”हम विधानसभा चुनाव में शिवसेना के साथ लड़े और बीजेपी-शिवसेना को बहुमत मिला. हमारा स्ट्राइक रेट अच्छा था.” फडणवीस ने कहा कि चुनाव से पहले शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई थी.
ये बीजेपी के अंत की शुरुआत- नवाब मलिक
एनसीपी के सीनियर नेता नवाब मलिक ने कहा कि ये बीजेपी के अंत की शुरुआत है. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि ये अगले 20-25 सालों तक चलेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी बहुत अहंकारी हो चुकी है. शिवसेना सांप्रदायिक राजनीति करने के लिए नहीं बनी थी. वह राज्य के लोगों की सेवा करने के लिए आई थी. बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद शिवसेना बर्बाद हो गई.