बठिंडा में मार्कफैड से पांच लाख की लागत वाले 500 गट्टे धान ट्रक में लादकर फरार, दो लोगों को किया नामजद

हालात यह है कि अनाज को खराब बताकर या फिर चूहों की तरफ से खाने जैसे बहानों को सहारा बनाकर गोदामों से नया अनाज उठवा दिया जाता है व जब भी स्पेशल निकलती है उससे पहले अनाज में पानी डालकर उसका वजन अधिक कर दिया जाता है व जिसका अनाज पानी पड़ने के बाद बढ़ता है उतना नया अनाज गोदामों से हेरफेर कर शैलरों व व्यापारियों को बेचकर जेब भरने का धंधा चलता है। इस बाबत खरीद एजेंसियों के चंडीगढ़ व दिल्ली स्थित दफ्तरों में अधिकारियों के पास दर्जनों शिकायतें जाती है लेकिन इसमें आज तक घपलेबाजों के खिलाफ किसी तरह की कारर्वाई नहीं की गई है। फिलहाल पुलिस की तरफ से जिन लोगों के खिलाफ चोरी व अनाज को खुर्दबुर्द करने का केस दर्ज किया गया है वह लंबे समय से गोदामों में सेधमारी करने का धंधा कर रहे थे।

बठिंडा. नंदगढ़ पुलिस ने सरकारी गौदाम में जालसाजी कर 500 गट्टा धान चोरी कर लिया। करीब 18 हजार 750 किलो धान की बाजार कीमत पांच लाख रुपए के करीब बताई जा रही है। इसमें पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ अमानत में ख्यानत करने के आरोप में केस दर्ज किया है। पुलिस के पास सुखविंदर सिंह वासी बलराज नगर बठिंडा ने शिकायत दी कि सोनू सिंह वासी पटेल नगर बठिंडा, बूटा सिंह वासी सेमा कलां गत दिवस ट्रक लेकर सरकारी खरीद एजेंसी मार्कफैड के गोदाम में पहुंचे जहां उन्होंने करीब 500 गट्टा जिसमें प्रत्येक गट्टे में 37 किलो 500 ग्राम धान था को लेकर फरार हो गए। मामले चुघंकला का है।

इसमें जब स्टोर में आमद की जांच की गई तो पांच लाख रुपए के करीब अनाज कम मिला व आरोपी लोगों के खिलाफ पुलिस नंदगढ़ थाना में लिखित शिकायत दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। गौरतलब है कि मार्कफैड, पनसप जैसी सरकारी एजेंसियों के गोदाम से लोडिग करने वाले ट्रक चालकों व अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से अनाज चोरी करने, पानी डालकर वजन बढ़ाने व अनाज को खराब दिखा नए अनाज को खुर्दबुर्द करने का गौरखधंधा लंबे समय से किया जा रहा है। इसमें हजारों क्विंचल अनाज हर साल घपले की भेट चढ़ता हैं। जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जाता है। हालात यह है कि अनाज को खराब बताकर या फिर चूहों की तरफ से खाने जैसे बहानों को सहारा बनाकर गोदामों से नया अनाज उठवा दिया जाता है व जब भी स्पेशल निकलती है उससे पहले अनाज में पानी डालकर उसका वजन अधिक कर दिया जाता है व जिसका अनाज पानी पड़ने के बाद बढ़ता है उतना नया अनाज गोदामों से हेरफेर कर शैलरों व व्यापारियों को बेचकर जेब भरने का धंधा चलता है। इस बाबत खरीद एजेंसियों के चंडीगढ़ व दिल्ली स्थित दफ्तरों में अधिकारियों के पास दर्जनों शिकायतें जाती है लेकिन इसमें आज तक घपलेबाजों के खिलाफ किसी तरह की कारर्वाई नहीं की गई है। फिलहाल पुलिस की तरफ से जिन लोगों के खिलाफ चोरी व अनाज को खुर्दबुर्द करने का केस दर्ज किया गया है वह लंबे समय से गोदामों में सेधमारी करने का धंधा कर रहे थे। उक्त लोग चोरी किए धान व अनाज को शैलरों व फीड फैक्ट्रियों में बेचने के साथ कुछ व्यापारियों को ओनेपोने भाव में बेचते हैं जिसमें आगे बाजार में 25 से 30 रुपए प्रति किलो बिकने वाले चावल व 18 रुपए किलो बिकने वाली कनक को दो से पांच रुपए कम कीमत में बेचते हैं। फिलहाल पुलिस इस बाबत चल रहे गिरोह के संबंध में जानकारी जुटा रही है।

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