नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली पिछले कई दिनों से शीतलहर का शिकार है. दिल्ली में ठंड को लेकर रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. पिछले 120 सालों में महज 4 बार ऐसा हुआ है जब दिसंबर का महीना इतना ठंडा रहा हो. कोहरे के चलते यातायात पर भी काफी असर पड़ा है. दिल्ली में ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है.
दिल्ली में इससे पहले 1901 में अधिकतम तापमान 20 डिग्री गया था, लेकिन इस बार ठंड के सभी रिकॉर्ड टूटते हुए नज़र आ रहे हैं. बीते शनिवार को राजधानी दिल्ली का सबसे ठंडा दिन रहा. जब पारा 2.4 डिग्री पर पहुंच गया था. वहीं आज यानी सोमवार की सुबह दिल्ली में कोहरे की मोटी चादर बिछी हुई है. विजिबिलिटी इतनी कम है कि मात्र 10 मीटर की दूरी पर भी कुछ देखना मुश्किल हो रहा है. सुबह के समय तो इतना कोहरा था कि गाड़ी चलाने वालों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी.
सुबह 8:30 बजे दिल्ली के सफदरजंग का न्यूनतम तापमान करीब 2.6 डिग्री पर पहुंचने से ठंड और भी ज्यादा बढ़ गई. कोहरे और ठंड के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता नजर आया. कई जगह पर हवा की गुणवत्ता 400 से ऊपर रही. पूरे शहर में कोहरा छा जाने से दुर्घटनाओं की संभावना बनी हुई. इंडिया गेट पर आए चेतन का यह कहना था कि आज काफी ज्यादा ठंड है उनको यह लगता है कि आज का दिन सबसे ज्यादा ठंडा दिन साबित होगा. उन्होंने कहा कि कोहरा इतना ज्यादा है कि गाड़ी चलाने में भी खतरा है. प्रदूषण की भी समस्या आ रही है सांस ले पाना काफी मुश्किल हो रहा है.
कोहरा छाने से ना केवल लोगों को परेशानी हो रही है बल्कि इससे यातायात भी ठप पड़ा है. गाड़ियां धीमी चल रही हैं. कोहरे की चादर बिछने से ट्रेनों की आवाजाही पर भी काफी असर पड़ा है. करीब 20 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं. इनमें से कुछ तो 2 से 3 घंटा लेट हैं. वहीं यात्रियों का कहना है कि बेहद ठंड होने की वजह से हाथ-पैर सुन्न से हो गए हैं. ऐसे में जब ट्रेन नहीं आ रही है तो काफी ज्यादा दिक्कत बढ़ रही है.
कोहरे की चादर में लिपटा जम्मू, सर्दी ने पिछले 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
जम्मू: दिसंबर के दूसरे सप्ताह से जम्मू में जारी शीतलहर के बाद अब कोहरे ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. सोमवार सुबह से ही पूरा जम्मू शहर कोहरे की घनी चादर में लिपटा हुआ है. कोहरे की वजह से हवाई और रेल यातायात पर भी व्यापक असर पड़ा है.
अगर जम्मू की बात करें तो जम्मू में ठंड ने पिछले 37 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यहां पारा सामान्य से करीब 10 डिग्री कम रिकॉर्ड किया जा रहा है. ठंड और ठिठुरन के बाद अब कोहरे ने मानो यहां जिंदगी पर ब्रेक लगा दिए हैं. जम्मू में भी रात का तापमान लगातार गिर रहा है और बर्फीली हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई है. वहीं पूरे जम्मू-कश्मीर में लगतार पिछले तकरीबन एक महीने से अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 10 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में ठंड ने पिछले करीब चार दशकों के रिकॉर्ड को तोड़ा है.
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक साल 1982 के बाद इस साल तक कभी मौसम इतना ठंडा नहीं रहा है. साल 1982 के बाद कभी दिसंबर के महीने में लगतार कई दिनों तक तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड नहीं किया गया. मौसम के जानकार मानते है कि इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह में बेशक तापमान सामान्य था, लेकिन दूसरे सप्ताह से तापमान लगातार सामान्य से कम रिकॉर्ड किया जा रहा है.
सोमवार को घने कोहरे के चलते जम्मू में कोई भी फ्लाइट लैंड नहीं कर पाई, जबकि जम्मू से दिल्ली और ग्वालियर की दो उड़ानों को खराब मौसम के चलते रद्द करना पड़ा. मौसम की मार जम्मू पहुंचने वाली ट्रेनों पर भी पड़ी. जम्मू पहुंचने वाली तकरीबन सभी ट्रेनें रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही हैं.
वहीं मौसम विभाग की मानें तो 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक जम्मू कश्मीर में बर्फबारी और भारी बारिश के संकेत दिए हैं. मौसम विभाग ने 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक जम्मू कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है.