दिल्ली: टमाटर की बढ़ती कीमतों ने एक बार फिर बढ़ाया आम आदमी की जेब का भार

दिल्ली की मंडियों से दिल्ली के बाजारों में टमाटर बेचने वाले व्यापरियों का कहना है कि जो टमाटर 20 दिन पहले तक कौड़ी के भाव में जा रहा था अब वही मंडी का राजा बना बैठा है. दूसरी तरफ निर्देशों के बावजूद भी मदर डेरी के सफल स्टोर अभी भी 55 और 58 रुपए प्रति किलो की दर से टमाटर बेच रहे हैं जिसका भुगतान अब आम आदमी की जेब से हो रहा है.

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नई दिल्ली: दिल्ली की गाजीपुर मंडी में टमाटर की बोली जो आम दिनों में 600 रुपए प्रति पेटी (25 किलो) के करीब रहा करती थी, वह शनिवार की सुबह 800 रुपए प्रति पेटी से शुरू हुई और अधिकतम 1400 रुपए तक आ गई. वहीं सड़ा हुआ टमाटर जो कभी 100 रुपए प्रति पेटी बिका करता था उसकी बोली भी 500 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से लगी. ये टमाटर बाजार में पहुंचते-पहुंचते फुटकर दुकानदारों के पास 50-55 रुपए में जा रहा है जबकि रसोई में पहुंचते-पहुंचते इसकी कीमत 60 से 65 रुपए तक हो रही है. व्यापारियों ने बताया कि आम दिनों में टमाटर की कीमत 300 रुपए प्रति पेटी के आसपास रहती है लेकिन बारिश के दिनों में टमाटर की कीमत बढ़ना आम बात है.

 

हिमाचल से टमाटर लाकर दिल्ली की मंडियों में बेचने वाले व्यापारी परमेश्वर बताते हैं कि आम दिनों में टमाटर की फसल काफी कम दाम में जाती है लेकिन इन दिनों में उन्हें इन्हीं टमाटरों के दाम काफी ज्यादा मिलते हैं. वहीं दूरी तरफ दिल्ली की मंडियों से दिल्ली के बाजारों में टमाटर बेचने वाले व्यापरियों का कहना है कि जो टमाटर 20 दिन पहले तक कौड़ी के भाव में जा रहा था अब वही मंडी का राजा बना बैठा है.

 

आम दिनों में दिल्ली की मंडियों में टमाटर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और बंगाल समेत कई राज्यों से आता है. लेकिन बारिश के दिनों में टमाटर की फसल भी कम राज्यों में ही होती है और टमाटर का आयात और निर्यात भी प्रभावित होता है. जिसके चलते टमाटर आयात दिल्ली में लगभग 3-4 राज्यों से ही होता है. यह आयात 70 प्रतिशत तक प्रभावित होता है. यही वजह है कि दिल्ली में टमाटर की कीमतें 300 फीसदी तक बढ़ गई हैं. दूसरी तरफ निर्देशों के बावजूद भी मदर डेरी के सफल स्टोर अभी भी 55 और 58 रुपए प्रति किलो की दर से टमाटर बेच रहे हैं जिसका भुगतान अब आम आदमी की जेब से हो रहा है.

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