जम्मू-कश्मीर से किसी अप्रिय स्थिति का समाचार नहीं, जिंदगी हो रही है सामान्य-सरकार

जम्मू-कश्मीर की सूचना निदेशक सैयद सहरीश असगर ने बताया कि जम्मू रीजन से किसी भी तरह की लॉ एंड ऑर्डर की खराब स्थिति का समाचार नहीं आया है.

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नई दिल्लीः जम्मू और कश्मीर की डायरेक्टर ऑफ इनफॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन्स सैयद सहरीश असगर ने आज जम्मू और कश्मीर की स्थिति को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पूरी घाटी से कानून और व्यवस्था को लेकर कोई अप्रिय स्थिति का समाचार नहीं आया है. यहां जिंदगी सामान्य ढर्रे पर लौट रही है. सामान्य तौर पर यहां की जनता सहयोग कर रही है.

 

उन्होंने ये भी कहा कि कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा कल कुछ अफवाहें फैलाने की कोशिशें की गई, लेकिन सरकार लोगों से आग्रह करती है कि वे स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें. इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि जम्मू रीजन से किसी भी तरह की लॉ एंड ऑर्डर की खराब स्थिति का समाचार नहीं आया है.

जम्मू-कश्मीर के सूचना एंव जनसंपर्क विभाग की निदेशक सैयद सहरीश असगर ने बताया कि जम्मू क्षेत्र में कानून-व्यवस्था उल्लंघन की कोई घटना दर्ज नहीं की गई है. कश्मीर में लागू प्रतिबंधों में ढील के बाद स्कूल दोबारा खोल दिए गए हैं और शिक्षक काम पर लौट आए हैं, लेकिन छात्रों की उपस्थिति अधिक नहीं रही.

वहीं मध्य कश्मीर के पुलिस उप महानिरीक्षक वी.के.बिर्दी ने बताया कि सोमवार को जिन इलाकों में ढील दी गई या जारी रखी गई, वहां कानून-व्यवस्था उल्लंघन की कोई घटना सामने नहीं आई और माहौल शांतिपूर्ण है. उन्होंने कहा, ‘कुछ स्थानों पर पत्थरबाजी की छिटपुट घटनाएं सामने आई, लेकिन कानून के तहत उपद्रवियों को तितर-बितर कर दिया गया.’ बिर्दी ने बताया कि हालात पर करीब से नजर रखी जा रही है और स्थिति धीरे-धीरे समान्य हो रही है. कुल मिलाकर कानून व्यवस्था उल्लंघन की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है.
इससे पहले प्रतिबंधों में ढील के बाद कश्मीर के कई स्कूलों के शिक्षक काम पर लौट आए, हालांकि, छात्रों की उपस्थिति कम रही. अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर शहर में 190 प्राथमिक स्कूलों को खोलने के लिए जरूरी इंतजाम किए गए और घाटी के अधिकतर हिस्सों में सुरक्षाबलों की तैनाती पहले जैसी है.
बारामूला जिले में अधिकारियों ने बताया कि पांच शहरों को छोड़ जिले के बाकी स्कूल खोल दिए गए हैं. उन्होंने कहा,‘पट्टन, पहालन, सिंहपोरा, बारामूला और सोपोर में प्रतिबंधों में ढील नहीं दी गई है. जिले के बाकी हिस्सों में प्राथमिक स्कूल खोल दिए गए हैं. हम संबधित स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति से जुड़ी विस्तृत जानकारी एकत्रित कर रहे हैं.’

आपको बता दें कि कश्मीर के मौजूदा हालात को लेकर आज गृहमंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एएसए) अजीत डोभाल, आईबी प्रमुख अरविंद कुमार और केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात पर चर्चा हुई. अनुच्छेद 370 हटाए जाने और जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांटकर दोनों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) को केंद्र शासित प्रदेश बनाये जाने के फैसलों के बाद डोभाल 10 दिनों तक घाटी में रुके थे.

 

कश्मीर घाटी से लौटने के बाद डोभाल की अमित शाह के साथ यह पहली बैठक है. उन्होंने हालात पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखी थी. एक अधिकारी ने बताया कि एनएसए ने गृहमंत्री को जम्मू कश्मीर की संपूर्ण स्थिति के बारे में बताया. डोभाल अब एक बार फिर जम्मू-कश्मीर जाएंगे.

 

घाटी में खुले स्कूल
कश्मीर में आज प्रतिबंधों में छूट दी गई और कुछ स्कूल खुले. लेकिन स्कूलों में ज्यादा छात्र नहीं दिखे. अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने श्रीनगर में 190 प्राथमिक स्कूलों को खोलने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं जबकि घाटी के अधिकतर हिस्सों में सुरक्षा बल अब भी तैनात हैं. हालांकि सभी निजी स्कूल आज सोमवार को लगातार 15वें दिन भी बंद रहे क्योंकि पिछले दो दिन से यहां हुए हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर अभिभावक सुरक्षा स्थिति को लेकर आशंकित हैं.

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