अमरनाथ यात्रा-अमरनाथ यात्रा मार्ग पर पाक में बनी बारूदी सुरंग मिली, सरकार ने यात्रियों से वापस लौटने के लिए कहा, आतंकी हमले की आशंका

पिछले तीन दिनों से ये लगातार इनपुट मिल रहा था कि अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाया जा सकता है. इसके बाद गृह मंत्रालय की तरफ से एडवाइजरी आई है जिसमें कहा गया है कि यात्रियों को तुरंत यात्रा स्थगित करके वापस लौटना चाहिए. जानकारी के मुताबिक, कश्मीर में इस समय तकरीबन 40 से 50 हजार अमरनाथ श्रद्धालु और पर्यटक हैं जिनमें इस निर्देश के बाद अफरातफरी का माहौल पैदा होने के साथ ही दहशत भी फैल गई है।

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नई दिल्लीः अमरनाथ यात्रा को लेकर बड़ी खबर आई है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने अमरनाथ यात्रियों को वापस जाने के लिए कहा है. अमरनाथ यात्रा पर गए यात्रियों के लिए भारत सरकार की तरफ से एडवाइजरी की गई है जिसमें कहा गया है कि श्रद्धालुओं को तुरंत वापस लौटना चाहिए और जहां पर वो हैं उसी जगह से तुरंत वापस लौटें. पाकिस्तानी में सक्रिय आतंकी संगठनों की तरफ से अमरनाथ यात्रा पर हमले की आशंका के मद्देनजर भारत सरकार ने ये फैसला किया है. पहले अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त तक होनी थी.

 

Jammu & Kashmir govt has issued security advisory for #AmarnathYatra pilgrims and tourists, asked them to return amid terror threat | अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा, जम्मू कश्मीर सरकार ने की 15 दिन पहले यात्रा समाप्त करने की घोषणा

 

पिछले तीन दिनों से ये लगातार इनपुट मिल रहा था कि अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाया जा सकता है. इसके बाद गृह मंत्रालय की तरफ से एडवाइजरी आई है. बता दें कि खराब मौसम के चलते पहले ही अमरनाथ यात्रा को 4 अगस्त तक के लिए स्थगित किया जा चुका था और अब विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर जम्मू-कश्मीर से अमरनाथ यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों से भी वापस लौटने के लिए कहा गया है. लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिल्लन ने श्रीनगर में बताया कि अमरनाथ यात्रा के रुट पर स्नाइपर राइफल मिली है. ये एक एम-24 स्नाइपर राइफल है जो कि एक टेलीस्कोप के साथ बरामद की गई है.

पाकिस्तान के आतंकी अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश रच रहे थे। सुरक्षाबलों को यात्रा के आसपास एक आतंकी ठिकाने से अमेरिकन स्नाइपर राइफल और पाकिस्तान में बनी बारूदी सुरंग मिली है। इसके बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों को जल्द से जल्द लौटने की सलाह दी है। इससे पहले खराब मौसम की वजह से यात्रा 4 अगस्त तक रोक दी गई थी।

शुक्रवार को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले दिनों पकड़े गए कुछ आतंकियों और उनके ठिकानों से मिले गोला-बारूद से साफ हो चुका है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।

अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आने वाले पर्यटकों को तत्काल कश्मीर खाली करने का सरकारी फरमान सुनाया गया है। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा 15 दिन पहले ही समाप्त कर दी गई है। इस फरमान के कारण वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं में भी अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।

राज्य गृह विभाग के प्रमुख सचिव शालीन काबरा द्वारा जारी एक निर्देश में सभी अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आने वाले पर्यटकों से जल्द से जल्द कश्मीर को छोड़ कर जाने के लिए कहा गया है। इसके लिए उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है।

लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रही घुसपैठ की कोशिशों को हमने विफल किया है। आतंकियों से पूछताछ में पाक सेना के द्वारा बिछाई लैंडमाइन के बारे में जानकारी मिली है। ज्यादातर पकड़े गए आतंकी आईईडी तैयार करने के जानकार थे। पाक सेना के कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

 

सेना की तरफ से जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान द्वारा अमरनाथ यात्रा को आईडी धमाके और यात्रियों पर हमले के जरिये निशाना बनाने की कोशिश करने की विशिष्ट सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा आतंकियों के ठिकाने से एक पाकिस्तानी लैंड माइन भी बरामद की गई है जो कि पाकिस्तानी आर्मी की है ये साफ दिखाता है कि कश्मीर में आतंकी हमलों की कोशिश की जा रही थी.

 

भारतीय सेना के चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिल्लन ने आज बताया कि जो आईईडी बरामद किए गए हैं उनकी जांच की जा रही है और अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक ये साफ है कि पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने की कोशिशि कर रहा है. लेकिन हम कश्मीर की अवाम को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि किसी को भी कश्मीर की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी.

 

इससे पहले 31 जुलाई को खबर आई थी कि जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के अनुमान की वजह से अमरनाथ यात्रा चार अगस्त तक निलंबित रहेगी. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के एक प्रवक्ता ने बताया था कि ‘खराब मौसम, पत्थरों के गिरने और भूस्खलन के मद्देनजर खासतौर से जम्मू क्षेत्र में यात्रा चार अगस्त 2019 तक निलंबित रहेगी.’

जानकारी के मुताबिक, पिछले तीन दिनों से यात्रा को स्थगित रखने और कुछेक लंगरों को बंद कर दिए जाने के पीछे का कारण भी यही आतंकी खतरा रहा है। और अब इस सरकारी फरमान के बाद अमरनाथ यात्रा को समाप्त माना जा रहा है। वैसे इसकी समाप्ति 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन होनी थी।

ताजा सरकारी फरमान के कारण न सिर्फ अमरनाथ श्रद्धालुओं और कश्मीर आए पर्यटकों में दहशत तथा अफरातफरी है बल्कि अफरातफरी तथा असमंजस का माहौल वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं में भी है। हालांकि उनके प्रति कोई ऐसा सरकारी फरमान तो नहीं आया लेकिन उनमें से कईयों को वापस लौटने की मारामारी में उलझते हुए देखा गया है।

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