तमिलनाडु में हिन्दी का विरोध, DMK सांसद बोले- थोपने की कोशिश बर्दाश्त नहीं
डीएमके और कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मैय्यम ने कहा है कि तमिलनाडु में हिन्दी पढ़ाये जाने की केंद्र की किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा. डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा कि तमिलनाडु में हिन्दी लागू करने की कोशिश कर केंद्र सरकार आग से खेलने की कोशिश कर रही है.
नई दिल्ली. दक्षिण भारत में हिन्दी भाषा का एक बार फिर विरोध होता दिख रहा है. डीएमके और कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मैय्यम ने कहा है कि तमिलनाडु में हिन्दी पढ़ाये जाने की केंद्र की किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा. डीएमके सांसद टी शिवा ने कहा कि तमिलनाडु में हिन्दी लागू करने की कोशिश कर केंद्र सरकार आग से खेलने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति नया ड्राफ्ट देश के नये मानव संसाधन डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को ड्राफ्ट कमेटी ने सौंपा है. शुरुआत से ही हिन्दी भाषा के खिलाफ राजनीति करने वाली डीएमके ने कहा है कि ड्राफ्ट कमेटी के जरिये केंद्र तमिलनाडु पर हिन्दी थोपने की कोशिश कर रही है. टी शिवा ने कहा, “तमिलनाडु पर हिन्दी भाषा थोपने की कोशिश को यहां के लोगों द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, हमलोग हिन्दी को रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं.”
DMK leader T Siva in Trichy: The attempt to force Hindi language on people of Tamil Nadu will not be tolerated by its people. We are ready to face any consequences to stop Hindi language being forced on the people here. pic.twitter.com/WE990DUErN
— ANI (@ANI) June 1, 2019
कई हिन्दी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता से नेता बने मक्कल निधि मैय्यम के नेता कमल हासन ने भी कहा कि किसी के ऊपर भी हिन्दी भाषा नहीं थोपी जानी चाहिए. उन्होंने कहा, “मैंने कई हिन्दी फिल्मों में काम किया है, मेरे विचार से किसी पर भी हिन्दी भाषा नहीं थोपी जानी चाहिए.”