लता जी का अंतिम संस्कार:अनंत यात्रा पर स्वर कोकिला; राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, भाई और…
आज तानपुरे से सितार तक और बांसुरी से शहनाई तक सब बेसुरे हैं। ...और तबला, पखावज, ढोल मृदंग, सब बेताला हो रहे। तिरंगे तक ने सिर नवा दिया। स्वर कोकिला लता दीदी नहीं रहीं।
लता जी ने सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली और शाम 7 बजकर 16 मिनट पर…
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