चंडीगढ़। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने पर दुनिया का साथ नहीं मिलने के बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक जहरीली साजिश रची है. पाकिस्तान सतलुज नदी में चमड़े के कारखानों का जहरीला और रासायनिक कचरा फेंककर उसे दूषित कर रहा है जिससे उधर से आने वाला पानी पंजाब के सीमा से सटे गांव के लोगों को बीमार बना रहा है.
हालात यह है कि इस पानी से जहां पंजाब की धरती बंजर होगी वही लोगों को कैंसर, चमड़ी सहित विकलांगता जैसी गंभीर बीमारियां होने की आशंका बन रही है। इस खतरनाक खेल को समय रहते नहीं रोका जाता है तो आने वाले समय में पंजाब के करोड़ों लोग गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में होंगे वही पशुधन पंजाब से समाप्त हो जाएगा।
सतलुज नदी का पानी इतना जहरीला हो चुका है कि इससे कई मवेशियों की मौत हो चुकी है और पंजाब में फसलों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है. भारत से पाकिस्तान की तरफ बहने वाली सतलुज नदी को पाकिस्तान कसूर जिले में बड़े पैमाने पर दूषित कर रहा है.
बता दें कि बाढ़ की वजह से सतलुज नदी का पानी भारत से पाकिस्तान की तरफ बहता है और फिर वहां के कुछ हिस्सों में दाखिल हो कर वापस पंजाब में प्रवेश करता है. सतलुज नदी का पानी जैसे ही पाकिस्तान के क्षेत्र में जाता है वहां चमड़ा फैक्ट्रियां का जहरीला पानी सतलुज नदी में छोड़ दिया जाता है जिसके बाद जब यह फिर पंजाब की तरफ आता है तो भारत के लोगों के लिए जानमाल के नुकसान का सबब बन जाता है.
इस समस्या को लेकर पंजाब के लोगों ने बताया कि बाढ़ की वजह से पानी तो हर साल आता है लेकिन इस बार पानी में जहरीले पदार्थों की इतनी मिलावट और बदबू है कि लोगों के लिए सांस लेना और पानी पीना तक मुश्किल हो गया है. इस जहरीले पानी की वजह से कई जानवरों की मौत हो चुकी है.
इस मामले को लेकर भारतीय क्षेत्र फाजिल्का जिले के डीएम सुभाष खटक ने बताया कि भाखड़ा डैम से जो पानी छोड़ा जाता है वो पानी हुसैनीवाला से होते हुए पाकिस्तान के कसूर जिले से फाजिल्का के जलालाबाद में प्रवेश कर फिर भारत में दाखिल हो जाता है. इस पानी को वहीं जहरीला बना दिया जाता है. इस मामले में स्थानीय प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं.