नहीं रहीं सुषमा स्वराज, नम हैं देश की आंखें, दोपहर 3 बजे अंतिम संस्कार

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का हार्ट अटैक के बाद एम्स में निधनअंतिम दर्शन के लिए सुबह उनके घर पर रखा जाएगा पार्थिव शरीर12 बजे उनके पार्थिव शरीर को पार्टी दफ्तर ले जाया जाएगादोपहर 3 बजे लोधी रोड शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार होगा

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता और भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में एम्स में निधन हो गया. मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने के बाद बेहद नाजुक हालत में उन्हें रात 9 बजे एम्स लाया गया लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके.

देर रात उनके पार्थिव शरीर को जंतर-मंतर स्थित उनके आवास पर लाया गया. आज सुबह अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा जिसके बाद दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने उऩके निधन पर शोक व्यक्त किया है. बता दें कि सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ट्विटर पर बहुत ज्यादा सक्रिय रहती थीं. अपने निधन से कुछ घंटे पहले भी उन्होंने ट्वीट किया था. बता दें कि जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल लोकसभा से पारित होने के बाद भी उन्होंने एक ट्वीट किया था.

सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने शाम 7 बजकर 23 मिनट पर ट्वीट कर लिखा था, ‘बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत- एक भारत का अभिनन्दन. प्रधानमंत्री जी- आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.

इससे पहले सोमवार को राज्यसभा से इसी बिल को पारित होने के बाद भी उन्होंने ट्वीट किया था, बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत- एक भारत का अभिनन्दन. इसके अलावा उन्होंने लिखा था, ‘राज्यसभा के उन सभी सांसदों का बहुत-बहुत अभिनन्दन जिन्होनें आज धारा 370 को समाप्त करने वाले संकल्प को पारित करवाकर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी और उनके एक भारत के सपने को साकार किया. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को भी बधाई दी थी.

बता दें कि सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने अस्वस्थता के कारण ही पिछला लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था. उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी थी. कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी. इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था कि- मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. श्री नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे. सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती थीं. विदेश मंत्री रहते हुए वे ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान कर देती थीं. 16 वीं लोकसभा में वे मध्यप्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं. सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) विदिशा लोकसभा क्षेत्र से 2009 का चुनाव भी जीती थीं.

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