बियारिट्ज (फ्रांस): फ्रांस के बियारिट्ज में हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन की पूरी थीम पर्यावरण मित्र विकास के इर्द-गिर्द बुनी गई है. फ्रांस ने इस सम्मेलन की मेजबानी अटलांटिक सागर के किनारे बसे खूबसूरत शहर बियारिट्ज में की है. इसका उद्देश्य है कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले मुल्कों के नेता समुद्र और पर्यावरण में बढ़ते कचरे पर भी फिक्र कर सकें. इस कड़ी में जी-7 शिखर बैठक में भाग लेने पहुंच रहे नेताओं के लिए एक विशेष तोहफा भी तैयार किया गया है और वो है एक खास सोलर घड़ी.
The Prime Minister reached Biarritz in France, where he will take part in G-7 Summit.
In addition to the multilateral components of the Summit, he would also be meeting world leaders in separate bilateral interactions. pic.twitter.com/LoZjUBBZFW
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2019
रीसाइकल प्लासिट्क और फिशिंग नेट ( मछली पकड़ने के जाल) से बनी यह घड़ी प्रधानमंत्री मोदी समेत सभी नेताओं को दी जाएगी जो इस बैठक में भाग लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इस घड़ी का पट्टा जहां समंदर से जमा की गई प्लास्टिक की बेकार बोतलों से तैयार किया गया है. वहीं इसके बाहरी खोल को बेकार हो चुकी फिशिंग नेट्स से बनाया गया है, जिनमें से बहुत सी नेट भारत के समुद्री किनारों से भी जमा की गई है.
Getting down to work in Biarritz.
PM @narendramodi meets UK PM @BorisJohnson. PM Modi begins by congratulating PM Johnson on England’s spectacular win in the Third Test of the Ashes a short while ago.
The two leaders are discussing ways to strengthen India-UK cooperation. pic.twitter.com/ADTWAOWC02
— PMO India (@PMOIndia) August 25, 2019
फ्रेंच कंपनी अवेक द्वारा तैयार की गई इस सोलर घड़ी की एक खूबी यह भी है कि महज 3 घंटे धूप में रहने पर इसकी बैटरी छह महीने के लिए चार्ज हो जाती है. जी-7 शिखर सम्मेलन के मीडिया सेंटर पर मौजूद कंपनी के नुमाइंदों ने एबीपी न्यूज से बातचीत में दावा किया कि यह दुनिया की सबसे सस्टेनेबल घड़ी है. इसकी तकनीक ऐसी है कि यह कभी भी बैटरी खत्म होने के कारण बंद नहीं होगी.
जाहिर है इस तरह के उत्पादों और तोहफों के सहारे कोशिश है दुनिया के नेताओं का ध्यान इस बात की तरफ खींचने का कि अब धरती से प्लास्टिक के कचरे का बोझ घटाने का वक्त आ गया है.