बठिंडा में 203.78 करोड़ की लागत से पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के नव निर्मित 11 भवनों का उद्घाटन होगा कल

-विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के मिलेंगे अनेकों अवसर, आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक करेंगे उद्घाटन

बठिंडा. पंजाब के लोगों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में ‘12 अक्टूबर, 2020’ एक ऐतिहासिक तारीख होगी जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के ग्राम घुद्दा जिला बठिंडा में स्थित अल्ट्रामॉडर्न नए विश्वविद्यालय परिसर एवं नव-निर्मित भवनों का सोमवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मंच के माध्यम से लोकार्पण करेंगे। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने कहा कि सीयूपीबी का हरा-भरा नया परिसर 500 एकड़ में फैला है, यह देश में अपनी तरह का पहला परिसर है जिसे विशिष्ट रूप से गृहा-पांच (जीआरआईएचए-5) मानदंडों के अनुसार पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा-कुशल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सीयूपीबी मुख्य परिसर का मास्टर प्लान को गृहा वृहत विकास के अंतर्गत ‘पांच सितारा’ प्रमाणित है, जो कि शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार है।


उद्घाटन समारोह के दौरान, माननीय शिक्षा मंत्री द्वारा पंजाब केंद्रीय विश्विद्यालय के नए परिसर में 203.78 करोड़ रुपये की लागत से नव-निर्मित कुल 10 भवनों और विश्वविद्यालय स्मारक (‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान को समर्पित) का लोकार्पण किया जाएगा। यह निर्माण कार्य सीयूपीबी के नए कैंपस की विकास योजना के ‘चरण -1 ए’ के तहत आते हैं, जिसकी आधारशिला दिनांक ‘7 सितंबर 2015’ को तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी और पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल द्वारा रखी गई थी। विश्वविद्यालय स्मारक के साथ उद्घाटन किए जाने वाले भवनों के नाम है: आर्यभट्ट अकादमिक खंड, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस अतिथि गृह, शहीद भगत सिंह स्नातकोत्तर लड़कों का छात्रावास, माता गुजरी स्नातकोत्तर लड़कियों का छात्रावास, अन्नपूर्णा भोजनालय खंड, राय बहादुर सर गंगा राम जल शोधन एवं वितरण केंद्र, “सर एम. विश्वेस्वरैया सीवरेज उपचार संयंत्र, राधाकृष्णन आवासीय परिसर: ए-श्रेणी आवास, “ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आवासीय परिसर: ई-श्रेणी आवास”, “स्वामी दयानंद सरस्वती आवासीय परिसर: एफ-श्रेणी आवास”।


सभी भवनों का विवरण इस प्रकार है:

  • -हरे-भरे लॉन पर बने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान को समर्पित ‘विश्वविद्यालय स्मारक सभी के लिए आकर्षण का केंद्र है और यह हमें माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘आत्म- निर्भर भारत’ के सपने को साकार करने के लिए प्रेरित करता है।
  • -आर्यभट्ट अकादमिक खंड केंद्रीकृत वातानुकूलित सुविधासम्पन्न चार लिफ्ट सहित भूतल + पांच तलीय भवन है जिसका निर्मित क्षेत्र: 30413 वर्गमीटर है। इस भवन में 2200 विद्यार्थियों के समायोजन की क्षमता के साथ प्रयोगशालाएं, व्याख्यान कक्ष, संगोष्ठी कक्ष, पुस्तकालय आदि की सुविधाएं हैं। इस भवन में अकादमिक विभाग होंगे। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय भी अस्थायी रूप से इस ब्लॉक में स्थित रहेंगे, जब तक कि विश्वविद्यालय में स्थायी प्रशासनिक भवन का निर्माण नहीं हो जाता।
  • -शहीद भगत सिंह स्नातकोत्तर लड़कों का छात्रावास और माता गुजरी स्नातकोत्तर लड़कियों का छात्रावास, प्रत्येक छात्रावास में 308 छात्रों के समायोजन की क्षमता हैं और यह भूतल + 7 तलीय भवन हैं। प्रत्येक छात्रावास में मिस्टिंग वातानुकूलन सुविधासम्पन्न तथा दो लिफ्ट का प्रावधान है। इन भवनों मे छात्रों को आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए आवश्यक सुविधाओं के साथ कॉमन कक्ष, अध्ययन कक्ष, कंप्यूटर कक्ष, वार्डन कार्यालय, दो अतिथि कक्ष एवं लाँड्री का प्रावधान है।
  • -अन्नपूर्णा भोजनालय खंड 650 विद्यार्थियों के एक साथ भोजन हेतु समायोजन की क्षमता के साथ भूतल + 1 तलीय भवन है। यह डाइनिंग ब्लॉक लिफ्ट्स, मिस्टिंग एयर कूलिंग सिस्टम से लैस है और इसमें खाना पकाने और भंडारण की विशेष सुविधा है।
  • -नेता जी सुभाष चन्द्र बोस अतिथि गृह निर्मित क्षेत्र 1805 वर्गमीटर के साथ एक भूतल + 2 तलीय भवन है। इस अल्ट्रामॉडर्न गेस्ट हाउस में यूनिवर्सिटी के चांसलर और विशेष मेहमानों के रहने लिए आवश्यक सुविधाएं हैं।
  • -राधाकृष्णन आवासीय परिसर: ए-श्रेणी आवास में 10 घरों का प्रावधान है। “ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आवासीय परिसर: ई-श्रेणी आवास” एक भूतल + 10 तलीय भवन है जिसमें 86 कर्मचारी घरों का प्रावधान हैं। “स्वामी दयानंद सरस्वती आवासीय परिसर: एफ-श्रेणी आवास” में 16 कर्मचारी घरों का प्रावधान है और यह एक भूतल + 03 तलीय भवन है।
  • -राय बहादुर सर गंगा राम जल शोधन एवं वितरण केंद्र को विशेष रूप से 18 लाख लीटर उपचारित जल, 2 लाख लीटर अग्निशमन हेतु जल, और 12 लाख लीटर उपचारित प्रवाहयुक्त (तृतीयक) जल के भंडारण की क्षमता है। “सर एम. विश्वेस्वरैया सीवरेज उपचार संयंत्र” की क्षमता 600 किलो लीटर प्रतिदिन है।
  • इससे पहले, विश्वविद्यालय मानसा रोड बठिंडा में स्थित अपने अस्थायी परिसर से कार्य कर रहा था और सीयूपीबी ने अस्थायी परिसर में काम करते हुए मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद से ‘ए’ ग्रेड मान्यता प्राप्त की है और हाल ही में सीयूपीबी ने एन.आई.आर.एफ. रैंकिंग के अनुसार भारत के शीर्ष 100 सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में अपना स्थान बनाया है। विश्वविद्यालय के नए कैंपस की शुरूआत छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के व्यापक अवसर प्रदान करने और भारत को दुनिया में ज्ञान का केंद्र बनाने में योगदान देने के लिए सीयूपीबी को और सशक्त बनाएगी।

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