MP: भोपाल में संघ का मंथन शिविर शुरू, राम मंदिर और उपचुनाव पर चर्चा संभव
मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर भी इस मंथन शिविर में चर्चा संभव है. हालांकि ये चर्चा 5 दिनों तक चलने वाले शिविर के अंतिम दो दिनों में ही संभव है.
- भोपाल में 5 दिन चलेगा मंथन शिविर
- संघ प्रमुख हिस्सा लेने भोपाल पहुंचे
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार से संघ का मंथन शिविर शुरू हो गया है. केरवा के शारदा विहार एरिया में मंथन शिविर का संचालन हो रहा है. इसमें संघ के चुनिंदा पदाधिकारी और शीर्ष प्रचारक ही शामिल हो रहे हैं. वहीं, इसमें हिस्सा लेने संघ प्रमुख मोहन भागवत भोपाल पहुंच गए हैं.
इस मंथन शिविर में कोरोना काल में स्वयंसेवकों की जो भूमिका रही है, उस पर चर्चा होगी. साथ ही संघ की शाखाओं को कैसे कोरोना के बावजूद नियमों के पालन के साथ शुरू किया जाए, इस पर भी बातचीत होगी. दरअसल, मध्य प्रदेश में संघ के कई पदाधिकारी हाल के ही दिनों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिससे आरएसएस चिंतित है.
इसके अलावा माना जा रहा है कि भारत-चीन विवाद के बीच आत्मनिर्भर भारत अभियान पर संघ की क्या भूमिका हो सकती है, उस पर भी चर्चा होगी और रणनीति बनाई जाएगी.
वहीं, मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर भी इस मंथन शिविर में चर्चा संभव है. हालांकि ये चर्चा 5 दिनों तक चलने वाले शिविर के अंतिम दो दिनों में ही संभव है. आखिरी दो दिनों में भाजपा नेता और पदाधिकारियों के भी शिविर में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.
मीडिया को संघ के इस मंथन शिविर से हर बार की तरह दूर रखा गया है, लेकिन संघ के सूत्रों की मानें तो इस शिविर में राम मंदिर निर्माण शुरू होने पर संघ देशभर में इसे लोगों के बीच कैसे लेकर जाएगा, इस पर भी चर्चा हो सकती है.
संघ की बैठक में मोहन भागवत के भोपाल आने पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी का भोपाल शहर में हार्दिक स्वागत. कृपया भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्रीगण के आचरण व भ्रष्टाचार के विषय पर अपने स्वयंसेवकों से गुप्त रिपोर्ट अवश्य लें.’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘शिवराज जी के परिवारजनों का अवैध रेत खनन में सम्मिलित होने की भी जानकारी अवश्य लें. मध्य प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त की भी अवश्य जानकारी लें. संघ इस प्रकार के प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विधायकों के आचरण और फिर उन्हें बिना विधायक रहे मंत्री बनाने में क्या सोचता है, उसे भी अवश्य स्पष्ट करने की कृपा करें.’