MP: जोरदार स्वागत के बाद आज राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया
कांग्रेस को छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया आज राज्यसभा के लिए अपना नामांकन करेंगे. गुरुवार को भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का जोरदार स्वागत किया.
- आज नामांकन दाखिल करेंगे सिंधिया
- 55 सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन
- भोपाल में हुआ था जोरदार स्वागत
देश के अलग-अलग राज्यों की 55 सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन है. आज कई दिग्गज अपना नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस का साथ छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आज भोपाल में अपना नामांकन करेंगे. गुरुवार को ज्योतिरादित्य भोपाल पहुंचे, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया.
ज्योतिरादित्य सिंधिया दोपहर दो बजे के करीब विधानसभा में अपना नामांकन भरेंगे. वह दोपहर 12 बजे होटल छोड़ेंगे, जिसके बाद वह सीधा बीजेपी के दफ्तर जाएंगे और वहां से नामांकन दाखिल करने को निकलेंगे.
श्री @JM_Scindia का प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp , केंद्रीय मंत्री श्री @nstomar ,पूर्व मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj और नेता प्रतिपक्ष श्री @bhargav_gopal ने स्वागत किया। pic.twitter.com/eUzgTgRddK
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) March 12, 2020
डिनर टेबल पर साथ आए शिवराज-महाराज
गुरुवार को भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भोपाल आए तो पार्टी की ओर से उनका शानदार स्वागत किया गया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके लिए डिनर का आयोजन किया, रात को शिवराज के घर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर डिनर पर पहुंचे.
मध्य प्रदेश में दिलचस्प हुई राज्यसभा की जंग
मध्य प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों के लिए सियासी जंग जारी है. चुनाव से ठीक पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया पाला बदलकर भाजपा में आए और पार्टी ने उन्हें तुरंत राज्यसभा भी भेज दिया. उनके अलावा बीजेपी ने राज्यसभा में सुमेर सिंह सोलंकी को मौका दिया है.
वहीं कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बारिया को टिकट दिया गया है. कांग्रेस ने गुरुवार को ही अपनी लिस्ट जारी की थी.
कांग्रेस की ओर से आखिरी वक्त में कुछ सीटों में बदलाव करने की उम्मीद है. सूत्रों की मानें, तो गुजरात से पार्टी राजीव शुक्ला को राज्यसभा भेज सकती है. वहीं, हरियाणा में इस बार दीपेंद्र हुड्डा को मौका दिया गया है, जो कि कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला को झटका माना जा रहा है.
शिवराज के घर सिंधिया ने खाया रात का खाना, डिनर टेबल पर सियासत की चर्चा
बीजेपी में नए-नए शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में गुरुवार को मध्य प्रदेश बीजेपी ने पलक पांवड़े बिछा दिए. भोपाल हवाई अड्डे से लेकर बीजेपी दफ्तर तक के लगभग 20 किलोमीटर के रास्ते में सिंधिया का नायक की तरह स्वागत हुआ. बीजेपी ने सिंधिया को ये जताने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि वे पार्टी के कितने महत्वपूर्ण हैं.
दिन भर की थकान के बाद रात को ज्योतिरादित्य सिंधिया डिनर के लिए उनके यहां पहुंचे, जो कभी एमपी की राजनीति में उनके प्रतिद्वंदी हुआ करते थे.
डिनर टेबल शिवराज और ज्योतिरादित्य
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली से विशेष विमान से लेकर भोपाल पहुंचे थे. यहां भी वे उनके साथ बने रहे. शिवराज सिंह चौहान के डिनर टेबल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा, यशोधरा राजे सिंधिया भी मौजूद रहे. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह ने बड़ी आत्मीयता से मेहमानों की आवभगत की और उन्हें भरपेट भोजन करवाया.
ज्योतिरादित्य ने छूए शिवराज के पैर
डिनर से पहले रात को जब ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवराज के घर पहुंचे तो मामा ने गेट पर ही फूलों के साथ बीजेपी के नए सदस्य का स्वागत किया. वहीं ज्योतिरादित्य ने भी शिवराज के पैर छूकर उनके आशीर्वाद लिए.
आज ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर से बीजेपी दफ्तर जाने वाले हैं. यहां से वो राज्यसभा के लिए नामांकन भरने विधानसभा जाएंगे. जिस तरह से गुरुवार को भोपाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का जोरदार स्वागत किया. उसे देखते हुए आज उनका नामांकन भी भव्य होने वाला है.
राज्यपाल से मिलेंगे कमलनाथ
इस बीच एमपी में चल रहे सियासी घमासान के बीच राज्यपाल लालजी टंडन होली की छुट्टी मनाकर गुरुवार की रात को भोपाल लौट आए हैं. शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात करेंगे.
मंत्रियों को बर्खास्त करने पर ले सकते हैं फैसला
आईएएनएस के मुताबिक अबतक राज्य के 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इनमें से 19 विधायक बेंगलुरु में हैं. वहीं राज्य सरकार ने बेंगलुरु गए छह मंत्रियों को बर्खास्त करने की सिफाारिश राज्यपाल से की है. राज्यपाल इस सिफारिश पर फैसला कर सकते हैं.