Hathras Case: पहले आज तक की रिपोर्ट से बतमीजी फिर ABP न्यूज़ की टीम को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गई यूपी पुलिस, कैमरा बंद किया, रिपोर्टर से धक्कामुक्की

यूपी पुलिस ने ABP न्यूज़ की टीम का कैमरा जबरन बंद कर दिया. साथ ही रिपोर्टर से भी धक्कामुक्की की गई. ABP न्यूज़ रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गई.शहर बदल जाएगा, तारीख बदल जाएगी, सरकारें बदल जाएगी लेकिन बेटियों की किस्मत में लिखी बर्बरता कब बदलेगी? हाथरस की निर्भया के लिए इंसाफ की जंग जारी है. लेकिन इंसाफ की इस लड़ाई के बीच उत्तर प्रदेश का प्रशासन और पुलिस किस तरह का व्यवहार कर रहा है ये किसी से छिपा नहीं है. हाथरस में पीड़िता के गांव में ग्राउंड रिपोर्ट के लिए मौजूद आजतक संवाददाता चित्रा त्रिपाठी के साथ कुछ अधिकारियों ने बदसलूकी की है. हाथरस में एक बड़े सरकारी अधिकारी ने आजतक संवाददाता को धमाकाया और बदसलूकी की है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार का पक्ष जानने गई मीडिया की टीम के साथ पुलिस की बतमीजी की हद पार कर दी। पहले आज तक चैनल की संवाददाता को धमकाया गया वही बाद में एबीपी न्यूज़ की टीम के साथ यूपी पुलिस ने बदसलूकी की है. पुलिस ने पहले तो एबीपी न्यूज़ की टीम को गांव में जाने से रोका, फिर कैमरे का वायर निकालने की कोशिश की. एबीपी न्यूज़ की रिपोर्टर प्रतिमा मिश्रा ने जब पुलिस से पूछा कि किसके आदेश से उन्हें रोका जा रहा है तो पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की. इसके बाद यूपी पुलिस ने एबीपी टीम को गैंगरेप पीड़िता के घर जाने से रोक दिया. पुलिस ने मेन रास्ते पर बैरिकेडिंग लगा रखी है और खेत के रास्ते जाने से भी रोका गया. पुलिस की बदसलूकी का आलम यहीं नहीं रुका और एक पुलिस अधिकारी ने संवाददाता को चोर तक कह दिया.

Hathras case: UP police forcibly takes ABP news team in car, turns off camera, shocks reporter

यूपी पुलिस ने ABP न्यूज़ की टीम का कैमरा जबरन बंद कर दिया. साथ ही रिपोर्टर से भी धक्कामुक्की की गई. ABP न्यूज़ रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गई. बता दें कि रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. यूपी पुलिस ने ABP न्यूज़ की टीम का कैमरा जबरन बंद कर दिया. साथ ही रिपोर्टर से भी धक्कामुक्की की गई. ABP न्यूज़ रिपोर्टर को पुलिस गाड़ी में जबरन बैठाकर ले गई.बता दें कि रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.

वही हाथरस गैंगरेप कांड की कवरेज कर रही आजतक की टीम के साथ हाथरस जिला प्रशासन ने बदसलूकी की है. आजतक की संवाददाता चित्रा त्रिपाठी को प्रशासन के अधिकारी ने धमकी दी. कैमरे के सामने अधिकारी ने चुप्पी साध ली. चित्रा बार-बार धमकाने का कारण पूछती रहीं, लेकिन अधिकारी के मुंह से एक शब्द भी निकला.

हैरानी की बात है कि आजतक से बात करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री मोहसिन रजा अपने अफसर का पक्ष लेते नजर आएं. पत्रकार को धमकी देने के सवाल को टालते हुए मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि कैमरे के सामने अधिकारी को अपमानित करना क्या जायज है? हालांकि, मोहसिन रजा ने अपने अधिकारी की करतूत पर कोई टिप्पणी नहीं की.

अधिकारी ने आजतक को धमकाया
आजतक संवादाता चित्रा त्रिपाठी के मुताबिक, वह गांव के बाहर मौजूद थीं, तभी एक अधिकारी आएं और धमकाने लगे. अधिकारी ने कहा कि आप गलत खबर चला रही हैं, आप अपना काम ठीक से नहीं कर रही हैं. अधिकारी के साथ पुलिस के दर्जनभर जवान भी मौजूद रहे. हालांकि, यह सभी घटना कैमरे में कैद नहीं हो पाई, क्योंकि उस समय कैमरामैन मौके पर मौजूद नहीं था.

अधिकारी ने साध ली चुप्पी
इस घटना के बाद आजतक जैसे ही लाइव हुआ, वैसे ही अधिकारी ने चुप्पी साध ली. आजतक संवाददाता चित्रा त्रिपाठी ने बार-बार अधिकारी से पूछा कि आप बताइए कि हम क्या गलत खबर चला रहे हैं. इस पर अधिकारी सिर झुकाए, चुपचाप खड़े रहे. चित्रा के हर सवाल पर अधिकारी ने चुप्पी साधी रखी.

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