मायावती बोलीं- यूपी में लगे राष्ट्रपति शासन, सीएम योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ मठ भेजे केंद्र सरकार

बसपा प्रमुख ने कहा, ''उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है.''

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हाथरस के बाद अब बलरामपुर में 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. इसे लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला है.

मायावती ने कहा, ”योगी आदित्यनाथ  को मैं बताना चाहती हूं कि आपने एक महिला के पेट से जन्म लिया है. आपको दूसरों की बहन-बेटी को अपनी बहन-बेटी समझना चाहिए. यदि आप उनकी हिफाज़त नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि आपको खुद ही पीछे हट जाना चाहिए. खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए”. उन्होंने कहा, ”मुझे 99 नहीं 100% भरोसा हो गया है कि वर्तमान में यूपी के CM, सरकार चलाने में सक्षम नहीं है. बेहतर यही है कि आप या तो नेतृत्व परिवर्तन करें और यदि आप नहीं कर पा रहे हैं तो यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाएं. कम से कम उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर रहम करें. यही मेरी अपील है.”

मायावती ने कहा, ”हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी. यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ. आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया.” उन्होंने कहा, ”अगर वह महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए. मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें उनके स्थान पर भेजा जाए- गोरखनाथ मठ. यदि वह मंदिर पसंद नहीं करते, तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का कार्य दिया जाना चाहिए.”

बसपा प्रमुख ने कहा, ”उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है. यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है. खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है.”

दरिदों ने पीड़िता की कमर और पैर तोड़ दिए थे

बता दें कि बलरामपुर की पीड़िता की मां के मुताबिक, दरिदों ने उनकी बेटी की कमर और पैर तोड़ दिए थे और वह खड़ी नहीं हो पा रही थी. पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी मंगलवार को करीब दस बजे कॉलेज में एडमिशन के लिए गई थी. तभी कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. शाम तक न लौटने पर परिजनों ने उसे फोन करना शुरू किया तो उसका फोन बंद आ रहा था. लड़की को एक रिक्शा वाला एक नाबालिग बच्चे के साथ बेहोशी की हालत में तकरीबन 7 बजे लेकर आता है. लड़की की हालत बेहद खराब थी और वो कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. उसके हाथ पर ग्लूकोज चढ़ाने वालार ड्रिप लगा हुआ था.

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