बक्सर: बिहार के बक्सर में बीते दिनों दलित महिला के साथ गैंगरेप और पीड़िता के 5 वर्षीय बेटे की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार महिला के साथ गैंगरेप जैसा कुछ नहीं हुआ है. घर से निकलने के बाद वह बैंक नहीं आशिक से मिलने गई थी और पूरे दिन आशिक के साथ उसके बहनोई के घर रुकी थी. हालांकि, इस पूरे प्रकरण में बच्चे की जान कैसे गई इसपर सस्पेंस बना हुआ है.
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि सारा मामला प्रेम प्रसंग का है. मेडिकल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि महिला के साथ गैंगरेप नहीं हुआ है. पीड़ित महिला ने गैंगरेप की झूठी कहानी गढ़ी थी, जिसमें उसका पिता भी शामिल था. इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की. फिलहाल दोनों लोगों को जेल भेज दिया गया.
बता दें कि बीते 11 अक्टूबर की सुबह एक दलित महिला और उसका बेटे को गांव के पास ही एक नहर में पाया गया था. दोनों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में महिला ने पुलिस को बताया था कि गांव के ही दो लोगों ने तीन अज्ञात लोगों के साथ मिलकर उसे अगवा कर उसका गैंगरेप किया. साथ ही उसके बच्चे को उसके सामने ही मार डाला.
इस घटना के सामने आते ही बवाल मच गया था. पीड़िता के बयान के आधार पर उसी के गांव के भीम यादव और मीना राम के अलावा तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसके बाद तत्काल मीना राम को पकड़कर जेल भी भेज दिया गया था. लेकिन, पुलिस ने जब अनुसंधान शुरू किया तो माजरा कुछ और निकला. महिला के मोबाइल लोकेशन से पता चला कि 10 अक्टूबर को वह अपने अाशिक के संग राजपुर थाने के सोनपा गांव में थी.
दरअसल, महिला का राजपुर थाने के ओरा निवासी चुलबुल राजभर से प्रेम संबंध है, जो छह माह पहले ही शुरू हुआ था. चुलबुल की महिला के गांव में रिश्तेदारी है और हार्वेस्टर लेकर वह अक्सर वहां आया-जाया करता था. इसी बीच दोनों में प्रेम हुआ.
पुलिस के मुताबिक घटना के दिन चुलबुल अपने गांव के ही दोस्त रवि के साथ महिला के गांव पहुंचा था. तब पीड़िता घर से बैंक जाने के लिए अपने पांच वर्षीय इकलौते बेटे के साथ निकली थी और सड़क पर खड़ी थी. रवि और चुलबुल वहां बाइक से पहुंचे और उसे साथ लेकर राजपुर थाने के सोनपा गांव चले गए, जहां चुलबुल की बहन ब्याही गई है. महिला को उसने दिन भर अपने बहनोई राधेश्याम राजभर के घर रखा. आधी रात हुई तब चुलबुल ने महिला से कहा कि उसके पिता की तबियत खराब है और एक आॅटो के जरिये उसे लेकर उसके गांव के लिए चल पड़ा. इस दौरान साथ में रवि और राधेश्याम भी थे.
दो घंटे बाद सभी नहर के पास पहुंचे, जहां महिला उतर गई. इस बीच चुलबुल का उससे विवाद हो गया. पुलिस के अनुसार इसी विवाद में संभव है कि सबों ने महिला और उसके बेटे को पानी में फेंक दिया हो, जिससे बच्चे की मौत हो गई हो. वैसे यह बात अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि बच्चा पानी में कैसे गया?
पुलिस के अनुसार चूंकि पीड़िता अभी सदमे में है, इसलिए उससे पूछताछ नहीं की जा सकती. हालांकि एसपी नीरज कुमार सिंह ने कहा कि मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए उससे भी पूछताछ की जाएगी. यदि वह दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
गैंगरेप मामले में पुलिस कें लिए मोबाइल मददगार साबित हुई. दरसअल, पीड़ित परिवार द्वारा ये कहा गया था कि महिला का फोन दिन में ग्यारह बजे ही बंद हो गया था. ऐसे में पुलिस ने जब फोन की जांच करवाई तो पता चला की महिला का फोन रात में बारह बजे तक चालु था. ऐसे में फोन के मध्याम से पुलिस राजपुर थाने के सोनपा पहुंची तो उन्हें इस बात जानकारी मिली कि महिला रात में अपने बच्चे के साथ यहां आइ हुई थी और लड़के की बहन के पास ठहरी हुई थी. लेकिन लड़के के परिवार वालों ने फिर उसे उसके घर भेज दिया, जबकि महिला घर जाने को राजी नहीं थी.