टोक्यो पैरालिंपिक्स LIVE:सोना-चांदी की बरसात, शूटर अवनि को गोल्ड; जेवलिन में झाझरिया और डिस्कस में योगेश को सिल्वर

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टोक्यो पैरालिंपिक में सोमवार को भारत की शुरुआत अच्छी रही। भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल अविन लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल में गोल्ड मेडल जीता। पुरुषों के F57 कैटेगरी में योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीता। वहीं जेवलिन में भारत को 2 मेडल आए। देवेंद्र झाझारिया ने सिल्वर और सुंदर गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत ने पैरालिंपिक में अब तक 1 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज समेत 7 मेडल अपने नाम किए हैं।

टोक्यो पैरालिंपिक में राजस्थान की अवनि लेखरा ने निशानेबाजी में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट भी हैं। उन्होंने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 249 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले उन्होंने क्वॉलिफिकेशन राउंड में 7 वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।

अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से प्रेरणा लेकर शूटिंग शुरू की
अवनि कुछ दिन डिप्रेशन में रहीं और अपने आप को कुछ दिनों तक कमरे बंद कर लिया। माता-पिता के सतत प्रयासों के बाद अवनि में आत्म विश्वास लौटा और अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से प्रेरणा लेकर वह निशानबाजी करने लगीं।

अवनि बचपन से ही दिव्यांग नहीं थीं, बल्कि उनका और उनके पापा प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था। इसमें उनके पापा और वह घायल हो गईं। कुछ समय बाद उनके पापा स्वस्थ हो गए, परंतु अवनि को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े, फिर भी रीढ़ की हड्‌डी में चोट की वजह से वह खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं। तब से व्हीलचेयर पर ही हैं।

झाझरिया ने सिल्वर मेडल जीता
दो बार के गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो में एक और मेडल अपने नाम किया। उन्होंने 64.35 मीटर दूर भाला फेंका। जबकि सुंदर गुर्जर ने 64.01 मीटर का थ्रो किया। राजस्थान के चुरु जिले के देवेंद्र झाझरिया ने इससे पहले रियो पैरालिंपिक 2016 में गोल्ड मेडल जीता था। उनके नाम भारत की ओर से पैरालिंपिक में 2 बार गोल्ड जीतने का रिकॉर्ड है। देवेंद्र के पास अब कुल 5 पैरालिंपिक मेडल हो गए हैं। इसमें दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल है।

योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में 44.38 मीटर फेंक कर भारत के लिए तीसरा सिल्वर जीता। दिल्ली के 24 साल के योगेश ने अपने छठे और आखिरी प्रयास में 44.38 मीटर का अपना बेस्ट थ्रो किया। यह उनका सीजन बेस्ट भी है। ब्राजील के बतिस्ता डॉस सैंटोस क्लॉडनी ने 45.25 मीटर के थ्रो के साथ इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। क्यूबा के डियाज अल्दाना लियोनार्डो ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया।

इससे पहले भाविनाबेन पटेल ने विमेंस टेबल टेनिस की क्लास-4 कैटेगरी में सिल्वर जीता। वहीं मेंस T47 हाई जंप में निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की जंप के साथ एक और सिल्वर भारत के नाम कर दिया। जबकि डिस्कस थ्रो में विनोद कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। हालांकि विनोद कुमार के रिजल्ट को बाद में क्वालिफिकेशन विवाद की वजह से रोक दिया गया।

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