IPL में हर खिलाड़ी की GPS टैगिंग:बायो बबल से बाहर कदम रखते ही अलर्ट कर देगा सिस्टम, नियम तोड़ने पर 7 दिन रहना होगा क्वारैंटाइन; 4 कोरोना अधिकारी रखेंगे पल-पल नजर

यह डिवाइस सेंट्रल पैनल से जुड़ा होगा। इससे बोर्ड को पता चल सकेगा कि कौन से खिलाड़ी बायो-बबल का उल्लंघन कर रहे हैं। बायो-बबल का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को फिर से 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा और कोरोना जांच से गुजरना होगा।

0 1,000,248

मुंबई। IPL का 14वां सीजन 9 अप्रैल से शुरू हो रहा है। देश में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए BCCI कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने का फैसला किया है। इसके तहत बायो बबल में मौजूद हर खिलाड़ी की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए GPS डिवाइस की मदद ली जाएगी। साथ पूरी लीग के लिए हर टीम के साथ 4-4 कोरोना अधिकारी की नियुक्ति भी की गई है। लीग का पहला मैच 9 अप्रैल को डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंललुरु के बीच खेला जाएगा। फाइनल मुकाबला 30 मई को होगा।

रिस्टबैंड या चेन से पता चलेगा कि आगे बायो-बबल कहां तक है
खिलाड़ी बायो बबल एरिया में रहें और जो एरिया निर्धारित की गई है उससे बाहर न जाएं। इस पर नजर रखने के लिए सभी खिलाड़ियों को ट्रैकिंग डिवाइस दी जाएगी। यह डिवाइस रिस्ट बैंड या चेन के रूप में होगी जो हमेशा खिलाड़ियों को होटल कमरे से बाहर निकलने पर पहननी होगी। यह डिवाइस खिलाड़ियों को जाने-अनजाने में बायो बबल तोड़ने से रोकने में मदद भी करेगी। इससे खिलाड़ियों को पता चलेगा कि उन्हें किन जगहों पर जाना है और कौन सी जगह बायो- बबल के तहत आते हैं। जैसे ही खिलाड़ी बायो-बबल एरिया से बाहर होंगे, इस डिवाइस से आवाज आएगी और खिलाड़ी अलर्ट हो सकेंगे।

बायो बबल तोड़ने पर फिर से 7 दिन रहना होगा क्वारैंटाइन
यह डिवाइस सेंट्रल पैनल से जुड़ा होगा। इससे बोर्ड को पता चल सकेगा कि कौन से खिलाड़ी बायो-बबल का उल्लंघन कर रहे हैं। बायो-बबल का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को फिर से 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा और कोरोना जांच से गुजरना होगा। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही दोबारा बायो-बबल में प्रवेश मिलेगा।

पिछली बार यूके की कंपनी ने मुहैया कराई थी डिवाइस
यूएई में IPL के पिछले सीजन के दौरान यूके की कंपनी ने रिस्टबैंड के रूप में ट्रैकिंग डिवाइस उपलब्ध कराई थी। इस बार अब तक ऐसी डिवाइस खिलाड़ियों मिली नहीं है। IPL मैनेजमेंट के मुताबिक जल्द ही सभी टीमों के सभी सदस्यों को डिवाइस मुहैया करा दी जाएगी।

एबी डिविलियर्स RCB टीम के बायो बबल से जुड़ चुके हैं।
एबी डिविलियर्स RCB टीम के बायो बबल से जुड़ चुके हैं।

पिछली बार हर टीम के साथ 1 कोरोना ऑफिसर ही था
यूएई में पहली बार बायो-बबल में आयोजित हुए IPLके दौरान हर टीम के साथ 1 कोरोना ऑफिसर नियुक्त किया गया था। लेकिन इस बार कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती पालन कराने के लिए सभी टीमों के साथ चार-चार कोरोना ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक BCCI का मानना है कि पिछले साल कुछ टीमों ने कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों के पालन करने में कोताही बरती थी। इसलिए कोरोना ऑफिसर्स की संख्या बढ़ाई गई है। ये अधिकारी सख्ती से टीमों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराएंगे और रोजाना अपना रिपोर्ट बोर्ड को सौंपेगे। ताकि समय रहते हुए बोर्ड कोताही बरतने वाली टीमों पर सख्ती कर सके। 2020 में यूएई में IPL शुरू होने से पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स के तीन खिलाड़ियों सहित 11 सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए थे।

हेल्थ ऐप पर रोजाना देना होगा अपडेट
खिलाड़ी और उनके साथ रुकने वाले परिजनों को रोजाना सुबह हेल्थऐप पर अपडेट देना होगा, ताकि BCCI की मेडिकल टीम नजर रख सके। हालांकि अभी टीमों को ऐप की डिटेल्स नहीं दी गई है। हेल्थ ऐप पर उन्हें नियमित तौर पर बॉडी टेम्प्रेचर की जानकारी देनी होगी। साथ ही हर सवाल का जवाब देना होगा।

टीमें खुद तैयार कर रही हैं बायो बबल
सभी टीमों को होटल में खुद बायो-बबल तैयार करना है। कई टीमों का प्रबंधन मार्च की शुरुआत से ही बायो बबल तैयार करने में जुटा हुआ है। IPLके वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मुंबई इंडियंस सहित कई टीमों ने पूरा होटल बुक कर बायो बबल तैयार किया है।

होटल कर्मचारी सहित टैक्सी और बस ड्राइवर तक रहे 14 दिन क्वारैंटाइन
जिन होटलों में खिलाड़ी ठहरे हैं वहां के सभी कर्मचारी और खिलाड़ियों की बस के ड्राइवर को 14 दिन का क्वारैंटाइन रखा गया है। इस बीच उनकी नियमित कोरोना जांच भी की गई। निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही इनकी ड्यूटी लगाई गई। पूरे IPL के दौरान ये बायो बबल से बाहर नहीं जा सकते हैं। अपने घर भी नहीं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.