BCCI का गेमचेंजर :2022 के IPL में 10 टीमें खेलेंगी, कोरोना से हुए नुकसान का हर फर्स्ट क्लास क्रिकेटर को मुआवजा मिलेगा
BCCI सेक्रेटरी जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल केंद्र सरकार से ICC टी-20 वर्ल्ड कप 2021 और 2023 वनडे वर्ल्ड कप को लेकर टैक्स में छूट देने को लेकर बात करेंगे। दोनों ही वर्ल्ड कप भारत की मेजबानी में होने हैं। टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टैक्स में छूट नहीं मिलने से BCCI को करीब 904 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 89वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में IPL को लेकर बड़ा फैसला लिया गया। 2021 में टूर्नामेंट में पहले की तरह 8 टीमें ही खेलेंगी, लेकिन 2022 में दो टीमें और शामिल की जाएंगी। साथ ही कोरोना से हुए नुकसान का हर फर्स्ट क्लास क्रिकेटर (महिला-पुरुष) को मुआवजा मिलेगा।
यह मीटिंग गुरुवार को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में हुई। इसमें फैसला लिया गया कि BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को ICC बोर्ड में डायरेक्टर बने रहेंगे। साथ ही राजीव शुक्ला को BCCI का औपचारिक तौर पर उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।
चेतन बने सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन
पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा BCCI के सीनियर नेशनल सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन (चीफ सिलेक्टर) बनाए गए हैं। वहीं, भारत और मुंबई के पूर्व तेज गेंदबाज अभय कुरुविला और देवाशीष मोहंती को भी चयन समिति का सदस्य बनाया गया। नई चयन समिति इंग्लैंड के खिलाफ अगले साल फरवरी में होने वाली घरेलू सीरीज के लिए टीम चुनेगी।
मीटिंग यह 10 फैसले लिए गए
- BCCI इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी से क्लेरीफिकेशन के बाद 2028 ओलिंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के ICC के फैसले का समर्थन करेगा।
- BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ICC बोर्ड में डायरेक्टर बने रहेंगे। उनकी गैरमौजूदगी में सेक्रेटरी जय शाह यह जिम्मेदारी संभालेंगे।
- शाह ICC में भारत रिप्रेजेंटेटिव भी होंगे। वह ICC के चीफ एग्जीक्यूटिव मीटिंग में बोर्ड का प्रतिनिधित्व करेंगे।
- जनवरी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 चैम्पियनशिप के बाद सभी घरेलू टूर्नामेंट्स कराए जाएंगे।
- राजीव शुक्ला को औपचारिक तौर पर बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। महिम चौधरी के बाद से ये पद खाली था।
- BCCI सेक्रेटरी जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल केंद्र सरकार से ICC टी-20 वर्ल्ड कप 2021 और 2023 वनडे वर्ल्ड कप को लेकर टैक्स में छूट देने को लेकर बात करेंगे। दोनों ही वर्ल्ड कप भारत की मेजबानी में होने हैं। टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टैक्स में छूट नहीं मिलने से BCCI को करीब 904 करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
- सूत्रों के मुताबिक BCCI ने क्रिकेटर्स का इंश्योरेंस कवर बढ़ाकर 5 लाख से 10 लाख रुपए कर दिया है।
- साथ ही बोर्ड ने अंपायर्स, मैच रेफरी और स्कोरर्स की रिटायरमेंट उम्र को बढ़ाकर 55 से 60 कर दिया है।
- IPL के 14वें सीजन के साथ ही जूनियर और सीनियर लेवल पर महिला और पुरुषों के टूर्नामेंट भी भारत में ही कराए जाएंगे। साथ ही एज रिलेटेड टूर्नामेंट्स जैसे कि अंडर-23, अंडर-19 और अंडर-16 टूर्नामेंट्स भी कराए जाएंगे।
- मीटिंग में अगले साल महिलाओं के टेस्ट क्रिकेट पर भी बातचीत हुई। हालांकि इसपर फैसला BCCI अपेक्स काउंसिल लेगी।
नई फ्रेंचाइजी किन शहरों की हो सकती हैं?
नई फ्रेंचाइजी के लिए अहमदाबाद का नाम सबसे आगे है। वैसे भी गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने अहमदाबाद में 1 लाख 10 हजार दर्शक क्षमता वाला देश का सबसे बड़ा स्टेडियम बनाया है। इससे यहां होने वाले मैचों में IPL को अधिक दर्शक भी मिल सकेंगे। दूसरी फ्रेंचाइजी के लिए पुणे, कानपुर या लखनऊ का नाम रेस में है।
नई फ्रेंचाइजी तो क्या खरीदार भी नए?
- देश के सबसे अमीर लोगों में शामिल अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी पहले भी IPL फ्रेंचाइजी खरीदने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। अब जबकि, अहमदाबाद का नाम सबसे आगे चल रहा है तो इस गुजराती बिजनेसमैन के लिए IPL से जुड़ने की एक वजह मिल गई है।
- अडानी को आरपीजी ग्रुप के संजीव गोयनका से कड़ी टक्कर मिल सकती है। गोयनका IPL का हिस्सा रही पुणे सुपरजाइंट्स के मालिक रह चुके हैं।
- साउथ के सुपरस्टार मोहनलाल भी IPL की नई फ्रेंचाइजी खरीदने के उत्सुक बताए जाते हैं। उनके साथ साउथ के बड़े बिजनेसमैन भी हैं। मोहनलाल हाल ही में खत्म हुए IPL के दौरान दुबई भी गए। तब से इस तरह की अटकलें लग रही हैं।
IPL में टीमें बढ़ने का क्या मायने?
- खिलाड़ियों के लिए: नवंबर में खत्म हुए IPL के बाद टीमों के प्रदर्शन के लिहाज से इसे अब तक का सबसे सक्सेसफुल IPL कहा गया। इसके बाद से कई पूर्व खिलाड़ी भी IPL में टीमों की संख्या बढ़ाने की वकालत कर चुके हैं। उनका कहना है कि इससे ज्यादा खिलाड़ियों को मौका मिलेगा।
- BCCI के लिए: टीमों की संख्या बढ़ने से मैचों की संख्या भी बढ़ेगी। इससे BCCI को रेवेन्यू में काफी इजाफा होने की उम्मीद है।
- ब्रॉडकास्टर के लिए: IPL के ब्रॉडकास्ट पार्टनर स्टार इंडिया की इससे परेशानी बढ़ सकती है। स्टार पर पहले से ही IPL के हाई लाइसेंसिंग फीस की वजह से काफी दबाव है। अब 10 टीमें होने पर मैचों की संख्या बढ़कर 94 हो जाएगी। 34 एक्स्ट्रा मैच जुड़ने से स्टार इंडिया को 17 सौ करोड़ रुपए से ज्यादा लाइसेंसिंग फीस के रूप में देने होंगे, जो उनके लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।