IPL 2022 के लिए 2 नई टीमें:दो महीने बाद टेंडर निकाल सकता है BCCI, पहले मई में होना था; पढ़िए उन 4 शहरों और बिजनेसमैन के बारे में जो बोली के मामले में सबसे आगे हैं…

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नई दिल्ली। कोरोना ने भारतीय क्रिकेट पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। पहले इसकी वजह से IPL 2021 को बीच सीजन में सस्पेंड करना पड़ा। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) 2022 सीजन के लिए 2 नई टीमों की घोषणा को भी आगे बढ़ाने की सोच रहा है। सूत्रों के मुताबिक बोर्ड अब जुलाई या अगस्त में टेंडर रिलीज कर सकता है। बोर्ड के मुताबिक फिलहाल उनका ध्यान मौजूदा सीजन को खत्म करने का है। इस पर फैसला लेने से पहले वे नई टीमों के लिए टेंडर नहीं निकालेंगे।

इससे पहले BCCI के एक अधिकारी ने मार्च में कहा था कि मई में 14वें सीजन के बीच में नई टीमों पर फैसला लिया जाएगा। बोर्ड ने कहा था कि नीलामी से लेकर टीम फाइनल करने तक की पूरी प्रक्रिया मई में हो जाएगी। एक बार टीम फाइनल होने के बाद वे टीम बनाने को लेकर काम शुरू कर सकते हैं। अब ये सारी प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है।

ये पहली बार नहीं होगा कि एक सीजन में 10 टीमें खेलेंगी। इससे पहले IPL 2011 में भी 10 टीमें खेल चुकी हैं। पुणे वॉरियर्स और कोच्चि टस्कर्स हिस्सा लेने वाली 2 नई टीमें थीं। हालांकि, इसके बाद कोच्चि को बैन कर दिया गया। IPL के 2012 और 2013 सीजन में 9 टीमों ने हिस्सा लिया था। 2013 में लीग एक बार फिर से 8 टीमों के टूर्नामेंट पर लौट आई थी। हम आपको 4 शहरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी नीलामी पर सबसे ज्यादा बोली लग सकती है…

1. पुणे

पुणे का MCA क्रिकेट स्टेडियम।
पुणे का MCA क्रिकेट स्टेडियम।

पुणे नई फ्रेंचाइजी का सबसे बड़ा दावेदार है। इससे पहले भी IPL में पुणे फ्रेंचाइजी रह चुकी है। पुणे वॉरियर्स इंडिया और राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने पुणे शहर का प्रतिनिधित्व किया था। पुणे वॉरियर्स 2011 से लेकर 2013 तक और राइजिंग पुणे 2016 और 2017 सीजन में IPL का हिस्सा रही थी।

अगर इसे नई फ्रेंचाइजी के रूप में चुना जाता है, तो पुणे में मौजूद महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम होम ग्राउंड हो सकता है। पुणे में इंटरनेशनल मैच भी हो चुके हैं। यहां अब तक कुल 2 टेस्ट, 4 वनडे 3 टी-20 इंटरनेशनल मैच हुए हैं। भारत और इंग्लैंड के खिलाफ 3 वनडे मैच की सीरीज भी इसी ग्राउंड पर खेली गई थी।

2. अहमदाबाद

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में है।
दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में है।

अहमदाबाद के भी IPL फ्रेंचाइजी बनने के ज्यादा चांसेज हैं। इस शहर में बने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 1 लाख 32 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। हाल ही में यहां इंटरनेशनल मैच और IPL के कुछ मैच भी खेले गए थे।

अगर IPL 2021 पोस्टपोन नहीं होता, तो फाइनल समेत सभी नॉकआउट मैच यहीं खेले जाने थे। इसलिए यह शहर 2 में से कोई एक टीम हो सकता है। इससे पहले IPL 2016 और 2017 में गुजरात लायंस भी लीग का हिस्सा रहा चुका है।

3. लखनऊ

लखनऊ का इकाना स्टेडियम।
लखनऊ का इकाना स्टेडियम।

लखनऊ भी दावेदारी की लिस्ट में बहुत आगे है। लखनऊ में मौजूद इकाना स्टेडियम में पिछले कुछ समय में काफी मैच हुए हैं। इस स्टेडियम को भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है। इसमें करीब 50 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। BCCI ने जुलाई 2019 में इसे अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का भारत में तीसरा होम ग्राउंड घोषित किया था।

इस स्टेडियम ने 2019 में अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच हुए सभी मैचों की मेजबानी भी की थी। मार्च में भारतीय महिला टीम और साउथ अफ्रीकी महिला टीम के बीच हुए 5 वनडे और 3 टी-20 मैच भी इकाना स्टेडियम में ही कराए गए थे। लखनऊ की नवाबी भाषा और मेट्रो की सुविधा की वजह से इसकी दावेदारी भी मजबूत है।

4. इंदौर

इंदौर का होल्कर क्रिकेट स्टेडियम।
इंदौर का होल्कर क्रिकेट स्टेडियम।

BCCI इंदौर को भी IPL फ्रेंचाइजी के तौर पर अगले सीजन के लिए बढ़ावा दे सकता है। इंदौर में मौजूद होल्कर स्टेडियम को इस फ्रेंचाइजी का होम ग्राउंड भी बनाया जा सकता है। पिछले कुछ समय में इस स्टेडियम में कई मैच भी हुए हैं। होल्कर स्टेडियम में अब तक 4 वनडे और 1 टेस्ट मैच खेला गया है। इन सभी मैचो में भारतीय टीम ने जीत हासिल की है। इंदौर भारत के सबसे साफ शहरों में नंबर-1 है।

अब हम आपको उन 4 बिजनेसमैन और पर्सनैलिटी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 2 फ्रेंचाइजी खरीद सकते हैं…

1. अडाणी ग्रुप

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी।
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी।

अडाणी ग्रुप कोई एक फ्रेंचाइजी खरीदने की रेस में सबसे आगे हैं। इस ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी हैं। लॉजिस्टिक, रियल स्टेट, फाइनेंशियल सर्विस और डिफेंस समेत कई सेक्टर में इनका बिजनेस फैला हुआ है। मुकेश अंबानी के बाद वे भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं।

अडाणी को क्रिकेट और खेल में भी काफी दिलचस्पी है। उन्होंने भारतीय एथलीट को सपोर्ट करने के लिए ”गर्व है” जैसा प्रोग्राम लॉन्च किया था। इस प्रोग्राम ने 2016 रियो ओलिंपिक से पहले खिलाड़ियों की काफी मदद की थी। इस ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में सुरगुजा फुटबॉल अकेडमी भी खोला था। इस अकेडमी से अब तक 11 प्लेयर्स भारत के नेशनल फुटबॉल टीम में खेल चुके हैं।

2. गोयनका ग्रुप

RPSG ग्रुप के चेयरमैन संजीव गोयनका।
RPSG ग्रुप के चेयरमैन संजीव गोयनका।

गोयनका ग्रुप को RPSG ग्रुप के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रुप भी IPL 2022 के लिए फ्रेंचाइजी खरीदने में दिलचस्पी दिखा सकता है। RPSG ग्रुप ने इससे पहले राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स फ्रेंचाइजी भी खरीदी थी। यह टीम 2016 और 2017 में चेन्नई सुपर किंग्स के बैन होने पर आई थी। इस ग्रुप के IT सर्विसेस, मीडिया एंड इंटरटेनमेंट, कंज्यूमर एंड रिटेल, एजुकेशन और स्पोर्ट्स सेक्टर में कई बिजनेस हैं।

RPSG ग्रुप ने इंडियन सुपर लीग की टीम ATK फुटबॉल की भी फ्रेंचाइजी खरीदी थी। देश की दिग्गज फुटबॉल क्लब मोहन बागान में इस ग्रुप की बड़ी हिस्सेदारी है। अब यह ग्रुप नई ISL फ्रेंचाइजी ATK मोहन बागान का भी मालिक है। इसके अलावा RPSG ग्रुप ने भारत में होने वाले अल्टिमेट टेबल टेनिस लीग में RPSG मेवरिक कोलकाता टीम की भी फ्रेंचाइजी खरीद रखी है।

3. मोहनलाल

मोहनलाल IPL 2020 के दौरान स्टेडियम में दिखे थे।
मोहनलाल IPL 2020 के दौरान स्टेडियम में दिखे थे।

मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार और बिजनेसमैन मोहनलाल विश्वनाथन भी 2 में से एक फ्रेंचाइजी खरीद सकते हैं। वे UAE में हुए पिछले सीजन के काफी मैचों में स्टेडियम में दिखे थे। इसके अलावा उन्होंने 2009 में IPL फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स के लिए बोली भी लगाई थी। उन्होंने हालांकि, बोली वापस ले ली थी, क्योंकि वे उतनी रकम नहीं जुटा पाए थे।

मोहनलाल को क्रिकेट में काफी दिलचस्पी है। वे 2012 और 2013 में हुए सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग में केरल स्ट्राइकर्स टीम के कप्तान रह चुके हैं। इसके अलावा उनके कई बिजनेस वेंचर्स भी हैं। इसमें फिल्म प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन और रेस्टोरेंट शामिल हैं। वे फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी मैक्सलैब सिनेमा और इंटरटेनमेंट्स के मालिक भी हैं।

4. चड्ढ़ा ग्रुप

चड्ढ़ा ग्रुप के वाइस चेयरमैन मोंटी चड्ढ़ा।
चड्ढ़ा ग्रुप के वाइस चेयरमैन मोंटी चड्ढ़ा।

चड्ढ़ा ग्रुप भी IPL फ्रेंचाइजी खरीदने में दिलचस्पी दिखा सकता है। यह ग्रुप देश में वेव (WAVE) ग्रुप का मालिक है। इसके रियल स्टेट, एजुकेशन, स्पोर्ट्स और इंटरटेनमेंट जैसे कई बिजनेस में हिस्सेदारी है। वेव ग्रुप की स्थापना 1963 में एक गन्ना पेराई के बिजनेस के तौर पर हुई थी। 2012 तक गुरदीप सिंह चड्ढ़ा इस ग्रुप के मालिक रहे। इसके बाद से मनप्रीत सिंह चड्ढ़ा यह ग्रुप संभाल रहे हैं।

वेव ग्रुप के बिजनेस में कई ब्रांच हैं। वेव सिनेमा और मॉल इसका बहुत बड़ा उदाहरण हैं। रियल स्टेट बिजनेस में ग्रुप ने वेव सिटी, वेव सिटी सेंटर, वेव स्टेट और वेव वन जैसे कई रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट्स बनाए हैं। स्पोर्ट्स की बात करें, तो हॉकी इंडिया लीग खेलने वाली टीम दिल्ली वेवराइडर्स का भी मालिकाना हक इसी ग्रुप के पास है।

IPL 2022 में 5 विदेशी प्लेयर्स?
IPL 2022 में 4 की जगह 5 विदेशी प्लेयर्स को भी खिलाने की मांग चल रही है। हालांकि, BCCI ऐसा करेगा, इसके बहुत कम चांसेज हैं। पहले भी बोर्ड कई बार बोल चुका है कि एक टीम में 4 से ज्यादा विदेशी प्लेयर्स को मौका नहीं दिया जाएगा।

पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी 5 प्लेयर्स के कॉन्सेप्ट को सपोर्ट किया था। उन्होंने कहा था कि जब 10 टीमें खेलेंगी, तो एक विदेशी प्लेयर हर एक टीम में बढ़ाया जा सकता है। इससे टीम की क्वालिटी भी अच्छी होगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में IPL बेस्ट लीग नहीं रहा है। इसकी क्वालिटी में कमी आई है। यह टूर्नामेंट अब पहले की तरह नहीं रहा है।

अगले सीजन में मेगा ऑक्शन होगा
IPL के अगले सीजन के लिए मेगा ऑक्शन होगा। पिछला मेगा ऑक्शन 2018 में हुआ था, क्योंकि चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स 2 साल का बैन झेलने के बाद लीग में वापस आई थी। इस मेगा ऑक्शन में 182 स्लॉट के लिए 13 देशों के 578 खिलाड़ियों को चुनने के लिए 8 टीमों ने बोली लगाई थी।

  • मेगा ऑक्शन में फ्रेंचाइजी को अधिकतम 5 खिलाड़ियों को रिटेन करने की परमिशन होती है। बाकी सभी खिलाड़ी ऑक्शन में शामिल होते हैं। इन्हें कोई भी फ्रैंचाइजी नीलामी में खरीद सकती है। इसमें नए सिरे से टीमें बनती हैं।
  • 3 खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी शुरुआती राउंड में और 2 खिलाड़ियों को ऑक्शन के दौरान राइट टू मैच कार्ड से रिटेन कर सकती है।
  • फ्रेंचाइजी द्वारा रिटेन किए गए 3 खिलाड़ियों में 2 विदेशी प्लेयर भी हो सकते हैं।
  • इसके अलावा फ्रेंचाइजी राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर भी पिछले स्क्वॉड में शामिल खिलाड़ियों को ला सकती है। सभी फ्रेंचाइजी के पास 2 राइट टू मैच कार्ड होते हैं।
  • अगर शुरुआती राउंड में 3 में से 2 रिटेन खिलाड़ी विदेशी होते हैं, तो फ्रेंचाइजी राइट टू मैच कार्ड से किसी भी विदेशी खिलाड़ी को स्क्वॉड में शामिल नहीं कर सकती है। अगर 3 में से 1 रिटेन खिलाड़ी विदेशी होता है, तो फ्रेंचाइजी राइट टू मैच कार्ड से 1 विदेशी खिलाड़ी को टीम में शामिल कर सकती है।

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