दिल्ली ने हैदराबाद को 17 रन से हराया:IPL के इतिहास में दिल्ली पहली बार फाइनल खेलेगी, 10 नवंबर को मुंबई से मुकाबला
IPL के 13वें सीजन के दूसरे क्वालिफायर में दिल्ली कैपिटल्स (DC) ने सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को 17 रन से हरा दिया। इसी के साथ दिल्ली ने पहली बार लीग के फाइनल में जगह बनाई है। जहां 10 नवंबर को उसका मुकाबला डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई से होगा।
अबु धाबी में खेले गए मैच में टॉस जीतकर बैटिंग करते हुए दिल्ली ने 190 रन का टारगेट दिया था। इसके जवाब में हैदराबाद 20 ओवर में 8 विकेट पर 172 रन ही बना सकी। केन विलियम्सन ने सबसे ज्यादा 67 और अब्दुल समद ने 33 रन की पारी खेली। दिल्ली के कगिसो रबाडा ने 4, मार्कस स्टोइनिस ने 3 और अक्षर पटेल ने एक विकेट लिया।
नॉकआउट में विलियम्सन दूसरी फिफ्टी
विलियम्सन ने IPL में अपनी 15वीं फिफ्टी लगाई। स्टोइनिस ने उन्हें रबाडा के हाथों कैच आउट कराया। विलियम्सन नॉकआउट (प्ले-ऑफ) में 2 फिफ्टी लगाने वाले इस सीजन के पहले और ओवरऑल छठवें बल्लेबाज बने। इससे पहले 2013 में ड्वेन स्मिथ, 2014 में सुरेश रैना, 2015 में लेंडल सिमन्स, 2016 में डेविड वॉर्नर और 2019 में शेन वॉटसन ने ये कारनामा किया था।
हैदराबाद ने 5 ओवर में गंवाए 3 विकेट
लक्ष्य का पीछा करने उतरी हैदराबाद की शुरुआत अच्छी नहीं रही। कप्तान डेविड वॉर्नर, प्रियम गर्ग और मनीष पांडे शुरुआती 5 ओवर में ही चलते बने। वॉर्नर 2 रन बनाकर कगिसो रबाडा की बॉल पर आउट हुए। इसके बाद मार्कस स्टोइनिस ने एक ही ओवर में प्रियम गर्ग (17) और मनीष पांडे (21) को आउट किया।
दिल्ली ने बनाए 3 विकेट पर 189 रन
दिल्ली ने 20 ओवर में 3 विकेट पर 189 रन बनाए। शिखर धवन ने लीग में अपनी 41वीं फिफ्टी लगाई। यह लीग के प्ले-ऑफ मुकाबलों में उनका पहला 50+ स्कोर है। उन्होंने सबसे ज्यादा 78 रन की पारी खेली। शिमरॉन हेटमायर 42 रन बनाकर नाबाद रहे। हैदराबाद के संदीप शर्मा, जेसन होल्डर और राशिद खान को 1-1 विकेट मिला।
धवन सबसे ज्यादा फिफ्टी लगाने वाले भारतीय
धवन IPL में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 41 फिफ्टी लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने। दूसरे नंबर पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली लीग में 39 फिफ्टी लगा चुके हैं। ओवरऑल सबसे ज्यादा फिफ्टी लगाने का रिकॉर्ड हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर (48) के नाम है। वहीं, धवन के नाम सीजन में 2 शतक समेत 600 से ज्यादा रन हैं।
तीसरे ओवर में होल्डर ने स्टोइनिस का कैच छोड़ा
पारी के तीसरे ओवर में जेसन होल्डर ने मार्कस स्टोइनिस का कैच छोड़ा। उस वक्त स्टोइनिस 3 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उसके बाद उन्होंने खुलकर बल्लेबाजी की। होल्डर के दूसरे ओवर में स्टोइनिस ने 3 चौकों और 2 छक्के समेत 18 रन जड़े। उन्होंने धवन के साथ मिलकर पावर-प्ले में 65 रन जोड़े।
86 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप हुई
स्टोइनिस और धवन ने पहले विकेट के लिए 86 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की। स्टोइनिस 38 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 5 चौके और एक छक्का लगाया। उन्हें राशिद खान ने शानदार बॉल पर बोल्ड किया।
कप्तान अय्यर का बल्ला नहीं चला
कप्तान श्रेयस अय्यर इस मैच में भी कुछ खास नहीं कर सके और सिर्फ 21 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 20 बॉल खेलीं और सिर्फ एक चौका लगा पाए। उन्हें जेसन होल्डर ने आउट किया। क्वालिफायर-1 में अय्यर अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे।
दिल्ली में 2 बदलाव, हैदराबाद में कोई चेंज नहीं
दिल्ली की टीम में 2 बदलाव किए। आउट ऑफ फॉर्म चल रहे पृथ्वी शॉ और डेनियल सैम्स को बाहर कर प्रवीण दुबे और शिमरॉन हेटमायर को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। वहीं, हैदराबाद में कोई बदलाव नहीं किया गया।
दोनों टीमों के विदेशी खिलाड़ी
दिल्ली में शिमरॉन हेटमायर, मार्कस स्टोइनिस, कगिसो रबाडा और एनरिच नोर्तजे विदेशी खिलाड़ी रहे। वहीं, हैदराबाद की टीम में कप्तान डेविड वॉर्नर के अलावा केन विलियम्सन, जेसन होल्डर और राशिद खान विदेशी खिलाड़ी रहे।
सबसे महंगे-सस्ते प्लेयर्स की परफॉर्मेंस
हैदराबाद के सबसे महंगे खिलाड़ी कप्तान वॉर्नर रहे। उन्हें फ्रेंचाइजी सीजन का 12.50 करोड़ रुपए देगी। वे 3 बॉल पर सिर्फ 2 रन ही बना पाए। प्लेइंग इलेवन में सबसे सस्ते प्लेयर अब्दुल समद (20 लाख) रहे। उन्होंने 16 बॉल पर 33 रन बनाए।
वहीं, दिल्ली में ऋषभ पंत 15 करोड़ रुपए कीमत के साथ सबसे महंगे प्लेयर रहे। वे 3 बॉल पर 2 रन बनाकर नाबाद रहे। प्लेइंग इलेवन में सबसे सस्ते प्लेयर प्रवीण दुबे (20 लाख) रहे। उन्होंने 2 ओवर में 14 रन दिए, लेकिन कोई विकेट नहीं ले सके।
हैदराबाद ने 2 बार खिताब जीता
हैदराबाद ने अब तक तीन बार फाइनल (2009, 2016, 2018) खेला है। जिसमें उसे 2 बार (2009, 2016) जीत मिली और एक बार (2018) हार का सामना करना पड़ा। वहीं, दिल्ली अकेली ऐसी टीम है, जो अब तक फाइनल नहीं खेल सकी। हालांकि, दिल्ली टूर्नामेंट के शुरुआती दो सीजन (2008, 2009) में सेमीफाइनल तक पहुंची थी।