कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गईं सोनिया गांधी, राहुल बोले- हम 52 लोग हर इंच पर बीजेपी से लड़ेंगे
संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, गुलामनबी आजाद समेत कई नेता मौजूद रहे.
नई दिल्ली. कांग्रेस ने संसद में सोनिया गांधी को अपना नेता चुना है. यह जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने दी. सूरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा- ‘सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गईं. उन्होंने कहा कि हम 12.13 करोड़ मतदाताओं का शुक्रिया अदा करते हैं जिन्होंने कांग्रेस में विश्वास जताया.’ संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, गुलामनबी आजाद समेत कई नेता मौजूद रहे.
Smt. Sonia Gandhi elected as the leader of Congress Parliamentary Party!
She says, ‘we thank the 12.13 Cr voters for reposing faith in the Congress Party’. pic.twitter.com/H4z9i3dN8B
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 1, 2019
चुनाव में कुल 52 सीटें हासिल हुई हैं जिस वजह से सदन में उसके नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी एक फिर नहीं मिलेगी
कांग्रेस को इस चुनाव में कुल 52 सीटें हासिल हुई हैं जिस वजह से सदन में उसके नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी एक फिर नहीं मिलेगी.नई दिल्ली. संसद भवन में शनिवार को कांग्रेस के 52 नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक में सोनिया गांधी को दोबारा पार्टी के संसदीय दल का नेता चुना गया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया ने 12 करोड़ वोटरों का कांग्रेस पर भरोसा जताने के लिए शुक्रिया अदा किया। राहुल ने कहा कि हर कांग्रेस सदस्य संविधान और बिना भेदभाव के भारत के हर एक नागरिक के लिए लड़ रहा है। बैठक में नई सरकार बनने के बाद 17 जून से शुरू हो रहे संसदीय सत्र के मुद्दों पर भी चर्चा होनी है।
Shri Rahul Gandhi thanked the voters & Congress workers.
He says, ‘every Congress member must remember that each one of you is fighting for the Constitution, for every person in India irrespective of the color of his skin or belief’. pic.twitter.com/yMtE6IWUXo
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 1, 2019
25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई थी
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई थी। इसमें राहुल ने इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। हालांकि, सीडब्ल्यूसी ने इसे ठुकरा दिया था। इसके बाद यह पहला मौका है, जब राहुल गांधी पहली बार सार्वजनिक तौर पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिले। हालांकि, वे 28-29 मई को केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल और रणदीप सुरजेवाला के साथ चर्चा कर चुके हैं।
गहलोत-पायलट और शीला को राहुल ने वक्त नहीं दिया
राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटें हारने के बाद राहुल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से नाराज बताए जा रहे हैं। दोनों नेता दिल्ली में तीन दिन तक राहुल से मिलने की कोशिश करते रहे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें मुलाकात का वक्त नहीं दिया। बुधवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित भी नेताओं के साथ राहुल से मिलने उनके घर गई थीं। लेकिन सभी बाहर इंतजार ही करते रहे। इसके बाद बुधवार को राहुल गांधी की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर वायरल हुई थीं, जिनमें वे अपने पालतू कुत्ते पिडी को कार में घुमाते नजर आए थे।