नवजोत सिंह के पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने की तारीफ लेकिन निर्णय से हैरान
नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री द्वारा स्थानीय प्रशासन और सांस्कृतिक मामलों के अपने विभाग बदले जाने के चार दिन बाद का यह इस्तीफा राहुल को भेजा है.
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद रविवार को उनकी पार्टी के ही सहयोगी शत्रुघ्न सिन्हा ने उनकी तारीफ की है. हालांकि उन्होंने कहा कि वे सिद्धू के इस्तीफे के फैसले से अचंभित हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”पंजाब कैबिनेट और मंत्रालय से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बारे में जानकर अचंभित हूं.” उन्होंने कहा, “वह एक बेहद प्रतिभाशाली और लोकप्रिय खिलाड़ी / राजनीतिज्ञ रहे हैं. इन सबसे बढ़कर वह एक अद्भुत इंसान और हमेशा हाजिर रहने वाले व्यक्ति हैं, जो मेरे अच्छे दोस्त भी हैं.”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”हालांकि हम उनके निर्णय पर सवाल नहीं उठा सकते हैं, लेकिन निश्चित रूप से इस दुर्भाग्यपूर्ण कदम को हल करने की दिशा में जल्द ही उपाय की उम्मीद करेंगे और प्रार्थना करेंगे …. जय हिंद!”
Rather appalled to learn of Navjot Singh Sidhu's resignation from the Punjab Cabinet & Ministry!
He has been a supremely talented and popular sportsman/politician. Above all, a wonderful human being and man in demand, who is also a dear friend.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) July 14, 2019
दूसरी ओर पंजाब के कुछ मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू के मंत्री पद से इस्तीफा देने पर निशाना साधते हुए इसे नाटकबाजी करार दिया है. उन्होंने सिद्धू से अपने कार्यों में अधिक शालीनता दिखाने का आग्रह किया. विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी सिद्धू के इस्तीफे को नाटक करार दिया जबकि शिअद की सहयोगी भाजपा ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंन्दर सिंह से तुरंत सिद्धू को बर्खास्त करने की मांग की.
सिद्धू ने रविवार को ट्विटर पर अपना त्यागपत्र पोस्ट करते हुए उसमें राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को टैग किया था. सिद्धू ने मुख्यमंत्री द्वारा स्थानीय प्रशासन और सांस्कृतिक मामलों के अपने विभाग बदले जाने के चार दिन बाद का यह पत्र राहुल को भेजा है. इसपर 10 जून की तारीख पड़ी हुई है.
पंजाब के मंत्रियों ब्रह्म मोहिन्द्रा और चरणजीत चन्नी ने यहां जारी संयुक्त बयान में चुटकी ली कि क्या सिद्धू इतने मूर्ख हैं कि उन्हें ये तक नहीं पता कि मंत्री पद पार्टी का पद नहीं है और कांग्रेस अध्यक्ष उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकते. राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि कांग्रेस अब भी उन्हें अपना अध्यक्ष मानती है. हालांकि सिद्धू ने बाद में ट्वीट किया, “पंजाब के मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेजूंगा.” मंत्रियों ने कहा, “यह कुछ और नहीं बल्कि ‘नाटकबाजी के शहंशाह’ का नाटक है. अगर उन्हें इस्तीफा देना ही था तो प्रोटोकॉल का अनुसरण कर इसे सीधे मुख्यमंत्री को भेजना था.” वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर बादल ने कहा कि वह नहीं समझ पा रहे हैं कि सिद्धू ने राहुल गांधी को इस्तीफा क्यों भेजा. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को नाटक करार दिया. भाजपा नेता तरुण चुग ने कहा कि अगर उन्हें इस्तीफा देना ही था तो राज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री को भी दे सकते थे.