कश्मीर मुद्दा / थरूर ने कहा- विपक्ष को सरकार की आलोचना का हक, पर संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री का साथ देना होगा

शशि थरूर बोले- पाकिस्तान को हमारे आंतरिक मुद्दे में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं कांग्रेस नेता ने कहा- देश के बाहर सभी विपक्षी दलों को राष्ट्रहित में एकजुटता दिखानी चाहिए

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नई दिल्ली. पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में उठाने की बात कही है। इस पर सोमवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान को किसी मंच पर भारत के आंतरिक मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का अधिकार है? हम (कांग्रेस) विपक्ष में होने के नाते सरकार की आलोचना कर सकते हैं, लेकिन देश से बाहर हम (सरकार और विपक्ष) एक हैं। पाक को एक इंच भी जमीन नहीं देंगे।

कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा, ”पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्तिस्तान और पीओके (पाक के कब्जे वाले कश्मीर) का स्टेटस बदल दिया। आखिर उन्हें इसमें छेड़छाड़ करने का अधिकार किसने दिया। देश की सभी विपक्षी पार्टियों को संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री मोदी और भारत के रुख का मजबूती से साथ देना चाहिए।”

  • संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री मोदी के आगामी भाषण को लेकर थरूर ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री को यूएन में आदर के साथ सुना जाता है। वे जाकर बोलना चाहिए, हम सब उनके साथ हैं। हालांकि, थरूर ने कहा कि कश्मीरियों की समस्याएं बरकरार हैं और हम विपक्ष के नाते इन्हें देश में उठाते रहेंगे। वहां इंटरनेट और फोन बंद हैं। कई पूर्व मुख्यमंत्रियों और नेताओं को नजरबंद कर रखा गया है।
  • उधर, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी जेनेवा की तीन दिवसीय यात्रा पर गए हैं। जहां वे यूएनएचआरसी के 42वें सत्र में हिस्सा लेंगे। कुरैशी ने यहां कश्मीर मुद्दा उठाने की बात कही है। पाकिस्तान पहले भी संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा उठाने की नाकाम कोशिशें कर चुका है। लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी।

‘देश के विकास के लिए कांग्रेस में आया’

थरूर ने कहा, ”मैं कांग्रेस में महज इसलिए नहीं आया क्योंकि यहां मुझे जिंदगीभर के लिए अच्छा करियर बनाना था। मैं यहां इसलिए आया क्योंकि मुझे यकीन था कि पार्टी देश के विकास की सोच आगे बढ़ाएगी। महज वोटों के लिए हम विचारों से समझौता नहीं कर सकते। कांग्रेस का कर्तव्य है कि वह धर्मनिपेक्षता की रक्षा करे। खासकर उन हिंदीभाषी क्षेत्रों में, जहां उसके पास बहुमत नहीं है।’’ थरूर ने कांग्रेस के ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ की नीति पर सवाल उठाया। थरूर ने कहा कि अगर कांग्रेस चुनाव में लाभ पाने के लिए ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ की राह अपनाती है, तो यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है। अगर पार्टी इसी रास्ते पर आगे बढ़ी तो जीरो हो जाएगी।

 

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