Article 370-अमेरिका के बाद अब रूस ने किया भारत का समर्थन, पाकिस्तान को दी ये नसीहत
शनिवार को रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि भारत ने ये फैसला संवैधानिक दायरे में रहकर किया है। इससे पहले अमेरिका ने भी भारत के इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी।
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेटस देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म करने और केंद्र शासित प्रदेश बनाने के भारत सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। उसने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय रिश्ते समाप्त करने का फैसला किया है और विश्व की बड़ी शक्तियों को इस मुद्दे पर दखल देने की अपील कर रहा है। लेकिन उसे अभी तक निराशा ही हाथ लगी है। शनिवार को रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि भारत ने ये फैसला संवैधानिक दायरे में रहकर किया है। इससे पहले अमेरिका ने भी भारत के इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी।
Ministry of Foreign Affairs of Russia: We proceed from fact that the changes associated with the change in the status of the state of J&K and its division into two union territories are carried out within framework of the Constitution of the Republic of India. (2/3) https://t.co/NPbhnG1NtT
— ANI (@ANI) August 10, 2019
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हम भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति सामान्य होने के पक्षधर हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच मतभेद को द्विपक्षीय राजनीतिक और कूटनीतिक तरीके से हल कर लिया जाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार के इस फैसले से दोनों देशों के बीच तनाव नहीं बढ़ेगा। हमें बताया गया है कि जम्मू और कश्मीर पर फैसला भारत के संवैधानिक दायरे में रहकर लिया गया है।’
इससे पहले अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर पर उसकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है और उसने भारत तथा पाकिस्तान से शांति एवं संयम बरतने और सीधी बातचीत कर आपसी मतभेद दूर करने का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस से जब बृहस्पतिवार को संवाददाताओं ने पूछा कि क्या अमेरिका की कश्मीर पर नीति में कोई बदलाव आया है, इस पर उन्होंने कहा, “नहीं”। अमेरिका की नीति यह रही है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है और दोनों देशों को ही इस मुद्दे पर बातचीत की गति और गुंजाइश को लेकर फैसला करना है।
रूस की यात्रा पर जाएंगे पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कारोबारी प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल 11 से 13 अगस्त, 2019 तक रूस के व्लादिवोस्तोक की यात्रा करेगा। उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य निवेश अवसरों की तलाश करने के साथ-साथ सुदूर पूर्व के प्रांतों के साथ घनिष्ठ साझेदारियां सुनिश्चित करना है।
पहले पाकिस्तान को बड़ा झटका दे चुका अमेरिका-कहा कश्मीर नीति में कोई बदलाव नहीं
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मसले पर अमेरिका ने पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया है. अमेरिका ने साफ किया है कि कश्मीर पर उनकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है.
पाकिस्तान उम्मीद कर रहा था कि कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका उसका साथ देगा. खासकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के हालिया अमेरिकी दौरे के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता वाले बयान के बाद.
वहीं भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू एवं कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य के दर्जे को वापस लिए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अमेरिका ने दोनों देशों से ‘शांति और संयम’ बरतने की अपील भी की है.
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया के सवालों के जवाब में अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टेगस ने साफ किया कि कश्मीर को लेकर ट्रंप प्रशासन की नीति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. ऑर्टेगस ने कहा, “अगर ऐसा होता भी तो मैं निश्चित रूप से यहां इसकी घोषणा नहीं करती, लेकिन नहीं, ऐसा नहीं है.”
उन्होंने आगे कहा, “जाहिर तौर पर यह एक ऐसी बात है, जिस पर हम सभी बराबर नजर बनाए हुए हैं. हम सभी पक्षों से ‘शांति और संयम’ को कायम रखने की अपील करते हैं. हम कश्मीर व सभी अन्य मुद्दों पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद का समर्थन करते हैं.”
वहीं एक पत्रकार ने जब विदेश विभाग की प्रवक्ता से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के एक बयान पर प्रतिक्रिया मांगी, जिसमें इमरान ने कहा था की ‘भारत कश्मीर में नरसंहार करा सकता है’. इस पर मॉर्गन ऑर्टेगस ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका सभी से आग्रह करता है कि कानून का राज बनाए रखें, मानव अधिकारों और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करें.
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से भी कश्मीर पर भारत के कदम पर हस्तक्षेप करने की मांग की थी. लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने भी कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए पाकिस्तान को शिमला समझौते की याद दिलाई है और इसे एक द्विपक्षीय मुद्दा बताया है.
भारत ने जब से अनुच्छेद 370 हटाया है तब से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और दुनिया के सामने नौटंकी कर रहा है. पकिस्तान को लग रहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने कश्मीर मुद्दे पर रोना रोने से वो भारत पर दबाव बना लेगा. लेकिन अब तक किसी देश ने खुलकर पाकिस्तान का साथ नहीं दिया है जबकि कई देशों ने कश्मीर पर भारत के कदम को उसका अंदरूनी मामला बताया है.