रोहतक रैली में हुड्डा ने दिखाए तेवर, कहा- पहले जैसी नहीं रही कांग्रेस, 370 पर BJP को सपोर्ट
पलवल से कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल ने साफ कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यदि हरियाणा में पार्टी की कमान हुड्डा को नहीं दे तो अलग राह अपनाई जाए.
रोहतक। हरियाणा (Haryana) के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस (Congress) नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने अपनी पार्टी से खुलकर बगावत कर दी है. रोहतक (Rohtak) की रैली में हुड्डा ने साफ कहा कि वो अतीत से मुक्त होने आए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के बारे में कहा कि ये कांग्रेस पहले वाली कांग्रेस नहीं रही.
हरियाण में कांग्रेस से अलग होने का साफ संकेत देते हुए हुड्डा ने कहा कि- ‘आज मैं खुद को अतीत से मुक्त करता हूं. मुझे नेताओं और रैली में मौजूद लोगों द्वारा कोई भी फैसला लेने का जो अधिकार दिया गया है उसके लिए मैं एक कमेटी का गठन करूंगा. कमेटी की सलाह पर इस बारे में कोई भी फैसला लूंगा.’
हुड्डा बोले बर्बादी की ओर हरियाणा
हुड्डा ने आगे कहा कि आज हरियाणा बर्बादी की ओर है. आज किसान तबाही की ओर है और बेरोजगारी बढ़ रही है. हुड्डा के अलावा इस महापरिवर्तन रैली में कई दूसरे नेताओं के भी तीखे तेवर दिखे. पलवल से कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल ने साफ कहा कि कांग्रेस नेतृत्व यदि हरियाणा में पार्टी की कमान हुड्डा को नहीं दे तो अलग राह अपनाई जाए. वहीं पूर्व स्पीकर रघुबीर कादियान ने एक लाइन का प्रस्ताव रखा कि हुड्डा जो भी फैसला करेंगे उसके साथ हम सभी खड़े हैं. जनसभा में मौजूद लोगों से इस बात का समर्थन करने के लिए उन्होंने हाथ उठाने की भी अपील की.
हुड्डा बोले- देशहित से ऊपर कुछ नहीं
हुड्डा ने कहा, मैं 72 साल का हो गया हूं और रिटायर होना चाहता था, लेकिन हरियाणा की हालत देखकर संघर्ष का फैसला किया. उन्हाेंने कहा कि देशहित से ऊपर कुछ नहीं. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने का हमारे (कांग्रेस) नेताओं ने विरोध किया, यह सही नहीं था. मैंने देशहित के इस निर्णय का समर्थन किया.उन्होंने कहा, मेरे परिवार की चार पीढि़यों कांग्रेस से जुड़ी रही है. हमने कांग्रेस के लिए जी-जान से मेहतन की, लेकिन अब कांग्रेस पहले वाली नहीं रही. अब यह बदल गई है.