बठिंडा में लोगों से गोल्ड लेकर बैंक में नकली सोना जमा कर लोन लेने वाले गिरोह का खुलासा
-बैंक में जमा किए नकली लोन पर लेते थे कर्ज लोगों का असली सोना कर देते थे गुल
बठिंडा. जिले में विभिन्न बैंकों से गोल्ड लोन दिलवाने के नाम पर लोगों व बैंकों से जालसाजी करने वाले एक बड़े गिरोह के 12 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। कनाल पुलिस के सहायक थानेदार जीत सिंह ने मामले की जांच के बाद आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को शक है कि इस गिरोह की बैंकों के साथ साजगाठ थी जिसमें वह बैंकों के पास नकली सोना रखकर लाखों का लोन हासिल कर लेते थे जबकि बैंक नियमों के तहत गोल्ड पर लोन देने से पहले उसकी लैब से जांच होती है व पुख्ता होने के बाद ही राशि दी जाती है लेकिन इस मामले में बैंक कर्मियों ने ऐसा न कर लाखों का लोन जारी कर दिया। जांच अधिकारी जीत सिंह ने बताया कि गुरमीत सिंह वासी प्रताप नगर बठिंडा, गुरविंदर सिंह वासी गोनियाना कला जिला बठिंडा ने करीब 10 अन्य लोगों के सथ मिलकर एक गैंग बना रखा था।
उक्त लोग ग्रामीण इलाकों के साथ शहरों में लोगों से संपर्क करते थे व उन्हें गोल्ड दिलवाने का झांसा दिया जाता था। इनके झांसे में आए लोग उन्हें असली सोना देने के साथ अपने कागजात दे देते थे। आरोपी इस असली सोने के अपने पास रख लेते थे व बैंक के साथ मिलीभगत कर राजस्थान व बिहार से मंगवाए गए नकली सोने के गहनों को बैंक में जमा कर लाखों का कर्ज वसूल कर लेते थे। इस कर्ज में कुछ राशि लोगों को दी जाती थी व बाकि राशि वह कुध हड़प लेते थे। इस तरह से बैंक में जो नकली गोल्ड जमा होता था उसकी जिम्मेवारी लोन हासिल करने वाले व्यक्ति की होती थी व कभी जांच भी होती तो उक्त लोगों पर ही कानूनी कारर्वाई होती। इस तरह का गौरखधंधा उक्त लोग लंबे समय से कर रहे थे। इस बाबत कनाल पुलिस के पास किसी ने मुखबरी की व पूरा मामला बताया। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया व उनके साथ अन्य 10 लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर छापामारी की जा रही है।
पुलिस के शक है कि इस पूरे गैंग के बैंक कर्मियों, व्यापारियों से भी संबंध है क्योंकि बिना गोल्ड वैरिफिकेशन के किसी को भी लोन आसानी से नहीं मिलता है। इसमें उक्त लोग नकली बिल बनाकर गोल्ड के गहनों के साथ लगाते थे व उक्त बिल कहां से बना रहे थे उक्त सभी पहलुओं पर पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है।