हेल्थ इंश्योरेंस के मोटे प्रीमियम से मुक्ति, मासिक किस्तों में भी देने की छूट
भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सभी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से कहा है कि वे अपने ग्राहकों को किस्तों में प्रीमियम भुगतान का ऑप्शन दें. इरडा ने कहा कि अब हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को किश्तों में जमा किया जा सकता है. यह सुविधा करीब एक साल तक 21 मार्च 2021 तक के लिए दी गई है.
- लॉकडाउन की वजह से लोगों को हो रही मुश्किल
- इरडा ने इस वजह से दी प्रीमियम भुगतान में सहूलियत
- हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमिमय मासिक किश्त में दिया जा सकता है
कोरोना महामारी की वजह से देशभर में लॉकडाउन है. ऐसे में बीमा नियामक इरडा (IRDAI) ने बीमाधारकों को बड़ी राहत दी है. इरडा ने कहा कि अब हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को किश्तों में जमा किया जा सकता है. यह सुविधा करीब एक साल तक 21 मार्च 2021 तक के लिए दी गई है.
भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सभी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से कहा है कि वे अपने ग्राहकों को किस्तों में प्रीमियम भुगतान का ऑप्शन दें.
इरडा के निर्देश के मुताबिक, बीमाधारक 31 मार्च 2021 तक अपनी सुविधा के मुताबिक प्रीमियम की राशि हर महीने, तीन महीने, छह महीने के आधार पर भुगतान कर सकते हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी से आर्थिक गतिविधियों पर पड़ रहे असर के बीच नियामक ने यह कदम उठाया है. बीमा कंपनी उन उत्पादों के लिये किस्तों में प्रीमियम ले सकती हैं जो उन्हें उपयुक्त जान पड़ता है. पिछले साल सितंबर में इरडा ने बीमा कंपनियों को व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा उत्पादों के मामले में प्रमाणन के आधार पर प्रीमियम भुगतान विकल्प (कई किस्तों में प्रीमियम का भुगतान) प्रस्तुत करने की अनुमति दी थी. इसके लिए उन्हें प्रमाण पत्र लेना होता था.
प्रीमियम में बदलाव नहीं
इरडा ने साफ किया है कि इससे मूल प्रीमियम और शुल्क ढांचे में कोई बदलाव नहीं होगा. प्रीमियम भुगतान मासिक, तिमाही या छमाही हो सकता है. बीमा नियामक ने यह भी कहा है कि किस्तों में प्रीमियम भुगतान की सुविधा एक स्थायी व्यवस्था के तौर पर दी जा सकती है या फिर अस्थायी तौर पर 12 महीने के लिए. यानी 31 मार्च 2021 तक रीन्यूअल वाली स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के लिये यह सुविधा दी जा सकती है.
कहा इरडा ने-न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इरडा ने एक सर्कुलर में कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम भुगतान को आसान बनाने की जरूरत पर विचार किया गया. इसके तहत सभी बीमा कंपनियों को स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम किस्तों में लेने की अनुमति दी जाती है. इसके लिये अपने हिसाब से उत्पादों का चयन कर सकते हैं.’