निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेज की फीस कम करें पंजाब सरकार-डा. वितुल कुमार गुप्ता

उन्होंने पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के समाज के सभी वर्गों को किफायती और सस्ती शिक्षा की वकालत करने वाले बयान का स्वागत किया है। कपूरथला में आईके गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय में डॉ बीआर अंबेडकर संग्रहालय के लिए एक समारोह के बाद नौकरी मेले में मुख्यमंत्री ने उक्त बयान दिया था। डॉ. वितुल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के निजी स्वास्थ्य विज्ञान शैक्षिक संस्थानों के लिए बने अधिनियम, 2006 को विनियमित करने वाले सभी महत्वपूर्ण संशोधन विधेयक को तुरंत लागू करने के लिए लिखित प्रतिनिधित्व भेजा है।

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बठिंडा. मेडिकल कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को भारी भरकम फीसे अदा करनी पड़ती है जिससे कई प्रतिभावान छात्र मेडिकल शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में राज्य के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से हाल ही में सस्ती व किफायती शिक्षा प्रदान करने की इच्छा शक्ति प्रशंसायोग्य है। यह बात प्रो. डॉ. वितुल कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य और मानवाधिकार कार्यकर्ता और एपीआई मालवा शाखा के अध्यक्ष कही।

उन्होंने पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के समाज के सभी वर्गों को किफायती और सस्ती शिक्षा की वकालत करने वाले बयान का स्वागत किया है। कपूरथला में आईके गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय में डॉ बीआर अंबेडकर संग्रहालय के लिए एक समारोह के बाद नौकरी मेले में मुख्यमंत्री ने उक्त बयान दिया था। डॉ. वितुल ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के निजी स्वास्थ्य विज्ञान शैक्षिक संस्थानों के लिए बने अधिनियम, 2006 को विनियमित करने वाले सभी महत्वपूर्ण संशोधन विधेयक को तुरंत लागू करने के लिए लिखित प्रतिनिधित्व भेजा है।

पंजाब में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के लिए शुल्क में हाल ही में पर्याप्त वृद्धि को कम करने के लिए सभी निजी मेडिकल कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अधिक फीस को कम करने कीतरफ कदम उठाने की मांग की है। डॉ. वितुल गुप्ता ने कहा कि कोविड महामारी ने स्वास्थ्य देखभाल में व्याप्त कमियों को उजागर किया है और मुख्यमंत्री से सरकारी अस्पतालों को मजबूत करने, अधिक डॉक्टरों की भर्ती करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल और सार्वजनिक चिकित्सा को बढ़ावा देकर ऐसी महामारी और स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए डॉक्टरों के वेतन में वृद्धि करने का भी अनुरोध किया है। डॉ. वितुल गुप्ता ने कहा कि केवल किफायती चिकित्सा शिक्षा ही हर एक गरीब और अमीर को समान अवसर देती है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल में रुचि रखने वाले स्वास्थ्य संबंधी देखभाल करने वाले डाक्टरों व कर्मियों को तैयार करने में मदद मिल सकती है।

एमबीबीएस पर लाखों रुपये और पोस्ट ग्रेजुएशन पर करोड़ों रुपये खर्च करने वाला कोई भी व्यक्ति देश की सेवा करने के लिए कम से कम दिलचस्पी लेगा, लेकिन ज्यादातर निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रचलित अनैतिक और पैसा कमाने की मनोस्थिति वाले माहौल में शिक्षित डाक्टर की तरफ से शिक्षा पर खर्च किए गए पैसे को कमाने के लिए ध्यान दिया जाता है। डॉ. वितुल ने कहा कि सरकार को स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा शिक्षा में अधिक से अधिक निवेश करना चाहिए, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार करना, आकर्षक वेतन पैकेज के साथ युवा डॉक्टरों को आकर्षित करना और निजी मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा को कम करने के लिए शुल्क कम करना, उन्हें व्यवहार्य बनाने के लिए सरकारी सहायता प्रदान करनी चाहिए। राज्य सरकार से निजी मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ सरकारी मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च बढ़ाने के साथ-साथ उच्च चिकित्सा शिक्षा शुल्क को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध किया है। डॉ. विटुल ने आशा व्यक्त की कि खुद को एक आम आदमी के रूप में पेश करने वाले नए मुख्यमंत्री समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लाभ के लिए कार्य करेंगे अन्यथा उन्हें भी लोगों को गुमराह करने व राजनीतिक फायदे के लिए बयान देने वाले राजनेताओं की सूची में जोड़ा जाएगा।

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