नई दिल्ली। देश में नोटबंदी के 3 साल से भी ज्यादा का वक्त बीत चुका है. लेकिन अभी भी विपक्ष इस फैसले को लेकर मोदी सरकार को घेरने में जुटा रहता है. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का सीधा आरोप है कि नोटबंदी का फैसला गलत था और इससे आम आदमी का कारोबार चौपट हो गया. हालांकि सरकार अब खुले तौर पर नोटबंदी का जिक्र नहीं करना चाहती है.
इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि क्या RBI ने MSME जैसे सेक्टर्स पर नोटबंदी के प्रभाव की जांच की है, तो इसपर उनका जवाब था कि ऐसी कोई एक्सरसाइज नहीं हुई है.
बढ़ती महंगाई दर के सवाल पर शक्तिकांत दास ने कहा सरकार का फोकस फिलहाल ग्रोथ पर है. उन्होंने कहा कि महंगाई में इस अस्थाई बढ़ोतरी के बीच RBI ने ग्रोथ से अपना फोकस नहीं हटाया है.
NBFC संकट पर शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI अभी 50 टॉप NBFCs पर नजर रख रहा है. यह 50 NBFCs पूरे NBFC पोर्टफोलियों में 75 फीसदी हिस्सा रखती हैं. उन्होंने कहा कि RBI यह सुनिश्चित कर रहा है कि सिस्टेमिटकली अहम NBFC न डूबे.
गौरतलब है कि आरबीआई के आंकड़े कहते हैं कि नोटबंदी के दौरान बंद हुए 99.30 फीसदी 500 और 1000 के पुराने नोट बैंक में वापस आ गए. विपक्ष का कहना है कि नोटबंदी का सबसे ज्यादा प्रभाव उन उद्योगों पर पड़ा, जो ज्यादातर कैश में लेनदेन करते थे. उनका कारोबार ठप पड़ गया. लोगों की नौकरियां चली गईं.