LIVE: आजम पर एक्शन से भड़की सपा का शक्ति प्रदर्शन, रामपुर में सीमाएं सील, भारी पुलिस तैनात
रामपुर के पड़ोसी जिलों बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बिजनौर के 10 हजार से अधिक सपा कार्यकर्ता बुधवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे.
लखनऊ. रामपुर में गुरुवार को जबर्दस्त सियासी जंग छिड़ने वाली है. समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के जौहर यूनिवर्सिटी पर छापे और विधायक अब्दुल्ला आजम से पूछताछ से नाराज समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ता बुधवार यानी आज रामपुर में विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने लगे हैं. बताया जा रहा है कि यहां 10 हजार समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता एकत्रित होंगे.
- समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए रामपुर की सीमाओं को सील कर दिया गया है. पुलिस की भारी तैनाती की गई है.
- उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से समाजवादी पार्टी के पार्टी के कार्यकर्ता 10:00 बजे रामपुर के सपा कार्यालय पहुंचेंगे. इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पूरे रामपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
- बुधवार रात आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम खान ने धरना प्रदर्शन किया और पार्टी समर्थकों के साथ कैंडल लेकर जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर धरने पर बैठा था. कानूनी कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया गया था. इसके बाद अखिलेश यादव ने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आजम खान के समर्थन में सड़क पर उतरने के निर्देश दिए.
- रामपुर के पड़ोसी जिलों बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बिजनौर के 10 हजार से अधिक सपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेंगे.
- यूपी पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, रामपुर में करीब 10 हजार सपा कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद है. 500 पुलिस के जवान कानून व्यवस्था की मुस्तैदी में लगाए जाएंगे.
बढ़ाई गई सुरक्षा
सपा ने सरकार पर आजम खान को परेशान और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. यूपी के अलग-अलग इलाकों से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता 10 बजे रामपुर के सपा कार्यालय पहुंचेंगे और विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे. इसे देखते हुए पूरे रामपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
बुधवार रात को आजम खान के बेटे अब्दुल्ला धरने पर बैठे थे. अब्दुल्ला पार्टी समर्थकों के साथ कैंडल लेकर जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर धरने पर बैठे थे. बता दें, अब्दुल्ला आजम खान को बुधवार को कानूनी कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. इसके बाद अखिलेश यादव ने सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आजम खान के समर्थन में सड़क पर उतरने का निर्देश दिया था.