71 की गलती मत दोहराना, नहीं तो PoK का क्या होगा समझ लेना: राजनाथ सिंह
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. इसी बौखलाहट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया भर के मुल्कों को विश्वास में लेने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें हर जगह से खाली हाथ ही लौटना पड़ रहा है. अमेरिका पहुंचे इमरान को अमेरिकी राष्ट्रपति के दरवाजे से भी बैरंग लौटना पड़ा है.
जयपुर: जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाया पाकिस्तान दुनिया भर में अपना रोना रो रहा है. कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के कुछ बड़बोले नेता युद्ध और परमाणु हमले तक की गीदड़भभकी दे रहे हैं. पाकिस्तान के इन्हीं बड़बोले नेताओं को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने करारा जवाब दिया है. रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को खुले शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि 1971 का गलती मत दोहरना वर्ना अंजाम अच्छा नहीं होगा.
जयपुर में पंडित की जयंती के मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा, ”पाकिस्तान को भी बार बार सुझाव दे चुका हूं. 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे, पाकिस्तान और बांग्लादेश बन गया था. मैंने कहा कि 1971 की गलती मत दोहराना नहीं तो पीओके का क्या होगा अच्छी तरह समझ लेना.”
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ”धारा 370 को समाप्त करके हमारी सरकार ने एक ऐतिहासिक काम किया है मगर यह बात पाकिस्तान को हज़म नहीं हो रही. हम पाकिस्तान के वजूद को स्वीकार करते हैं मगर पीओके में पाकिस्तान का अनधिकृत क़ब्ज़ा है. आज भी जम्मू एवं कश्मीर की विधानसभा में 24 सीटों को पीओके के लिए खाली छोड़ कर रखा गया है.”
बालाकोट हवाई हमले का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि भारत ने कभी पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती नहीं दी. सीआरपीएफ जवानों पर हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान के आतंकवादियों ने आकर हमारे सीआरपीएफ के जवानों की हत्या की थी तो आतंकवादियों के ठिकाने पर हमला करना था. हमने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता था बालाकोट में, केवल वहीं जाकर हमला किया. हमने पाकिस्तान की सेना पर भी हमला नहीं किया. इतनी सावधानी हम लोगों ने बरती.’
उन्होंने कहा, ”यानी हम लोगों ने पाकिस्तान की संप्रभुता को भी कोई चुनौती नहीं दी. इस हद तक हम लोगों ने सावधानी बरती है. लेकिन आगे भी इसी तरह चलता रहा तो कुछ कहा नहीं जा सकता है.”
राजनाथ ने कहा, ”हम जाति पंथ और मजहब के आधार पर राजनीति नहीं करते. हम राजनीति करते है तो इंसाफ, इंसानियत और मानवता के आधार पर. हम चुनाव हारना पसंद करेंगे लेकिन आपको धोखा देना किसी भी सूरत में पसंद नहीं करेंगे क्योंकि हम राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं करते हैं, हम राजनीति करते हैं तो देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं.”
और क्या बोले राजनाथ सिंह?
पंडित दीन दयाल उपाध्याय को याद करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ”दीनदयालजी ने कहा था ‘हर खेत को पानी और हाथ को काम’. हमारी सरकार ने इसके लिए काम करने का संकल्प लिया है. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के माध्यम से कृषि भूमि को सिंचित भूमि में परिवर्तित करने का काम शुरू हो गया है. स्किल इंडिया के माध्यम से हर हाथ को काम देने के लिए योजना शुरू की गयी.”
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने अब हर घर में नल और हर नल में जल की सुविधा पहुँचाने का काम प्रारम्भ किया है. इसके लिए एक अलग जलशक्ति मंत्रालय भी बनाया है. इसकी ज़िम्मेदारी भी इसी राजस्थान के रहने वाले गजेंद्र शेखावत जी को सौंपी गयी है. यहाँ राजस्थान के लोग पानी का सही मोल ख़ूब समझते हैं.