शोक का कोई मोल नहीं-ये टीचर रिटायरमेंट के बाद स्कूल से हेलिकॉप्टर में जाएंगे घर
ये किस्सा राजस्थान के अलवर जिले का है जहां पर लक्ष्मणगढ़ के मलावरी गांव के टीचर रमेश चंद्र मीणा 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं और रिटायरमेंट के दिन घर जाने के लिए उन्होंने हेलिकॉप्टर बुक कराया है. शादियों में हेलिकॉप्टर बुक कराना आम बात हो गई है. लेकिन ये पहला मामला होगा जब कोई टीचर अपने रिटायरमेंट के दिन घर जाने के लिए हेलिकॉप्टर बुक कराया हो.
अलवर । कहते हैं शौक बड़ी चीज होती है. ऐसे ही अपने शौक पूरा करने के लिए राजस्थान में एक स्कूल के सरकारी टीचर ने अनोखी तैयारी की है. दरअसरल वह कल यानी शनिवार को रिटायर हो रहे हैं और चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद स्कूल से घर हेलिकॉप्टर में जाएं. इसके लिए उन्होंने हेलिकॉप्टर भी बुक करा लिया है.
राजस्थान के सरकारी स्कूल में काम करने वाले एक टीचर ने रिटायरमेंट का अनोखा तरीका ढूंढा है. उनकी चाहत है कि स्कूल के आखिरी दिन वे विदाई हेलिकॉप्टर मैं बैठ कर लें और स्कूल से सीधे हेलिकॉप्टर में बैठकर घर के दरवाजे के बाहर उतरें.
ये किस्सा राजस्थान के अलवर जिले का है जहां पर लक्ष्मणगढ़ के मलावरी गांव के टीचर रमेश चंद्र मीणा 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं और रिटायरमेंट के दिन घर जाने के लिए उन्होंने हेलिकॉप्टर बुक कराया है. शादियों में हेलिकॉप्टर बुक कराना आम बात हो गई है. लेकिन ये पहला मामला होगा जब कोई टीचर अपने रिटायरमेंट के दिन घर जाने के लिए हेलिकॉप्टर बुक कराया हो.
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चौरई में सामाजिक विज्ञान के टीचर मीणा का घर स्कूल से 22 किलोमीटर दूर है और यह 22 किलोमीटर की यात्रा हेलिकॉप्टर से करना चाहते हैं. मीणा ने इसके लिए 370000 खर्च किए हैं. हेलिकॉप्टर दिल्ली से दोपहर 1:00 बजे उड़ान भरेगा और सीधे सौराई स्कूल के कंपाउंड में उतरेगा.
मीणा इस हेलिकॉप्टर में अपनी पत्नी को भी बैठाना चाहते हैं. लिहाजा अपनी पत्नी को भी रिटायरमेंट के समय स्कूल में बुला लिया है.मीणा का एक बेटा टीचर है और दूसरा एफसीआई में क्वालिटी इंस्पेक्टर है. शिक्षक महोदय ने इसके लिए जिला कलेक्टर समेत पुलिस प्रशासन से इजाजत मांगी है.