औसत से अधिक हुई 214 एमएम बरसात ने किया बठिंडा को बेहाल, कई इलाके पानी में बेहाल,छत गिरने से तीन लोग घायल
-प्रशासन की तरफ से किए गए सभी दावे को गए फेल, लोग वाहनों को पानी में घसीटकर लेकर जाने को मजबूर
बठिंडा. रविवार देर सांय से लगातार रुक-रुक कर हो रही बरसात मंगलवार को भी जारी रही। मंगलवार की सुबह से लेकर देर सांय तक हुई 104 एमएम बरसात ने पूरे शहर को पानी में डूबोने का काम किया। बठिंडा में बेशख मंगलवार को दिन का तापमान 26.5 डिग्री तक पहुंच गया वही न्यूनतम तापमान भी 21 डिग्री दर्ज किया गया। फिलहाल जून माह में जहां 42 एमएम बरसात हुई वही जुलाई में अब तक 214 एमएम बरसात हो चुकी है जबकि सामान्य तौर पर जून में 57 एमएम तो जुलाई में 120 एमएम बरसात पिछले कुछ साल से रिकार्ड की जा रही थी। दूसरी तरफ लगातार हो रही बरसात पुराने व कच्चे मकानों में रह रहे लोगों के लिए आफत बनकर सामने आई है। इसमें परसराम नगर व सिरकी बाजार में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
- जानकारी अनुसार परसराम नगर गली नंबर 33/ 1 में रहने वाली एक महिला के ऊपर उसके घर की दीवार गिर जाने से वह मलबे में दबकर घायल हो गई। घायल महिला को तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। जिसकी पहचान रानी पत्नी लक्ष्मण के तौर पर हुई। वही लगातार पड़ रही बारिश के कारण सिरकी बाजार में एक छत्त गिरने से दो व्यक्ति मलबे तले दबने से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के सदस्य सुमित वांसल, जनेश जैन, सफल गोयल एम्बुलेंस सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को तुरन्त सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायलों की पहचान शाह आलम (19 वर्ष) तथा महोमद कादिर (27 वर्ष) के तौर पर हुई।
वही बरसात से पूरा शहर जलमग्न हो गया। डीसी व एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों के सिविल लाइंस स्थित आवास में भी ढाई से 3 फुट पानी भर गया। यह पानी पिछले दो दिन से भरा पड़ा है जिससे डीसी दफ्तर, मिनी सचिवालय, कोर्ट परिसर व साथ लगते दर्जनों दूसरे दफ्तरों में लोग काम के लिए नहीं जा पा रहे हैं मजबूर लोग अपने वाहनों को दफ्तरों से एक किलोमीटर दूर खड़ा कर दो से तीन फुट तक भरे पानी में पैदल जा रहे हैं। बरसात में शहर की बदहाली ने जिला प्रशासन के 2019 के दावों की पोल खोल दी है, जिसमें प्रशासन ने 2020 में शहर को बरसात के दिनों में जलभराव से पूरी तरह से मुक्त करवाने का दावा किया था। नगर निगम के पानी की निकासी के लिए शुरू किए गए प्रोजेक्ट भी मुकम्मल नहीं हो पाए हैं।
- हर बार की तरह इस बरसात में भी सिरकी बाजार में तीन फुट पानी भर गया जिससे दुकानदारों का धंधा चौपट हो गया। वहीं परसराम नगर इलाके में भी पानी भरने व सीवरेज ब्लॉक होने की वजह से बैक मारकर गंदा पानी लोगों के घर में घुस गया। वहीं सिविल लाइंस की सभी गलियां, पावर हाउस रोड, 100 फुटी रोड, रेलवे अंडरब्रिज, हाजीरतन चौक से लिबर्टी चौक, माल रोड, मित्तल शॉपिंग माल के सामने मेन रोड कैप्सन्स शोरूम के समीप भी पानी भर गया। पानी से गुजरते हुए अनेक वाहन बंद हो गए, ऐसे में भागू रोड की गली में दिन भर सैकड़ों वाहनों का आवागमन रहने से जाम के हालात बने रहे। मिनी सचिवालय के बाहर, लिबर्टी चौक के बाहर सीवरेज की पाइप से पानी ओवरफ्लो होकर बदबू फैलाता रहा। देर शाम तक कई इलाकों से निकासी नहीं हो सकी।
तीसरे दिन भी पुली खोलने में नहीं मिली सफलता, कई इलाकों में भरा रहा गंदा पानी
बरसात के बाद रेलवे लाइन पार क्षेत्र में अत्यधिक पानी भर जाने के बाद नगर निगम और सीवरेज बोर्ड के निर्देश पर त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने रेल लाइनों के नीचे से गुजरती पुली को मैनुअली खोलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन भारी बरसात उनके प्रयास को फेल कर रही है। कंपनी के खुद के अनुसार इसकी पूरी तरह से सफाई सुपर सक्कर मशीन से ही हो पाएगी। मशीन का इंतजाम किया जा रहा है। लेकिन फिर भी मशीन आने में कई दिन लग जाएंगे। कंपनी के कर्मचारी शाम तक मैनुअली पुली को खोलने के काम में लगे रहे। लेकिन सफलता कुछ हद तक ही मिल पाई। परसराम नगर स्थित डिस्पोजल की मोटर भी पानी नहीं उठा पा रही थी।
उधर, इस पुली के जाम होने की वजह से रेलवे लाइन पार इलाके की सीवरेज और बरसाती पानी की निकासी देर शाम तक लगभग ठप रही। परसराम नगर, प्रताप नगर, जोगी नगर, ढिल्लों कॉलोनी, अर्जुन नगर, गोपाल नगर, लैहरा कॉलोनी के अलावा अमरपुरा बस्ती तक की गलियों में पानी भरा रहा । जिसके चलते एक लाख से भी अधिक आबादी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रेलवे लाइन पार क्षेत्र में इस पुली के कारण पिछले 12 दिनों से यह समस्या बनी हुई है।
शहर को जलभराव से मुक्ति दिलाने वाली लाइफलाइन भी अभी अधूरी है, पावर हाउस रोड से राइजिंग मेन तक पैरलल पाइप लाइन अभी भी आधी ही बिछाई जा सकी है। वहीं एसटीपी के पास वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनाए जा रहे पौंड का काम भी पूरा नहीं हो सका है जहां शहर के पानी को स्टोरेज करके आगे राइजिंग मेन को भिजवाए जाने की योजना है। यही नहीं, संजय नगर पौंड काे जा रहा खाल अभी भी अधूरा है। हालांकि नगर निगम की ओर से इसे मानसून से पहले-पहल पूरा करने के दावे किए जाते रहे लेकिन आज के हालात इन दावों को झुठला रहे हैं।
गत दिवस प्रताप नगर गली नंबर 3 डी के लोगों ने सीवरेज ब्लॉक की वजह से ओवरफ्लो की समस्या से दुखी होकर जिला प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लाल चंद, राकेश, सोहन सिंह, काला ने बताया कि यहां 15 दिनों से सीवरेज जाम होने की वजह से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही और पानी बैक मारकर गलियों में बह रहा है। बदबू मारते गंदे पाने के बीच में से निकलने को इलाका निवासी परेशान हैं। हालांकि 4 दिन पहले ही कांग्रेस नेता जैजीत सिंह जोहल ने मौका-मुआयना करके सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन को बुलाकर इस समस्या के समाधान के निर्देश दिए थे लेकिन आज तक इसका समाधान नहीं हो सका।
फोटो सहित-बीटीडी-1 से लेकर 12 तक-शहर के विभिन्न इलाकों में भरा बरसाती पानी, यह पानी पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बरसात के कारण लगातार बढ़ रहा है व लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। 13, 14-वही सिरकी बाजार में छत गिरने से घायल हुए दो व्यक्ति जिनका उपचार सिविल अस्पताल में चल रहा है। 15-परसराम नगर में छत गिरने से घायल महिला का उपचार करते डाक्टर। फोटो सुनील कुमार।