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हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे पर कांग्रेस नेता
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दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की मौत
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राहुल गांधी भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर बीते दिनों राजधानी दिल्ली में भड़की हिंसा अब शांत हो गई है. हिंसा प्रभावित इलाकों में अब राहत कार्य चल रहा है और दोबारा जीवन पटरी पर लौटे इसकी कोशिशें जारी हैं. इस बीच कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे पर है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं.
Delhi: Rahul Gandhi and other Congress leaders leave for violence-affected areas of North East Delhi. #DelhiViolence pic.twitter.com/q2YPcWCD0I
— ANI (@ANI) March 4, 2020
राहुल गांधी हिंसा वाले इलाकों में पहुंच चुके हैं. राहुल गांधी के साथ मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा और अधीर रंजन चौधरी भी शामिल है. हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान राहुल गांधी चांद बाग पहुंचे हैं.
इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बयान दिया था कि राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का एक दल दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेगा. बयान के मुताबिक, इस दल में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के लोकसभा और राज्यसभा सांसद मौजूद होंगे.
हालांकि अधीर रंजन चौधरी के इस बयान के बाद सूत्रों ने राहुल गांधी के हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने की बात से इनकार किया. लेकिन अब राहुल गांधी भी हिंसा प्रभावित इलाके में पीड़ितों से मिलने जा रहे हैं.
दरअसल, 24 फरवरी को दिल्ली में भड़की हिंसा तीन दिन तक जारी रही थी. अस्पतालों के जरिए जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली हिंसा में अबतक 46 लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि कांग्रेस की ओर से संसद में भी दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया जा रहा है. राहुल गांधी भी संसद परिसर के बाहर हुए कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे, इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी.
सरकार पर हमलावर रही है कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में दिल्ली हिंसा के मसले पर कांग्रेस ने मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार पर तीखा हमला बोला है. बीते दिनों कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक की थी, जिसमें दिल्ली हिंसा पर केंद्र सरकार के रवैये की निंदा की गई थी.
सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी और केंद्र सरकार को ‘राजधर्म’ याद दिलाने की अपील की थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष ने हिंसा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया था और इस्तीफा मांगा था.